सोशल मीडिया के हर एक यूजर को ‘आवारा मीडिया’ पढ़ना चाहिए : शिक्षा मंत्री

सोशल मीडिया के हर एक यूजर को ‘आवारा मीडिया’ पढ़ना चाहिए : शिक्षा मंत्री

०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
previous arrow
next arrow
०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
previous arrow
next arrow

* वरिष्ठ पत्रकार राकेश प्रवीर की सद्य: प्रकाशित पुस्तक “आवारा मीडिया” का हुआ लोकार्पण

श्रीनारद मीडिया‚ पटना (बिहार)

सोशल मीडिया हमारे जीवन का ऐसा अंग बन गया है, जिसे नजरअंदाज करना अब असंभव है। इसलिए यह हर व्यक्ति के लिए जरूरी है कि डिजिटल क्रांति के महत्वपूर्ण उत्पाद यानी सोशल मीडिया के प्रत्येक सकारात्मक और नकारात्मक पहलुओं से हम अवगत हों और इस दृष्टि से राकेश प्रवीर की पुस्तक ‘आवारा मीडिया’ अत्यंत उपयोगी है। जो भी सोशल मीडिया का थोड़ा—बहुत उपयोग करता है, उसे एक बार यह पुस्तक पढ़ना चाहिए।

उक्त बातें बिहार सरकार के शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने शनिवार को कहीं। वे वसंत पंचमी के शुभ अवसर पर वरिष्ठ पत्रकार राकेश प्रवीर द्वारा लिखित एवं स्वत्व प्रकाशन द्वारा प्रकाशित पुस्तक ‘आवारा मीडिया’ का बिहार सांस्कृतिक विद्यापीठ, पटना में विमोचन करने के बाद समारोह को संबोधित कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि आए दिन ऐसी खबरें आती हैं, जिससे पता चलता है कि सोशल मीडिया ने अफवाहों को फैलाया है। इसके लिए तकनीक को दोष देने की बजाय हमें खुद अपनी अंतरात्मा के अंदर झांकने की आवश्यकता है। कई बार यह भी होता है कि हम जाने अनजाने में ही सोशल मीडिया पर कुछ ऐसी हरकत कर देते हैं, जिससे बाद में हमारे अलावा अन्य लोगों को भी परेशानी का सामना करना पड़ता है।

शिक्षा मंत्री ने कहा कि उन्हें खुशी है कि इस सूक्ष्म में लेकिन गंभीर विषय को भी ‘आवारा मीडिया’ नामक पुस्तक में बड़े ही सरल ढंग से विश्लेषण किया गया है। उन्होंने कहा कि इस पुस्तक की विषयवस्तु और लेखन शैली के आधार पर प्रतीत होता है कि समाज अध्ययन से जुड़े हरेक विद्यार्थी और शोधार्थी के लिए यह पुस्तक महत्वपूर्ण साबित होगी, विशेषकर पत्रकारिता एवं जनसंचार के क्षेत्र में काम करने वाले पेशेवरों और उस क्षेत्र में अध्ययन कर रहे छात्र-छात्राओं के लिए इस पुस्तक में अत्यंत ही उपयोगी सामग्री दी गई है।

विमोचन समारोह को संबोधित करते हुए पुस्तक के लेखक राकेश प्रवीर ने बताया कि अपने 3 दशक पुराने पत्रकारीय जीवन के अनुभवों को समेटकर यह पुस्तक लिखी गई है। यह पुस्तक हर उस व्यक्ति के लिए जो सोशल मीडिया का उपयोग करता है और जाने—अनजाने में उसके दुष्प्रभावों को झेलता है, के लिए एक उपकरण का काम करेगी। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया ने दूर बैठे लोगों को नि:संदेह आपस में जोड़ा है। लेकिन, यह भी उतना ही सच है कि इस सोशल मीडिया ने अनेक अफवाहों व दुश्वारियों को भी जन्म दिया है। इसके लिए तकनीक नहीं, बल्कि इसके यूजर दोषी हैं।

स्वत्व प्रकाशन के कृष्णकांत ओझा ने कहा कि प्रकाशन का उद्देश्य है कि मीडिया व समाज से जुड़े सार्थक विमर्शों को पुस्तक के रूप में सामने लाया जाए और इसी के ध्येय के साथ ‘आवारा मीडिया’ छपकर आई है। उन्होंने बताया कि सोशल मीडिया ने हमारे जीवन पर क्या—क्या प्रभाव डाले हैं? फेक न्यूज़ के संकट की पहचान कैसे करें? सोशल मीडिया का सही उपयोग कैसे करें? सोशल साइट्स का उपयोग करते समय कैसी सावधानी रखें? इन तमाम प्रश्नों के उत्तर वरिष्ठ पत्रकार राकेश प्रवीर की नई पुस्तक ‘आवारा मीडिया’ में मिलेंगे।

यह भी पढ़े

क्यों मनाई जाती है बसंत पंचमी?

सरस्वती के पुत्र निराला का व्यक्तित्व विद्रोही और क्रांतिकारी था।

जरूरतमंदों को पढ़ाई की सामग्री दान करना अत्यंत शुभ माना जाता है,कैसे?

आपका बच्चा पढ़ाई से जी चुराता है तो उसके अध्यनन कक्ष में करे ये काम…

आपका बच्चा पढ़ाई से जी चुराता है तो उसके अध्यनन कक्ष में करे ये काम…

Leave a Reply

error: Content is protected !!