गांधी जी को अपशब्द कहने वाले ‘कालीचरण महाराज’ हुए गिरफ्तार.
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
छत्तीसगढ़ के रायपुर के धर्म सभा में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को गाली देने वाले काली चरण महाराज को आज सुबह रायपुर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. उनकी गिरफ्तारी मध्य प्रदेश से हुई है. रायपुर पुलिस के अनुसार बागेश्वर धाम के पास एक शख्स के घर से सुबह सुबह चार बजे काली चरण को गिरफ्तार किया गया है उसने एक लॉज भी बुक कराया था. शुरूआती जांच के बाद पुलिस ने कालीचरण महाराज के खिलाफ देशद्रोह की धाराएं भी जोड़ी हैं. तो आइए जानते हैं कि काली चरण महाराज की पूरी कहानी क्या है.
कौन हैं काली चरण महाराज
काली चरण का सही नाम अभिजीत सराग है. वे मूल रूप से महाराष्ट्र के अकोला के रहने वाले हैं. खबरों की माने तो उनका बचपन अकोला में ही बीता था. हालांकि उनके शिक्षा को लेकर कोई सटीक जानकारी नहीं है, स्थानीय लोगों के अनुसार उन्होंने 8 वीं तक की पढ़ाई की है. कालीचरण महाराज अपने और अपने परिवार के बारे में कोई भी जानकारी देने से बचते रहे हैं. अपने एक साक्षात्कार में उन्होंने कहा था कि मुझे स्कूल जाना कभी पसंद नहीं रहा. मैं अक्सर जबरन स्कूल भेजे जाने के बाद बीमार पड़ जाता था. उसके बाद मेरी दिलचस्पी अध्यात्म की तरफ मुड़ गया.
वो पहली बार चर्चा में तब आए थे जब शिव ताडंव पर उनका भजन सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. खबरों की माने तो काली चरम महाराज ने 2017 में अकोला से नगर निगम चुनाव लड़ा था लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ था. अभिजीत सराग से कालीचरण बनने की कहानी भी दिलचस्प है. उन्होंने दावा किया था कि देवी काली ने उन्हें दर्शन दिया था और एक दुर्घटना से भी बचाया था. काली चरण अपने गुरू का नाम महर्षि अगस्त्य बताते हैं .
खुद को ऋषि कहने से परहेज: काली चरण खुद को ऋषि कहने से बचते नजर आए हैं. वे कहते हैं कि ऋषि मुनि कोई मेकअप नहीं करते हैं लेकिन मुझे अच्छे आकर्षक डिजाइन वाले कपड़े पसंद हैं. मैं कुमकुम भी लगाता हूं. मैं दाढ़ी भी बनाता हूं इसलिए मैं खुद को ऋषि मुनि नहीं कह सकता.
क्या है पूरा मामला: बता दें कि रायपुर के धर्म संसद का एक वीडियो पिछले दिनों वायरल हुआ था, जिसमें अकोला के काली चरण महाराज ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को गाली दी थी. वीडियो में साफ देखा जा रहा है कि काली चरम महाराज महात्मा गांधी को अपशब्द कह रहे थे. इसके अलावा महात्मा गांधी की हत्या करने वाले नाथूराम गोडसे की तारीफ भी कर रहे थे. वहीं, उनके भाषण पर धर्म संसद में मौजूद लोग तालियां भी बजाते नजर आ रहे थे. उनके खिलाफ रायपुर नगर निगम के प्रवक्ता औऱ कांग्रेस नेता प्रमोद दुबे की शिकायत के बाद मामला दर्ज किया गया था.
गिरफ्तारी पर मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ सरकार आमने सामने: उधर कालीचरण महाराज की गिरफ्तारी को लेकर मध्य प्रदेश औऱ छत्तीसगढ़ सरकार आमने सामने हैं. दरअसल मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने नाराजगी जताते हुए कहा कि संघीय नियम के तहत इस तरह की कार्रवाई की अनुमति नहीं है. इस कार्रवाई को उन्होंने इंटर स्टेट प्रोटोकॉल का उल्लंघन बताया है. मध्य प्रदेश पुलिस को बिना जानकारी दिए इस तरह की गिरफ्तारी को गलत बताया है.