कौड़िया गांव में बसन्तपुर के नाम से रेलवे स्टेशन होने से राजस्व गांव का अस्तित्व खतरे में
स्टेशन के नाम नहीं बदलने से स्थानीय ग्रामीण आंदोलन करने के तैयारी में
श्रीनारद मीडिया, एम सावर्ण, भगवानपुर हाट, सीवान (बिहार):
सीवान जिले के भगवानपुर हाट प्रखंड के राजस्व गांव कौड़िया में स्थापित रेलवे स्टेशन का नाम बसन्तपुर होने से कौड़िया गांव के अस्तित्व पर खतरा छा गया है। हो सकता है कि आने वाली पीढ़ी कौड़िया गांव के नाम को भूल जाए।
महाराजगंज-मशरख रेल खण्ड के निर्माण के दौरान रेलवे द्वारा आंख बंद कर स्टेशनों के नामकरण किया गया, जिससे उस नाम का अगल बगल में कोई गांव हीं नहीं है।
प्रखंड के कौड़िया पंचायत के लहुड़ी कौड़िया गांव में रेलवे स्टेशन बना जिसका नामकरण बसन्तपुर के नाम से है। जबकि बसन्तपुर एक स्वतंत्र प्रखंड है। यह रेलवे स्टेशन भगवानपुर प्रखंड में आता है। इससे कौड़िया में स्थापित रेलवे स्टेशन का नाम बसन्तपुर होना कहीं से भी न्यायोचित नहीं है।
कई बार लोग बसन्तपुर में रेलवे स्टेशन की तलाश करते देखे जाते हैं। इसी तरह से खेढ़वां में बड़कागांव के नाम से स्टेशन है। स्टेशन के नामकरण में हुई गड़बड़ी के सुधार के लिए कई बार लोगों ने विभाग के वरीय अधिकारियों का ध्यान आकृष्ट किया। लेकिन अभी तक कोई पहल नहीं हुई है।
उपप्रमुख कौड़िया निवासी श्यामकिशोर सिंह उर्फ मुन्ना सिंह, श्रीराम सिंह, मदन प्रसाद, नीरज कुमार श्रीवास्तव व कई अन्य लोगों ने बताया कि स्टेशन का नाम सुधार कर कौड़िया करने के लिए वे लोग वरीय अधिकारियों के पास दौड़ लगा रहे हैं। उद्घाटन के समय लगभग तीन वर्ष पूर्व उपप्रमुख श्याम किशोर सिंह के नेतृत्व ने ग्रामीणों ने डीआरएम का घेराव भी किया था। उन्होंने नाम बदलने का आश्वासन भी दिया। लेकिन अभी तक कोई कदम नहीं उठाए जाने से ग्रामीणों में आक्रोश है। ग्रामीण एक बार फिर आंदोलन की तैयारी में हैं।
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