कोविड संक्रमण की तीसरी लहर में नहीं हुई लोगों को कोई विशेष परेशानी

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टीकाकरण के बाद संक्रमण का प्रभाव बिल्कुल कम:
अस्पतालों में उपलब्ध रही सभी व्यवस्था, कोविड मरीजों को नहीं आना पड़ रहा अस्पताल:
डीसीएचसी में कोविड मरीजों के लिए उपलब्ध है सभी व्यवस्था:
कोविड संक्रमित व्यक्ति को होम आइसोलेशन में उपलब्ध कराई जा रही मेडिकल किट:

श्रीनारद मीडिया, पूर्णिया,  (बिहार):


कोविड-19 संक्रमण की तीसरी लहर लोगों को संक्रमित करने में सफल रही ,लेकिन लोगों का समय पर टीकाकृत होने के कारण उन्हें परेशान करने में असमर्थ रही। तीसरी लहर से पूर्व लोगों द्वारा कोविड-19 टीका लगाने से लोगों को संक्रमित होने के बाद भी अस्पताल जाने की आवश्यकता नहीं हो रही। लोग घर में ही आइसोलेट होकर स्वस्थ्य हो रहे हैं। इसमें भी स्वास्थ्य विभाग द्वारा लोगों को घर तक मेडिकल किट उपलब्ध कराई जा रही जिससे लोगों को जल्दी उबरने में सहायता मिल रही है। अस्पतालों में भी ज्यादा मरीजों को एडमिट होने की जरूरत नहीं महसूस हुई। हालांकि कोविड-19 की दूसरी लहर से सीखते हुए जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग द्वारा पूरी तैयारी की गई है। जिससे आपातकाल की स्थिति में लोगों को संक्रमण से सुरक्षित किया जा सके।

टीकाकरण के बाद संक्रमण का प्रभाव बिल्कुल कम: सिविल सर्जन
सिविल सर्जन डॉ. एस के वर्मा ने बताया कि कोविड-19 संक्रमण से सुरक्षा के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा लोगों को मुफ्त टीका लगाया जा रहा है। जिससे लोगों के शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता में विकास होता है। रोग प्रतिरोधक क्षमता के विकसित होने से लोगों में संक्रमण से लड़ने और उसे खत्म करने की शक्ति आ जाती है। जो लोगों को फिर संक्रमित होने या संक्रमित होने पर भी जल्द स्वस्थ्य होने में सहायता प्रदान करता है। कोविड-19 की तीसरी लहर से पूर्व लोगों द्वारा टीकाकृत होने के कारण तीसरी लहर ज्यादा प्रभावी नहीं हो सकी। यह टीका सभी लोगों के लिए बहुत आवश्यक है। इसलिए सभी लोगों को समय पर इसकी दोनों डोज जरूर लगानी चाहिए।

अस्पतालों में उपलब्ध रही सभी व्यवस्था, कोविड मरीजों को नहीं आना पड़ रहा अस्पताल: सिंपी
कोविड-19 दूसरी लहर को देखते हुए जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग द्वारा तीसरी लहर से निपटने के लिए सभी आवश्यक तैयारी उपलब्ध रखी गई है। जिले के स्वास्थ्य केंद्रों में विशेष रूप से कोविड केयर सेंटर और ऑक्सीजन प्लांट तैयार किया गया है। जिससे आवश्यकता होने पर लोगों को सुविधा उपलब्ध कराई जा सके। लेकिन तीसरी लहर में टीकाकृत होने के कारण लोगों को अस्पताल में एडमिट होने की आवश्यकता नहीं हो रही। राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय व अस्पताल की प्रबंधक सिंपी चौधरी ने बताया कि कोविड मरीजों की सुविधा के लिए मेडिकल कॉलेज में डीसीएचसी तैयार किया गया है। यहां 15 बेड ऑक्सीजन के साथ उपलब्ध रखे गए हैं, जिसमें 05 बेड पर वेंटिलेटर की व्यवस्था भी है। आपातकाल की स्थिति से निपटने के लिए मेडिकल कॉलेज के ब्वायज हॉस्टल में भी 70 अतिरिक्त बेड तैयार रखा गया है, जहां पूरी तरह ऑक्सीजन की व्यवस्था उपलब्ध है। लेकिन कोविड तीसरी लहर के दौरान अबतक केवल 04 कोविड मरीजों को ही डीसीएचसी में एडमिट किया गया है। जिसमें तीन स्वस्थ होकर जा चुके हैं।

डीसीएचसी में कोविड मरीजों के लिए उपलब्ध है सभी व्यवस्था: एएनएम
डीसीएचसी में कार्यरत एएनएम नीतू कुमारी ने बताया कि डीसीएचसी में कोविड मरीजों की देखभाल के लिए हमेशा दो डॉक्टर, दो सिस्टर और एक पारा मेडिकल कर्मी उपलब्ध रहते हैं। इसके अलावा दो डॉक्टर और फिजीशियन एनेस्थेटिक को भी तैयार रखा गया है जो आवश्यकता होने पर उपलब्ध हो सकते हैं। डीसीएचसी में एडमिट मरीजों को कोविड मेडिसिन और ऑक्सीजन(आवश्यकता अनुसार) के साथ भाप दिया जाता है। हर आठ घंटे में मरीज की स्वास्थ्य जांच की जाती है। एडमिट मरीजों को 24×7 मॉनिटर किया जाता है। हर बेड पर कॉलबेल की सुविधा है जिससे मरीज आवश्यकता होने पर सूचित कर सकते हैं। कोविड मरीजों के लिए अलग से एम्बुलेंस तैयार रखा जाता है। जो आवश्यकता अनुसार उपयोग में लाया जाता है। जानकारी हो कि जिला मुख्यालय में डीसीएचसी के अलावा बनमनखी व धमदाहा में भी कोविड केयर सेंटर कार्यरत है।

कोविड संक्रमित व्यक्ति को होम आइसोलेशन में उपलब्ध कराई जा रही मेडिकल किट: डीपीएम
डीपीएम स्वास्थ्य ब्रजेश कुमार सिंह ने बताया कि कोविड संक्रमण की तीसरी लहर में कोविड जांच के साथ ही लोगों को मेडिसिन उपलब्ध कराई जा रही है। संक्रमण के लक्षण दिखाई देने पर लोगों की एंटीजन जांच की जाती और रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर उन्हें तत्काल मेडिसिन दी जाती है। वहीं उन्हें होम आइसोलेट किया जाता है। आरटीपीसीआर जांच के बाद लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा डाक के माध्यम से मेडिकल किट घर तक पहुँचायी जाती है। जिसमें मेडिसिन के साथ उसे उपयोग करने की जानकारी और हेल्पलाइन नंबर उपलब्ध रहता है। कोविड कंट्रोल रूम से भी प्रतिदिन वीडियो के माध्यम से मरीज के स्वास्थ्य की जानकारी ली जाती और उन्हें आवश्यकता अनुसार सुविधा उपलब्ध कराई जाती है।

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