चार दशक से मुखिया पद पर काबिज राजद विधायक के पुत्र का चुनाव हारे, रिश्तेदार को भी मिला पराजय
श्रीनारद मीडिया, प्रसेनजीत चौरसिया, रघुनाथपुर, सीवान (बिहार)
बिहार के पंचायत चुनाव में न सिर्फ मुखिया, सरपंच,प्रखण्ड प्रमुख को वोटरों ने धूल चटाई है। बल्कि उन माननियों के परिवार का हश्र भी खराब कर दिया है। कई विधायक व सांसद अपने पत्नी, बेटे और दूसरे रिश्तेदारों को पंचायत चुनाव में जीत दिलाने में नाकामयाब रहे हैं। अब इस लिस्ट में एक और नाम शामिल हो गया है। सीवान के रघुनाथपुर से RJD विधायक हरिशंकर यादव का. जिनके बेटे सुरेंद्र यादव कुशहरा पंचायत से मुखिया का चुनाव बड़े अंतर से हार गए हैं।
बताते चले कि विधायक हरिशंकर यादव के परिवार के पास 1979 से रघुनाथपुर प्रखंड के कुशहरा पंचायत का मुखिया का पद रहा है। विधायक हरिशंकर यादव 2015 में मुखिया रहते विधायक बने थे। उसके बाद 2016 के पंचायत चुनाव में उनके बेटे सुरेंद्र यादव चुनाव जीते। जिसके बाद 2021 के पंचायत चुनाव में विधायक हरिशंकर यादव के बेटे सुरेंद्र यादव दूसरी बार चुनावी मैदान में थे। जिसमें इस बार चंदन कुमार पाठक ने 494 वोट के अंतर से हराया हैं।
विधायक के रिश्तेदार भी नहीं बचा सकी मुखिया पद
फुलवरिया पंचायत से मुखिया पद पर जिती आशा देवी
हरिशंकर यादव को न सिर्फ कुशहरा पंचायत में झटका लगा है, बल्कि उनके नाम के सहारे अपने नैय्या पार लगाने की कोशिश में जुटे रिश्तेदार भी अपना मुखिया पद गवां बैठे हैं। रघुनाथपुर प्रखंड के ही फुलवरिया पंचायत के निवर्तमान मुखिया व विधायक हरिशंकर यादव के रिश्तेदार मीना देवी भी चुनाव हार गई हैं।
मीना कुमारी विधायक हरिशंकर यादव के रिश्ते में बेटी है। जो फुलवरिया पंचायत से मुखिया के पद पर आसीन थी।डॉ• मीना कुमारी को पूर्व मुखिया अरविंद पाण्डेय की पत्नी आशा देवी ने पराजित किया हैं।
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