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ठंड में कमजोर नवजात शिशु को दें कंगारू मदर केयर

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हाइपोथर्मिया से बचाव के लिए कंगारू मदर केयर कारगर:
केएमसी विधि वजन बढ़ाने व शारीरिक विकास में मददगार:

श्रीनारद मीडिया, गया, (बिहार):


जाड़े की शुरुआत हो चुकी है। इस मौसम में नवजात शिशुओं के विशेष ध्यान रखने की जरूरत होती है। यदि नवजात को ठंड का असर हो तो उसे न्यूमोनिया जैसी समस्या हो सकती है। जबकि कमजोर नवजात शिशु के लिए यह और भी अधिक जरूरी हो जाता है कि उसे हमेशा गर्म रखा जाये। इसके लिए कंगारू मदर केयर एक आवश्यक उपाय है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा गृह आधारित शिशु देखभाल कार्यक्रम के तहत माता पिता को कंगारू मदर केयर की जानकारी भी दी जाती है। केयर इंडिया के जिला तकनीकी पदाधिकारी आउटरिच एंड न्यूट्रिशन अमित कुमार ने बताया प्रीमैच्योर शिशु के लिए कंगारू मदर केयर जरूरी है। दो किलोग्राम से कम वजन का शिशु कमजोर होता है। साथ ही नौ माह के समय से पूर्व जन्में शिशु प्रीमैच्योर की श्रेणी में आते हैं। ऐसे बच्चों को माता पिता या परिवार के सदस्य कंगारू मदर केयर जरूर दें। कंगारू मदर केयर हाइपोथर्मिया से बचाव के साथ नवजात के वजन बढ़ाने में काफी असरदार होता है। इससे शिशु के शारीरिक विकास में भी सहयोग मिलता है।

ठंड में हाइपोथर्मिया का हो सकता है खतरा:
अधिक ठंड के समय में कमजोर नवजात की स्वास्थ्य संबंधी जटिलता बढ़ जाती है। उसके शरीर का तापमान स्थिर नहीं होता है। ऐसी स्थिति को हाइपोथर्मिया कहते हैं। सही समय पर हाइपोथर्मिया के प्रबंधन नहीं होने से नवजात की जान को खतरा होता है। हाइपोथर्मिया का निदान घर पर माता पिता कंगारू मदर केयर की मदद से कर सकते हैं। कंगारू मदर केयर या केएमसी के तहत माता पिता या घर का कोई सदस्य नवजात को अपनी छाती से लगाकर उसे गर्मी प्रदान करता है। इससे उसके शरीर को ऊर्जा मिलती है और यह हाइपोथर्मिया से उबारने में मददगार होता है।

प्रीमैच्योर के लिए जरूरी है कंगारू मदर केयर:
नवजात शिशु का जन्म यदि निर्धारित नौ माह से पूर्व हुआ है तो उसका विशेष ध्यान रखने की जरूरत होती है। शिशु कमजोर होता है तथा उसका वजन भी कम होता है। इसके लिए कंगारू मदर केयर विधि अपनायी जाती है जो शिशु के वजन को बढ़ाते हुए उसके शरीर के विकास में सहायक होता है। कंगारू मदर केयर के साथ साथ नियमित स्तनपान भी बहुत अधिक जरूरी है। इस विधि के इस्तेमाल से कमजोर नवजात के शरीर के तापमान को रेगुलेट करने में मदद मिलती है। शिशु को अच्छी नींद आती है। मां के तनाव का स्तर कम होता है। कंगारू मदर केयर से मां एवं बच्चे के बीच मानसिक एवं भावनात्मक जुड़ाव भी बढ़ता है।

इस प्रकार दें कंगारू मदर केयर:
कंगारू मदर केयर देने के लिए मां या घर का कोई सदस्य पहले अपनी छाती को अच्छी तरह साफ कर लें। इसके बाद नवजात के मुंह को छाती के के मध्य स्तनों के बीच इस प्रकार लिटाएं कि वह पेट से चिपक जाये। नवजात के शरीर पर कपड़े न हों। बच्चे का सिर इस प्रकार ढकें कि वह भली भांति सांस ले सके। केएमसी देने वाले व्यक्ति के ऊपर गर्म चादर, शॉल या कंबल रख दें। रोजाना तीस से चालीस मिनट तक दिन में दो बार कंगारू मदर केयर दिया जा सकता है। कंगारू मदर केयर विधि जानने के बारे में नजदीकी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, आशा या आंगनबाड़ी की मदद ली जा सकती है।

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