लोकतंत्र को जिन्दा रखने के लिए युवाओं को आगे आने की जरूरत है : रजनीश कु.सिंह

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# लोकतंत्र कितना लोकतांत्रिक विषय पर सेमिनार कर विचारगोष्ठी आयोजित किया गया

श्रीनारद मीडिया‚ मनोज तिवारी‚ छपरा (बिहार)


बिहार राज्य जनवादी सांस्कृतिक मोर्चा”विकल्प”के तत्वावधान में मांझी प्रखंड अंतर्गत दाऊदपुर के कोहरा बलोखडा़ ग्राम में “लोकतंत्र कितना लोकतांत्रिक” विषय पर सेमिनार कर विचारगोष्ठी का आयोजन किया गया. जिसकी अध्यक्षता विकल्प के सारण जिलाध्यक्ष केदारनाथ शर्मा ने की.जबकि कार्यक्रम का उद्घाटन हिन्दी के प्रसिद्ध साहित्यकार एवं वरिष्ठ चिंतक शिवनाथ पुरी ने किया।उन्होंने अपने संबोधन में वर्तमान लोकतंत्रीय शैली की आलोचना करते हुए कहा कि जिस कुर्बानी के बदौलत लोकतंत्र के बहाली की प्रक्रिया अपनाई गई वह वास्तव मे

उद्योगपतियों/पूंजीपतियों को संरक्षण देने का काम किया जिसके बदौलत संसदीय राजनीति लोकतंत्र को बंधुआ बना दिया. आजादी तो मिली लेकिन उपनिवेशवादी साम्राज्यवादी पद्धतियां पूरी तरह बरकरार रही.सबकुछ लोकतंत्र के विपरीत किसी भी राजनीतिक दल में लोकतंत्र की जगह नहीं हुई।बराबरी का सामर्थ्य मुहैया ही नहीं हुई।

 

नाबराबरी की इस कोशिश ने लोकतंत्र की भावना जमीन पर पनपने ही नहीं दी.वहीं बतौर मुख्य वक्ता युवा साहित्यकार एवं चिंतक कुमार रजनीश ने कहा कि लोकतंत्र का सवप्न तभी हकीकत में बदल सकता है जब समानता वाले समाज में निचले पायदान पर बैठे व्यक्ति के बेहतरी की दिशा मे काम किया जा सके।

शेर और मेमना एक जगह पर समान रूप से रह सके.साथ ही धर्म सम्प्रदाय व क्षेत्रवाद से ऊपर उठकर लोकतान्त्रिक मूल्यों के रास्ते जम्हूरियत की रक्षा किया जा सके।यह लोकतंत्र धनतंत्र,

भ्रष्ट तंत्र एवं लूट तंत्र मे बदल गया है जो आम आदमी के बेहतरी में बाधक है।आज जरूरत है युवाओं को आगे आने की।यह तभी संभव है जब हमारे इरादे बलिदानी हो।इसलिए आवश्यकता है लोकतंत्र को वास्तविक रूप में जगाने की तभी हमारी जम्हुरियत अक्षुण्य रहेगी और हमारा लोकतंत्र जिन्दा रहेगा।

 

मौके पर विचार गोष्ठी को का.बच्चा राय, कन्हैया यादव. चन्द्रमा राय, अभय गोस्वामी, डा.दिलीप प्रसाद, शिवबालक सिंह, सुखदेव शर्मा, हवलदार गिरि, डा.रामजी प्रसाद आदि ने संबोधित किया. वहीं इस अवसर पर सामाजिक कार्य कर्ता बुद्धि जीवी एवं जागृति, विकल्प से जुडे रंगकर्मी भी उपस्थित थे।आये हुए सम्मानित अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापन शहीद स्मारक समिति के सचिव सुमन कु.गिरि ने किया.

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