संक्रमण के दौर में भी परिवार नियोजन सेवाओं को प्रोत्साहित करने के लिए होगा पखवाड़े का आयोजन
• मेले के माध्यम से लोगों को परिवार नियोजन के लिए किया गया जागरूक
• दो चरणों में चलेगा अभियान
• पुरुष नसबंदी को अपनाने के लिए जागरूकता फैलाने पर बल
श्रीनारद मीडिया, पंकज मिश्रा, छपरा (बिहार):
संक्रमण काल में भी परिवार नियोजन की सेवाओं की आवश्यकता कम नहीं होती , इस बात के मद्देनजर राज्य सरकार के मिशन परिवार विकास अभियान के अंतर्गत 10 जनवारी से सभी जिलों में परिवार नियोजन पखवाड़ा का आयोजन किया जा रहा है। सिविल सर्जन डॉ. सागर दुलाल सिन्हा ने बताया कि यह अभियान दो चरणों में चलाया जा रहा है। पहले चरण के तहत 10 जनवरी से 16 जनवरी तक दंपती संपर्क सप्ताह मनाया जाएगा।
इस दौरान आशा घर-घर जाकर योग्य दंपतियों से मिल रही हैं तथा उन्हें परिवार नियोजन के साधनों के विषय में जानकारी देंगी इसके अलावा परिवार नियोजन के स्थायी साधनों को अपनाने के इच्छुक योग्य वायक्तियों का पंजीकरण भी करवाया जा रहा है। जबकि दूसरे चरण में 17 से 29 जनवरी तक परिवार नियोजन सेवा सप्ताह का आयोजन किया जाएगा।
इस वर्ष पखवाड़े के दौरान पुरुष नसबंदी को अपनाने के लिए जागरूकता फैलाने पर बल दिया जा रहा है। साथ ही आमजन में जागरुकता लाने के लिए सही उम्र में शादी, शादी के बाद कम से कम 2 साल के बाद पहला बच्चा, दो बच्चों में कम से कम 3 साल का अंतराल व प्रसव के बाद या गर्भपात के बाद परिवार नियोजन के स्थायी एवं अस्थायी साधनों पर जोर दिया जाएगा।
परिवार नियोजन मेला का आयोजन 17 जनवरी को :
अभियान के दूसरे चरण की शुरुआत जिला मुख्यालय और सभी प्रखण्डों पर परिवार नियोजन मेले के आयोजन के साथ होगी। जिसके लिए तैयारियां संबन्धित पदाधिकारियों को निर्देश दी जा चुका है। मेले में फैमिली प्लानिंग कार्नर और गर्भ निरोधक साधनों एवं अन्य अस्थायी साधनों के निशुल्क वितरण और उनके प्रति जागरूक करने के लिए स्टाल भी लगाए जाएंगे। जहाँ तैनात प्रशिक्षित एएनएम द्वारा महिलाओं को अस्थाई संसाधनों की जानकारी दी जाएगी।
जिसमें अगर कोई महिला परिवार नियोजन ऑपरेशन के लिए इच्छुक हैं। किन्तु, वह शारीरिक रूप से ऑपरेशन के लिए सक्षम नहीं हैं तो ऐसे महिलाओं को अस्थाई संसाधनों की जानकारी दी जाएगी। जैसे कि, ऐसे महिला को कंडोम, कॉपर-टी , छाया, अंतरा समेत अन्य अस्थाई संसाधनों की जानकारी देकर अपनाने के लिए प्रेरित की जाएगी। साथ ही कार्नर पर ही उक्त संसाधन मुफ्त में उपलब्ध कराएं जाएंगे। जिसके कि अस्थाई संसाधनों को भी गति मिल सकें और लोगों को आसानी के साथ सुविधा का लाभ मिल सकें।
सभी प्रखण्डों में घूमेगा सारथी रथ :
जिला स्वास्थ्य महकमा का अधिकांश हिस्सा फिलहाल कोरोना से जूझने और टीकाकरण के लक्ष्य को पूरा करनेमें लगा हुआ है। फिर भी 17 जनवरी से परिवार नियोजन साधनों को हर घर तक पहुँचाने के लिए जिले के सभी प्रखण्डों में 20 सारथी रथ चलाया जाएगा।
परिवार नियोजन अपनाने से मजबूत होगा शारीरिक और आर्थिक विकास :
परिवार नियोजन योजना को अपनाने से ना सिर्फ छोटा और सीमित परिवार होगा, बल्कि, जहाँ महिलाओं की शारीरिक विकास होगा। वहीं, परिवार की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। जिससे आप अपने बच्चों को उचित परवरिश के साथ अच्छी शिक्षा हासिल कराने में समृद्ध होंगे और बच्चे को उचित परवरिश का माहौल मिलेगा। साथ ही समाज में अच्छा संदेश जाएगा और सामाजिक स्तर पर लोग जागरूक होंगे। इसके अलावा जब बच्चों को उचित परवरिश मिलेगा तो वह मानसिक और शारीरिक रूप से भी मजबूत होगा।
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