अब वीएचएसएनसी सत्र स्थल पर मरीजों को मिलेगी ई-संजीवनी टेलीमेडिसिन की सेवा

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• प्रत्येक बुधवार और शुक्रवार को आयोजित होगा आरोग्य दिवस
• स्वास्थ्य विभाग अपर मुख्य सचिव ने जारी किया निर्देश
• टेलीमेडिसिन के माध्यम से चिकित्सकीय परामर्श के साथ मिलेगी नि:शुल्क दवा
• कार्यक्रम के सफल क्रियान्वयन को लेकर दिया जायेगा प्रशिक्षण

श्रीनारद मीडिया‚ पंकज मिश्रा‚ छपरा (बिहार)


मुख्यमंत्री के महत्वाकांक्षी योजना सात निश्चय पार्ट-2 में शामिल ई-संजीवनी टेलीमेडिसिन सेवा की शुरुआत आम मरीजों के बेहतर उपचार व चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से की गयी है। इस सेवा से आम मरीजों को काफी सहूलियत हो रही है। जिले के ग्रामीण एवं दूर दराज के क्षेत्रों के व्यक्तियों को चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध कराने के प्रयास किये जा रहे है। इस हेतु जिले में ई-संजीवनी के माध्यम से टेलीमेडिसिन से चिकित्सकीय परामर्श प्रदान किया जा रहा है। निर्णय लिया गया है कि ई-संजीवनी के माध्यम से सभी आरोग्य दिवस सत्र पर पूर्व से दी जाने वाली सेवाओं के अतिरिक्त चिकित्सकीय परामर्श की सुविधा उपलब्ध कराया जाना है। इस संबंध में स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने पत्र जारी कर सिविल सर्जन को आवश्यक दिशा-निर्देश दिया है। जारी पत्र में कहा गया है कि इस कार्यक्रम के अन्तर्गत वीएचएसएनडी सत्र स्थल को चिह्नित कर जिलास्तरीय हब के साथ सम्बद्ध किया गया है। स्पोक्स के रूप में यह सेवा प्रत्येक बुधवार एवं शुक्रवार (वीएचएसएनडी दिवस) पर अतिरिक्त चिकित्सा पदाधिकारियों को हब में पंजीकृत किया गया है। इस सेवा का शुभारम्भ ड्राई रन के पश्चात शीघ्रातिशीघ्र किया जायेगा।

मरीजों को परामर्श के साथ-साथ मिलेगी दवा:
टेलीमेडिसिन के माध्यम से उपचारित मरीजों को चिकित्सकीय परामर्श के अनुरूप निःशुल्क औषधि उपलब्ध कराई जायेगी। ई-संजीवनी के ईडीएल में 37 प्रकार की दवायें चिह्नित हैं। नियमित टीकाकरण अन्तर्गत कार्यरत अल्टरनेट वैक्सीन डिलेवरी के द्वारा टीका के साथ-साथ आवश्यक औषधि एवं अन्य सामग्रियों को पूर्वाह्न 8:00 बजे वीएचएसएनडी सत्र स्थल भेजना सुनिश्चित किया जाय। ज्ञात कि इस कार्यक्रम के तहत किसी प्रकार की आपातकालीन सेवा की सुविधा उपलब्ध नहीं है। अतः आवश्यकता महसूस होने पर रोगी को निकटतम उच्च स्वास्थ्य संस्थान में रेफर किया जा सकता है। इसके साथ जो सुविधा वीएचएसएनडी सत्र स्थल पर उपलब्ध नहीं हो ,इलाज के लिये रोगी को उच्च स्वास्थ्य संस्थान प्रेषित किया जा सकता है। संबंधित प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी का उत्तरदायित्व होगा कि सभी सत्र पर आवश्यक औषधि उपलब्ध हो एवं पदाधिकारी एवं कर्मीगण इस सेवा के साथ ससमय जुडें।

कर्मियों को दिया जायेगा प्रशिक्षण:
जारी पत्र के माध्यम से निर्देश दिया गया है कि इस कार्यक्रम के सफल संचालन हेतु सभी प्रखण्ड स्तर पर टेलीमेडिसिन के लिए चिह्नित चिकित्सा पदाधिकारी, एएनएम, सीएचओ, बीएमएंडई, बीएचएम,बीसीएम, हेल्थ एडुकेटर, यूनिसेफ के बीएमसी, डब्ल्यूएचओ के फील्ड मॉनिटर, केयर इंडिया के आईसीटी कॉर्डिनेटर एवं प्रखंड प्रबंधक तथा पूर्व में इस कार्यक्रम अन्तर्गत प्रशिक्षित प्रशिक्षकों के द्वारा ट्रेनिंग करायी जाय। सूक्ष्म कार्ययोजना में जो पर्यवेक्षण हेतु पदाधिकारी / कर्मचारी चिह्नित हैं उनका भी प्रशिक्षण कराया जायेगा। ताकि अपने क्षेत्र में पर्यवेक्षण के दौरान परेशानी होने पर एएनएम की हैंड होल्डिंग कर पायें । प्रखण्ड स्तर पर किये जाने वाले इस प्रशिक्षण के पर्यवेक्षण हेतु जिला स्तर से पदाधिकारी एवं सहयोगी संस्था के प्रतिनिधियों को भेजा जाय।
सेवा के लिए किया जायेगा प्रचार-प्रसार:
जारी पत्र में कहा गया है कि इस सेवा का व्यापक रूप से प्रचार प्रसार किया जाना है। सभी स्वास्थ्य संस्थानों या जिला अस्पातल, अनुमंडलीय अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, स्वास्थ्य उपकेन्द्र हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर एवं सभी आरोग्य दिवस सत्र स्थल पर इससे संबंधित प्रचार-प्रसार आईईसी सामग्री का प्रर्दशन किया जाय। यह सेवा प्रत्येक बुधवार एवं शुक्रवार कार्यदिवस को पूर्वाह्न 09:00 बजे से अपराह्न 04:00 बजे तक उपलब्ध होगी। इस दौरान ई-संजीवनी टेलीमेडिसिन में पंजीकृत ए०एन०एम० ससमय अपने कार्य स्थल पर उपस्थित होकर पोर्टल पर लॉगिन करेंगे। सभी चिकित्सा पदाधिकारी प्रत्येक बुधवार एवं शुक्रवार को ससमय लॉग इन करेंगे।

मॉनिटरिंग करने में सहयोग करेंगे सहयोगी संस्था:
इस कार्यक्रम की मॉनिटरिंग जिला एवं प्रखंड स्तर पर की जायेगी। सिविल सर्जन, एसीएमओ, डीपीएम डीपीसी के साथ-साथ सहयोगी संस्था- केयर इंडिया, डब्ल्यूएचओ, यूनिसेफ, जपाईगो के प्रतिनिधियों के द्वारा किया जायेगा। कम से कम तीन आरोग्य दिवस सत्रों का भ्रमण प्रत्येक पदाधिकारियों के द्वारा किया जायेगा।

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