Breaking

अपर्णा यादव और प्रतीक की लव स्टोरी है बेहद दिलचस्प,  पढ़े लव स्‍टोरी

अपर्णा यादव और प्रतीक की लव स्टोरी है बेहद दिलचस्प,  पढ़े लव स्‍टोरी

०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
previous arrow
next arrow
०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
previous arrow
next arrow

श्रीनारद मीडिया, सेंट्रल डेस्‍क:

 

यूपी विधानसभा चुनाव 2022 से पहले सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव आज बीजेपी में शामिल हो गईं हैं. इस दौरान यूपी बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह और डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य मौजूद रहे. आइए जानते हैं अपर्णा यादव के कॉलेज से राजनीतिक सफर के बारे में.

अपर्णा यादव, मुलायम सिंह यादव और साधना गुप्ता के छोटे बेटे प्रतीक यादव की पत्‍नी हैं. प्रतीक यादव राजनीति से जितने दूर हैं, अपर्णा यादव राजनीति के उतने ही करीब हैं, प्रतीक यादव जितना लाइमलाइट से बचते हैं, वहीं अपर्णा यादव किसी न किसी कारण सुर्खियों में बनी रहती हैं. इन सब के बाद भी दोनों की लव स्टोरी बेहद दिसचस्प है.

स्कूल के दिनों से ही जानते थे अपर्णा -प्रतीक को

अपर्णा यादव के पिता का नाम अरविंद सिंह बिष्ट है, और उनकी मां का नाम अंबी बिष्ट है, जोकि एक सरकारी कर्मचारी हैं. अपर्णा यादव ने ब्रिटेन के मैनचेस्टर यूनिवर्सिटी से इंटरनेशनल रिलेशन एंड पॉलिटिक्स में मास्टर डिग्री प्राप्त की है. अपर्णा यादव प्रतीक यादव को स्कूल के दिनों से ही जानती थीं. अपर्णा के मुताबिक, दोनों स्कूल के इवेंट्स पर भी मिलते रहते थे.

अपर्णा यादव को बचपन से ही संगीत से लगाव रहा है. स्कूल के दिनों में वह म्यूजिक क्लब प्रेसिडेंट भी रही थीं. अपर्णा यादव जब एक बार स्कूल इवेंट के दौरान प्रतीक यादव के स्कूल में गई, तब उनसे प्रतीक ने बातों ही बातों में ई-मेल आईडी मांग ली थी. अपर्णा ने आगे बताया कि आईडी लेने के प्रतीक उन्हें अक्सर मैसेज करते रहते थे, और फिर दोनों की दोस्ती धीरे-धीरे प्यार में बदल गई.

अपर्णा और प्रतीक यादव की सगाई साल 2010 में और फिर शादी दिसंबर 2011 में हुई थी. दोनों की एक बेटी भी जिसका नाम प्रथमा है. अपर्णा की शुरू से राजनीति में दिसचस्पी नहीं थी. समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं और मुलायम सिंह के कहने पर वह चुनाव लड़ने के लिए तैयार हुईं, जिसके बाद पहली बार उन्होंने 2017 के यूपी विधानसभा चुनाव में लखनऊ कैंट से सपा के टिकट पर चुनाव लड़ चुकी हैं, लेकिन इस चुनाव में वह बीजेपी की रीता बहुगुणा जोशी से हार गईं थी.

यह भी पढ़े

पंजाब सीएम के रिश्तेदार के घर छापेमारी अब तक 10.7 करोड़ बरामद

माझी पुलिस ने बलिया मोड़ से  शराब सहित एक बोलेरो के साथ तीन लोगों को किया गिरफ्तार 

हबीबपुर ने कुशीनगर को 35 रन से हराकर विनर कप पर जमाया कब्जा

आशारानी लाल की पुस्तक ‘यादों की गठरी’आत्मकथात्मक संस्मरणात्मक है–राजेश पाण्डेय.

  शराब मामले में दो गिरफ्तार

टीकाकरण को लेकर उप विकास आयुक्त की अध्यक्षता में बैठक

Leave a Reply

error: Content is protected !!