एड्स नियंत्रण को लेकर कैब का किया गया गठन
एचआईवी एड्स के प्रसार को रोकने के लिए स्वास्थ्य विभाग कटिबद्ध: डॉ साबिर आलम
बैनर पोस्टर के माध्यम से किया जा सकता लोगों को जागरूक: अजय वर्णवाल
एचआईवी एड्स समग्र विकास के साथ जुड़ा हुआ मुद्दा: सूरज बधेल
श्रीनारद मीडिया, पूर्णिया, (बिहार):
संचारी रोग पदाधिकारी सह जिला एड्स नियंत्रण पदाधिकारी डॉ साबिर आलम की अध्यक्षता में सदर अस्पताल स्थित जिला प्रतिरक्षण कार्यालय के सभागार में जिला सलाहकार समिति का गठन किया गया। एड्स कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए एक टीम गठन भी किया गया। जिसमें स्वास्थ्य विभाग और अन्य संस्थाओं से जुड़े कर्मियों को कमेटी में शामिल किया गया है। इस दौरान जिले में एचआईवी एड्स प्रसार दर को कम करने के लिए नाको, नई दिल्ली के दिशा निर्देश के आलोक में कार्यक्रम के सफल क्रियान्वयन किये जाने पर बल दिया गया। इसके अतिरिक्त बैठक में मासिक कार्यक्रमों की भी समीक्षा की गयी। इस बीच प्रत्येक शुक्रवार को परवरिश योजना एव अन्य सामाजिक सुरक्षा से संबंधित योजनाएं एवं अधिकार के लिए कार्य किये जायेंगे। ज़िलें के सभी परामर्शी परवरिश योजना से लाभान्वित कराने को लेकर लाभार्थियों को प्रक्रिया में यथासंभव मदद करेंगे। जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी के सभागार में आयोजित बैठक में इस बैठक में बिहार राज्य एड्स नियंत्रण समिति के टीम लीडर सूरज बघेल, कार्यक्रम समन्वयक अजय बरनवाल, विशेष पुलिस पदाधिकारी अनिल कुमार सिंह, डीआईएस वैद्यनाथ सिंह, एआरटी के डॉ सौरभ कुमार, आईसीटीसी परामर्शदाता राजीव कुमार, आईडेंट समाज कल्याण समिति के कार्यक्रम प्रबंधक सहित कई अन्य कर्मी उपस्थित थे।
एचआईवी एड्स के प्रसार को रोकने के लिए स्वास्थ्य विभाग कटिबद्ध: डॉ साबिर आलम
संचारी रोग पदाधिकारी सह जिला एड्स नियंत्रण पदाधिकारी
डॉ साबिर आलम ने बताया राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन (नाको) नई दिल्ली के दिशा-निर्देश के आलोक में वित्तीय वर्ष 2021-22 में बिहार राज्य उच्च जोखिम वाले समूहों की संख्या का आकलन कराये जाने से संबंधित सर्वे की शुरुआत करने के पूर्व सामुदायिक सलाहकार समिति (कैब) का गठन किया गया है। जिसको लेकर डीआईओ सभागार में बैठक का आयोजन किया गया है। एचआईवी एड्स के प्रसार में उच्च जोखिम वर्ग वाले व्यक्तियों की भूमिका प्रमुख होगी। ऐसे समुह को चिह्नित कर बिहार राज्य एड्स नियंत्रण समिति, पटना के द्वारा लच्छित हस्तक्षेप कार्यक्रम के अन्तर्गत जिले में आईडेन्ट समाज कल्याण संस्थान नामक गैर सरकारी संगठन कार्यरत है। इसके लिए समय-समय पर नाको नई दिल्ली के मार्गदर्शन में उक्त समूहों की संख्या व आकार सहित कई अन्य का आकलन किया जाना है। ताकि आकलन के अनुसार समूह द्वारा चिह्नित व्यक्तियों को लच्छित हस्तक्षेप कार्यक्रम के अन्तर्गत लाभुकों की श्रेणी में शामिल करते कार्यक्रम के अंतर्गत उपलब्ध सेवाएं प्रदान की जाय।
बैनर पोस्टर के माध्यम से किया जा सकता हैं लोगों को जागरूक: अजय वर्णवाल
बिहार राज्य एड्स नियंत्रण समिति के कार्यक्रम समन्वयक अजय बरनवाल ने बताया ज़िले के विभिन्न कार्यक्रमों के तहत होने वाले जागरूकता से संबंधित गतिविधियों के आयोजन को लेकर कर्मियों का प्रशिक्षण, ग्राम सभा की बैठकों में एचआईवी संक्रमण पर परिचर्चा, स्कूल व कॉलेजों में एचआईवी एड्स विषय पर सेमिनार का आयोजन, स्कूली परीक्षाओं में एड्स पर आधारित एक सवाल पूछ कर, भारी वाहनों में जागरूकता संदेश का प्रदर्शन सहित बैनर पोस्टर के माध्यम से इसे लेकर संचालित कर जागरूकता से संबंधित गतिविधियों को बढ़ावा दिया जा सकता है।
एचआईवी एड्स समग्र विकास के साथ जुड़ा हुआ मुद्दा: सूरज बधेल
बिहार राज्य एड्स नियंत्रण समिति के टीम लीडर सूरज बघेल ने बताया जागरूकता ही एचआईवी संक्रमण के मामलों को रोकने का एकमात्र तरीका है। इसीलिए यह जरूरी है कि रोग के कारण, लक्षण व इसके प्रसार की संभावनाओं के प्रति आम जनमानस को जागरूक किया जाये। एचआईवी व एड्स उन्मूलन की दिशा में लगातार प्रयास किया जा रहा है। हालांकि बहुद हद तक हमलोग इसमें कामयाब भी हुए हैं। एचआईवी व एड्स सिर्फ स्वास्थ्य से जुड़ा मुद्दा नहीं है बल्कि यह हमारे समग्र विकास से जुड़ा हुआ मुद्दा है। इसीलिए हमें हर तरह से इसके खतरे व इससे जुड़ी हुई चुनौतियों के प्रति आम लोगों को जागरूक करते हुए इस पर प्रभावी नियंत्रण के उपाय भी करने होंगे।
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