Notice: Function _load_textdomain_just_in_time was called incorrectly. Translation loading for the newsmatic domain was triggered too early. This is usually an indicator for some code in the plugin or theme running too early. Translations should be loaded at the init action or later. Please see Debugging in WordPress for more information. (This message was added in version 6.7.0.) in /home/imagequo/domains/shrinaradmedia.com/public_html/wp-includes/functions.php on line 6121
पटना में दो जजों ने की अनोखी शादी, संविधान की ली शपथ, सिंदूरदान न सात फेरे और डाल दी वरमाला - श्रीनारद मीडिया

पटना में दो जजों ने की अनोखी शादी, संविधान की ली शपथ, सिंदूरदान न सात फेरे और डाल दी वरमाला

पटना में दो जजों ने की अनोखी शादी, संविधान की ली शपथ, सिंदूरदान न सात फेरे और डाल दी वरमाला

श्रीनारद मीडिया, सेंट्रल डेस्‍क:

०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
priyranjan singh
IMG-20250312-WA0002
IMG-20250313-WA0003
previous arrow
next arrow
०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
priyranjan singh
IMG-20250312-WA0002
IMG-20250313-WA0003
previous arrow
next arrow

सामज में आपने बिना दान-दहेज की सादगीपूर्ण शादियां हर वर्ष कहीं न कहीं होती रहती है, लेकिन यहां मामला जरा हटकर है। हम बात कर रहे हैं पटना के आम्रपाली रेस्टोरेंट में हुई दो जजों की शादी की। सोमवार को उन्‍होंने बगैर परंपरागत रीति-रिवाज के संविधान की शपथ लेकर शादी की। इसमें पंडित न बैंड बाजा और न ही बाराती दिखे। कन्यादान, सिंदूरदान व अग्नि के सात फेरे की रस्‍में भी नहीं हुईं। खगडि़या व्‍यवहार न्‍यायालय में जज आदित्य प्रकाश तथा पटना व्‍यवहार न्‍यायालय में जज आयुषी कुमारी की पटना में हुई इस शादी की खूब चर्चे हो रहे हैं

खगडि़या व्‍यवहार न्‍यायालय में जज आदित्य प्रकाश वैशाली जिला मुख्‍यालय हाजीपुर के युसूफपुर के रहने वाले हैं। पटना व्‍यवहार न्‍यायालय में जज आयुषी कुमारी पटना के फुलवारीशरीफ स्थित पूर्णेन्दू नगर की निवासी हैं। दोनों ने कम खर्चे में आदर्श विवाह करने का फैसला लिया। इसमें पारिवार ने भी साथ दिया।

 परंपरागत शादियाें के हटकर यह शादी दिन में हुई। ऐसा करने से बिजली की सजावट आदि के खर्चे बच गए। सादगी के साथ संपन्‍न इस विवाद में दोनों पक्षों के निकट के सौ लोग शामिल हुए, जिनके लिए खान-पान की व्‍यवस्‍था की गई। इसमें बैंड-बाजा नहीं था। बारात का कोई बड़ा ताम-झाम नहीं था। यह दान-दहेज रहित विवाह था।

 

शादी में दूल्‍हा व दुल्‍हन ने शपथ पत्र पढ़े, फिर एक-दूसरे के गले में जयमाला डाले। पहले दुल्हन ने शपथ पत्र पढ़ा। इसके बाद दोनों ने एक साथ शपथ पत्र पढ़ा। जयमाला के बाद दूल्हे ने शपथ ली कि वे अपनी पत्नी को सिंदूर का इस्तेमाल सौंदर्य प्रसाधन के रूप में करने का अधिकार देते हैं।

jagran

 

मीडिया में इस शादी की खबर आने के बाद अब इसकी खूब चर्चा हो रही है। बुद्धिजीवियों का कहना है कि बिहार में जब कोई युवा पद पर आता है तो उसकी व परिवार की दहेज की मांग बढ़ जाती है, लेकिन एक न्यायिक दंडाधिकारी होने के बावजूद दहेज मुक्त विवाह सराहनीय कदम है। इससे बिहार की छवि बदलेगी।

यह भी पढ़े

3 महीने के बेटे को पिता ने दीवार पर पटक-पटक कर मार डाला, गिरफ्तार

छपरा के मांझी में अपराधियों ने मुखिया के पिता को मारी गोली 

 प्रैक्टिकल के बहाने नशा देकर 17 लड़कियों से रेप की कोशिश! दो स्कूल के संचालकों पर केस दर्ज

परिवार के खिलाफ शादी करने पर बहन का भाई ने सिर काटा, कटे सिर के साथ लिया सेल्फी

सीवान  सेंट्रल को-ऑपरेटिव बैंक के चेयरमैन  रामायण चौधरी शराब के धंधे में संलिप्‍तता को लेकर हुए गिरफ्तार

सीवान:हथियार बन्द डकैतों ने दस लाख की संपति लूटी

मशरक की खबरें :  बाइक सवार ने विकलांग को मारा टक्कर,  रेफर

भगवान शिव ही संपूर्ण ब्रह्मांड के स्वामी हैं- डॉ रमाशंकर दास

इलेक्ट्रिक वाहन’ (EVs) किस प्रकार वर्ष 2070 तक शुद्ध शून्य उत्सर्जन के भारत के लक्ष्य में सहायता है.

Leave a Reply

error: Content is protected !!