एड्स का लक्षण दिखाई दे तो छुपाएं नहीं इलाज करवाएं-शकीलुर
श्रीनारद मीडिया, सुबाष कुमार शर्मा, सीवान (बिहार):
समाजसेवी और स्वास्थ्य कार्यकर्ता के रूप में कार्यरत शकीलुर रहमान ने लोगों को जागरूक करने हेतु एड्स दिवस के अवसर पर अहम संदेश दिया। स्वास्थ्य शिक्षा के माध्यम से लोगों को बीमारी से बचने के उपायों के बारे में हमेशा जागरूक करने वाले श्री रहमान ने एड्स दिवस के अवसर पर लोगों को संदेश देते हुए कहा कि लोगो में अगर सही से जागरूकता आ जाए तो एड्स जैसे रोग को जड़ से खत्म किया जा सकता है। बताया कि 1 दिसंबर को पूरे विश्व में एड्स दिवस के रूप में इसलिए ही मनाया जाता है कि लोगों में इसके प्रति जागरूकता लाई जा सके। कहा कि लोगों में जितनी जागरूकता बढ़ेगी इस बीमारी को जड़ से खत्म करने में उतनी ही मदद मिलेगी।
श्री रहमान ने कहा कि कुछ लोग शर्म और बेईज्जती की वजह से भी एड्स जैसी गंभीर बीमारी को छुपाते हैं। इसके लिए समाज को भी दोषी ठहराया क्योंकि समाज भी इस तरह की बीमारियों से ग्रसित व्यक्तियों अथवा मरीजों के साथ दुर्व्यवहार करना शुरू कर देते हैं। जबकि इस तरह की बीमारियों में मरीज को अत्यधिक मानसिक सहारे की जरूरत होती है, जो कि मरीज को नहीं मिल पाता है, जिस वजह से वह ना तो सही समय पर इलाज करा पाता है और ना ही सही समय पर जांच करवा पाता है। जागरूकता की कमी की वजह से या समाज में शर्म की वजह से वह अपनी जिंदगी को गवा बैठते है।
श्री रहमान ने बताया कि सरकारी अस्पतालों में मुफ्त एड्स की जांच की जाती है तथा उपचार हेतु मुफ्त दवाइयां भी दी जाती है, परंतु लोग जागरूकता के अभाव में सही समय पर नहीं पहुंच पाते हैं या शर्म की वजह से अपनी परेशानी को सही तरीके से नहीं बता पाते हैं, जिसका परिणाम बुरा होता है।
श्री रहमान ने बताया कि एड्स निम्न प्रकार से फैल सकता है। सामान्य तौर पर एड्स असुरक्षित यौन संबंध बनाने से, एचआईवी संक्रमित सुई या फिर सिरिंज का उपयोग करने से, बिना जांच के रक्त लेने इत्यादि से एड्स फैल सकता है।
श्री रहमान ने कहा कि जैसे एड्स के लक्षण दिखाई दे उसे छुपाए ना बल्कि सही समय पर जाकर जांच करवाएं।
उन्होंने कहा कि आमतौर पर लोग एचआईवी पॉजिटिव होने को एड्स समझ लेते हैं जो सही नहीं है। बल्कि एचआईवी पॉजिटिव होने के 8 से 10 साल के अंदर जब संक्रमित व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है। तब उससे घातक रोग घेर लेते हैं इस स्थिति को एड्स कहते हैं।
श्री रहमान ने कहा कि एड्स के लक्षण जैसे लंबे समय से बुखार रहना, खांसी होना, बार बार जुकाम होना،डायरिया, वजन का कम होना इत्यादि प्रकट होते जाते हैं। इसलिए इसका बचाव ही सबसे बड़ा इलाज होता है।
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