CDS Bipin Rawat Helicopter Crash: राजस्थान के वीर सपूत पायलट कुलदीप राव भी हुये शहीद, दो वर्ष पहले हुई थी शादी
श्रीनारद मीडिया, सेंट्रल डेस्क:
तमिलनाडु के कुन्नूर में हुये हेलीकॉप्टर हादसे (Helicopter Crash) में राजस्थान के वीर सपूत कुलदीप राव भी बुधवार को शहीद हो गये. सीडीएस बिपिन रावत (CDS Bipin Rawat) को लेकर जा रहा यह हेलीकॉप्टर बुधवार को हादसे का शिकार हो गया था. इसमें सीडीएस बिपिन रावत और उनकी पत्नी समेत में 13 लोगों की जान चली गई थी. इनमें राजस्थान के झुंझुनूं जिले के घरडाना खुर्द निवासी कुलदीप राव भी शामिल हैं.
कुलदीप राव एयरफोर्स में पायलट थे. कुलदीप राव के पिता रणधीर सिंह भी सेना में रहे हैं. कुलदीप राव की शहादत की सूचना आज सुबह गांव पहुंची. उसके बाद गांव में सन्नाटा पसर गया. कुलदीप राव का परिवार जयपुर और लखनऊ में रहता है. शहीद की अंत्येष्टि कहां होगी इसकी अभी तक पूरी जानकारी नहीं मिल पाई है. घरडाना खुर्द के सरपंच संदीप राव ने बताया कि शहीद का अंतिम संस्कार गांव में ही किया जा सकता है लेकिन अभी तक इस बारे में पुख्ता कोई जानकारी नहीं मिल पाई है. गांव के लोग शहीद के परिजनों के संपर्क में है.
एनडीए से 2013 के पास आउट थे कुलदीप
कुलदीप एनडीए से 2013 के पास आउट हुये थे. इंडियन एयरफोर्स के हेलिकॉप्टर को ग्रुप कैप्टन पीएस चौहान और को-पायलट स्क्वाड्रन लीडर कुलदीप सिंह राव उड़ा रहे थे. कुलदीप की शिक्षा ज्यादातर लखनऊ में हुई है. पिता सेना में थे इसलिए परिवार का गांव से बाहर ही रहना हुआ है. गांव के संदीप राव ने बताया कि कुलदीप की डेढ़ 2 साल पहले ही शादी हुई थी. शादी गांव में हुई थी. पूरा परिवार गांव आया था. कुलदीप बहुत मिलनसार व्यक्तित्व का धनी थे. कुलदीप की बहन भी इंडियन नेवी में है.
झुंझुनूं के गांव-गांव, ढाणी-ढाणी के लोग सेना में हैं
राजस्थान के शेखावाटी का झुंझुनूं जिला में देश को सर्वाधिक सैनिक देने वाले जिले के रूप में पहचान रखता है. यहां के गांव-गांव, ढाणी-ढाणी के लोग सेना में सेवायें दे रहे हैं. झुंझुनूं जिले के जितने जवान वर्तमान में सेना में सेवायें दे रहे हैं उससे ज्यादा यहां सेवानिृवत्त सैन्यकर्मी हैं. देश की रक्षा के लिये जितने भी युद्ध हुये हैं उनमें झुंझुनूं जिले समेत राजस्थान के वीर सपूतों ने अदम्य साहस का परिचय दिया है.
राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए बहुत बड़ी और अपूरणीय क्षति
उल्लेखनीय है कि इस हेलीकॉप्टर हादसे में सीडीएस जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी समेत 13 सैन्य अधिकारी और सैन्यकर्मी का निधन हो गया. सीडीएस जनरल बिपिन रावत का असमय चले जाना देशवासियों और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए बहुत बड़ी और अपूरणीय क्षति है. जनरल बिपिन रावत ने बेहद नाजुक दौर में चीन के साथ नियंत्रण रेखा पर टकराव की स्थिति में सूझबूझ से काम लिया था. रावत ने भारतीय सेना और उसकी दृढ़ इच्छाशक्ति का लोहा मनवाया था.
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