ई-विन प्रणाली बनाए रखती है वैक्सीन की गुणवत्ता
निर्धारित तापक्रम पर वैक्सीन के रख – रखाव एवम् भंडारण में ई-विन प्रणाली का होता है उपयोग:
जिले में पूर्ण कवरेज को लेकर मुस्तैद है स्वास्थ्य विभाग:
जिले में 10 लाख 28 हजार लोगों को पहली व 4 लाख 73 हजार लोगों को दूसरी डोज लगाई गई:
13 लाख 70 हजार लोगों को कोरोना रोधी टीका की दोनों डोज लगाने का है लक्ष्य:
हर घर दस्तक अभियान में रोजाना लगाए औसतन 15 हजार डोज:
श्रीनारद मीडिया, मधेपुरा, (बिहार):
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ विपिन कुमार गुप्ता बताते हैं सरकार के निर्देश के आलोक में मधेपुरा सहित सूबे के सभी जिलों में नियमित टीकाकरण एवम् कोविड -19 वैक्सीन के सभी वैक्सीन एवम् सिरिंज के उत्तम प्रबंधन, भंडारण एवम् वितरण को सुनिश्चित करने के लिए ई-विन प्रणाली का उपयोग किया जा रहा है। ई-विन यानी इलेक्ट्रॉनिक वैक्सीन इंटेलिजेंस नेटवर्क प्रणाली वैक्सीन की गुणवत्ता बनाए रखने में सबसे महत्त्वूर्ण भूमिका निभाती है। ई-विन खासतौर पर वैक्सीन वितरण के लिए बनाई गई तकनीक है। इसकी मदद से इस बात पर नजर रखी जाती है कि कितनी वैक्सीन स्टॉक में है। स्मार्टफोन पर काम करने वाली ये तकनीक साल 2015 में लॉन्च की गई थी। इससे इस बात पर ट्रैक रखा जाता है कि कि कोल्ड चेन में वैक्सीन का सही ढंग से रखरखाव हो सके और वितरण के दौरान कोई समस्या न हो। यहां बता दें कि वैक्सीन के स्टॉक को सुरक्षित रखने के लिए तापमान-नियंत्रित भंडारण की जरूरत होती है। हर टीके को रखने की एक निश्चित अवधि होती है, और इस दौरान भी उसे एक खास तापमान पर रखना होता है।
डीआईओ ने कोल्ड चेन का किया निरीक्षण –
सोमवार को मुरलीगंज के कोल्ड चेन टीका भंडार का निरीक्षण कर जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी ने जायजा लिया। उन्होंने टीके के भंडारण के लिए उचित तापक्रम एवम् अन्य मानकों की भी जांच की। मौके पर यूएनडीपी के भीसीसीएम् प्रसून कुमार एवम् मुरलीगंज के चिकित्सा पदाधिकारी सहित कोल्ड चेन मैनेजर एवम् अन्य कर्मी भी मौजूद रहे।
”हर घर दस्तक अभियान” के तहत टीकाकरण के कवरेज को मिली रफ्तार –
कोविड -19 टीकाकरण को लेकर
स्वास्थ्य विभाग के ”हर घर दस्तक अभियान” के तहत टीकाकरण के कवरेज को रफ्तार मिली है। इस अभियान में टीके से वंचित एवम् दूसरे डोज के ड्यू लाभुकों को उनके टोले – मुहल्ले एवम् घर जाकर टीकाकृत किया गया । साथ ही अफवाहों एवम् भ्रांतियों में आकर टीका नहीं लेने वालों को भी इस अभियान में जागरूक कर टीके की डोज लगायी गयी। कोविन पोर्टल पर जारी आंकड़ों के मुताबिक 22 नवंबर से सोमवार तक लगभग सवा लाख डोज लगाए गए जिसमें अधिकांशतः दूसरा डोज लेने वाले लोग हैं। अभियान में रोजाना ज्यादा से ज्यादा एरिया को कवर किया गया है। पोर्टल डाटा के अनुसार हर घर दस्तक अभियान ने औसतन 15 लाख से भी अधिक डोज रोजाना लगाए गए। उल्लेखनीय है कि जिले के दिए गए लक्ष्य को पूर्ण करने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने घर-घर जाकर टीका लगाने के अभियान को रफ्तार देने की तैयारी पूर्व से कर रखी है एवम् पूर्ण कवरेज के लिए मुस्तैद भी है।
प्रथम डोज के 75 फीसदी कवरेज के साथ मधेपुरा सूबे में 12 स्थान पर –
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ विपिन कुमार गुप्ता ने बताया कि जिले में लगभग 75 फीसदी लोगों को प्रथम डोज लग चुकी है, जबकि शत प्रतिशत को टीका डोज बहुत जल्द पूर्ण कर लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि जिले को 13,70,492 लोगों को दोनों डोज लगाने का लक्ष्य दिया गया है। जिले में सोमवार तक 10 लाख 27 हजार लोगों को प्रथम डोज तथा लगभग 4 लाख 73 हजार लोगों को दोनों डोज लगाया जा चुका है। वहीं जिले में लगाए गए कुल डोज की बात की जाय तो अबतक 15 लाख से भी ज्यादा डोज लगाए जा चुके हैं।
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