प्रगतिशील भोजपुरी समाज (प्रभोस)ने सरकार की दमनकारी नीति का किया निन्दा
श्रीनारद मीडिया, सेंट्रल डेस्क:
प्रगतिशील भोजपुरी समाज के केंद्रीय अध्यक्ष डॉ जनार्दन सिंह ने एक विज्ञप्ति जारी कर कहां कि छात्रों का प्रदर्शन और आक्रोश आने वाले उस भयानक समय का सिग्नल है, जब पूरा देश भीषण आक्रोश उबलता हुआ दिखेगा। क्योंकि अब मरता क्या नहीं करता वाली स्थिति सिर्फ छात्र ही नहीं सबके सामने आ गई है।
व्यवस्था पर काबिज लोगों के लिए अभी भी वक्त है कि वह देश की अर्थव्यवस्था को चंद मुट्ठी भर लोगों के हित साधन की नीति से हटाकर परंपरागत ग्राम आधारित अर्थव्यवस्था की ओर ले चले।
क्योंकि इसी व्यवस्था में सबको शत- प्रतिशत आत्मनिर्भर बनाने की क्षमता है। देश के लोगों की जरूरत, समस्या और भावना को सहानुभूति पूर्वक समझकर सार्थक विकल्प ढूंढने के बजाय अंग्रेजों की तरह दमन की सरकार की नीति व्यवस्था पर काबिज लोगों के लिए घातक होगा।
प्रभास सरकार द्वारा छात्रों पर किए गए हिंसात्मक और दमन की कार्यवाही और कोचिंग सेंटर के कुछ संचालकों के ऊपर किए गए एफ आई आर का घोर निंदा करता है और छात्रों से अनुरोध करता है कि वह ऐसे समय में संयम और ध्यान रखें। क्योंकि तोड़फोड़ करने से अपने ही देश की संपत्ति का नुकशान होता है।
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