शिशुओं के स्वास्थ्य देखभाल की जानकारी को राज्यस्तरीय यूनिसेफ टीम द्वारा अस्पतालों का निरीक्षण
– जिला मेडिकल कॉलेज के एसएनसीयू तथा अनुमंडलीय अस्पताल धमदाहा के प्रसव कक्ष का लिया गया जायजा
– प्रसव कक्ष के साथ नवजात शिशुओं के स्वास्थ्य देखभाल की ली गयी जानकारी
– प्रसव कक्ष का बेहतरी मुख्य उद्देश्य
श्रीनारद मीडिया, पूर्णिया, (बिहार):
सरकारी अस्पतालों में प्रसव के लिए उपस्थित हो रहे लाभार्थियों को मिल रही सुविधा तथा प्रसव के पश्चात एएनएम द्वारा नवजात शिशुओं के देखभाल की ली जा रही जानकारी के निरीक्षण के लिए यूनिसेफ की राज्य स्तरीय टीम आयी हुई है। इस टीम द्वारा जिले के राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय पूर्णिया के एसएनसीयू वार्ड तथा अनुमंडलीय अस्पताल धमदाहा के प्रसव कक्ष का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान टीम द्वारा प्रसव कक्ष में उपलब्ध सुविधाओं की जांच करते हुए वहां मौजूद लाभार्थियों से भी मिल रही सुविधाओं की जानकारी ली गई। निरीक्षण के सम्बंध में टीम द्वारा बताया गया कि शिशुओं के बेहतर स्वास्थ्य के लिए सरकार द्वारा राष्ट्रीय नवजात शिशु सप्ताह मनाया जा रहा है। इस दौरान यूनिसेफ टीम द्वारा जिले में शिशुओं के बेहतर स्वास्थ्य के लिए उपलब्ध स्वास्थ्य केंद्रों और उन्हें दी जा रही सुविधाओं की जांच की जा रही है। निरीक्षण में टीम को जिले में स्वास्थ्य विभाग द्वारा दी जा रही सुविधाओं से संतुष्ट पाया गया। राज्य यूनिसेफ अधिकारी डॉ. सुनीता वर्मा द्वारा निरीक्षण की अध्यक्षता की गई।
शिशुओं के स्वास्थ्य के लिए जिले के लोगों को मिल रही अच्छी व्यवस्था :
यूनिसेफ राज्य स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. सुनीता वर्मा ने कहा कि मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाने के लिए सरकार द्वारा बहुत से प्रयास किए गए हैं। इसके तहत जिले में बेहतर प्रसव कक्ष व जिले में एसएनसीयू की व्यवस्था उपलब्ध है। यूनिसेफ टीम द्वारा लोगों को दी जा रही सुविधाओं का निरीक्षण किया गया। टीम ने मेडिकल कालेज में उपलब्ध एसएनसीयू तथा धमदाहा अनुमंडलीय अस्पताल के प्रसव वार्ड का निरीक्षण करने के साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में भी आशा द्वारा लोगों को दी जा रही स्वास्थ्य सुविधाओं का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण से टीम को पूरी तरह की संतुष्टी मिली कि राज्य सरकार द्वारा उपलब्ध कराई जा रही सभी स्वास्थ्य व्यवस्था लोगों तक पहुँच रही है।
क्षेत्र भ्रमण के दौरान ली शिशु देखभाल की जानकारी :
टीम द्वारा धमदाहा अस्पताल का निरीक्षण के बाद स्थानीय क्षेत्र में भी अमारी, कुकरौन, रामटोला गांव में होम बेस्ड न्यू बोर्न तथा होम बेस्ड यंग चाइल्ड को दी जा रही सुविधाओं की जानकारी ली गई। इस दौरान शिशुओं के वजन, उन्हें दिए जा रहे पोषण तथा टीका का भी टीम द्वारा जानकारी ली गयी। यूनिसेफ जिला कंसल्टेंट शिवशेखर आनंद ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में भी शिशुओं के लिए सभी तरह की व्यवस्था उपलब्ध हो रही है। इसकी जानकारी स्थानीय आशा द्वारा नियमित रूप से शिशुओं के परिजनों को दी जाती है। किसी तरह की समस्या होने पर उन्हें तुरंत सरकारी सहायता उपलब्ध कराई जाती है जो मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य के लिए बहुत अच्छी है।
प्रसव कक्ष का बेहतरी मुख्य उद्देश्य :
राज्यस्तरीय निरीक्षण टीम ने अनुमंडल अस्पताल धमदाहा के प्रसव कक्ष का बारीकी से निरीक्षण किया। इस दौरान टीम द्वारा अस्पताल में आने वाली प्रसूता की जांच, उपलब्ध एएनएम की स्किल, क्लीनिक प्रोसेस सहित अस्पताल द्वारा दी जा रही स्वास्थ्य सुविधाओं की जानकारी ली गई। बीसीएम धमदाहा सुशील कुमार ने बताया कि अनुमंडलीय अस्पताल में सभी मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराई जाती है। मुख्य रूप से प्रसूता एवं नवजात शिशुओं का पूरी तरह से ध्यान रखा जाता है। अस्पताल से छूटने के बाद भी एएनएम द्वारा उनके परिजनों से नियमित अंतराल पर शिशु के स्वास्थ्य की जानकारी ली जाती है। निरीक्षण के दौरान सलीमा खातून, आशा फैसिलिटेटर सुनीता कुमारी, साधना कुमारी, क्षेत्रीय आशा जूली देवी, मंजू कुमारी राज्यस्तरीय टीम के साथ उपस्थित रहीं।
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