स्वर कोकिला लता जी ने जिंदगी के हर रंग को दिया सुर का आधार: गणेश दत्त पाठक
संस्कार भारती और श्रीनारद मीडिया के तत्वाधान में श्रद्धांजलि सभा और परिचर्चा का सीवान में आयोजन.
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
परिचर्चा का वीडियो लिंक:
https://youtu.be/hG1W-ABTEvA
स्वर साम्राज्ञी लता मंगेशकर ने जिंदगी के हर रंग को सुर का आधार दिया। जिंदगी से स्नेह का सबक दिया। आज की युवा पीढ़ी के लिए लता जी का पूरा जीवन एक बड़ा संदेश है। ये बातें पाठक आईएएस संस्थान के निदेशक, गणेश दत्त पाठक ने भारत रत्न लता मंगेशकर को श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए परिचर्चा में कही।
श्रीनारद मीडिया के कार्यालय में स्वर कोकिला, भारत रत्न लता मंगेशकर के सादर स्मृति को नमन करने हेतु श्रद्धांजलि सभा और परिचर्चा का आयोजन श्रीनारद मीडिया और संस्कार भारती द्वारा किया गया था। इस अवसर पर शहर के ख्यात शिक्षाविद् प्रोफेसर रविंद्र नाथ पाठक, पाठक आईएएस संस्थान के निदेशक श्री गणेश दत्त पाठक, अंतराष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्धि प्राप्त शायर श्री सुनील कुमार तंग, संस्कार भारती के प्रांतीय उपप्रमुख श्री विजय जादूगर, श्रीनारद मीडिया के संपादक डॉक्टर राकेश तिवारी, अधिवक्ता श्री विजय पाण्डेय उपस्थित रहे।
परिचर्चा का संचालन श्रीनारद मीडिया के संपादक श्री राजेश पांडेय ने किया। इस अवसर पर स्वर साम्राज्ञी लता मंगेशकर के तस्वीर पर श्रद्धासुमन भी अर्पित किया गया।इस अवसर पर आरएसएस के उत्तर बिहार के संपर्क प्रमुख, ख्यात शिक्षाविद् प्रोफेसर रविंद्र नाथ पाठक ने कहा कि लता जी ने जिंदगी में आनंद का समावेश करने में अहम योगदान दिया।
अंतरराष्ट्रीय स्तर के प्रख्यात शायर एसके तंग ने कहा कि लता जी ने फनकार के तौर पर राष्ट्रीयता की भावना में नवीन ऊर्जा का संचार किया। संस्कार भारती के प्रांतीय उपप्रमुख श्री विजय जादूगर ने कहा कि लता दीदी की कला और कलाकारों के प्रति स्नेह और संवेदनशीलता अदभुत थी।
परिचर्चा को संचालित करते हुए श्रीनारद मीडिया के संपादक श्री राजेश पांडेय ने कहा कि जब भारत अपने स्वाधीनता के 100 वर्ष पूरे करेगा तो लता जी एक प्रतिष्ठित अध्याय के तौर पर सुस्थापित रहेंगी।
- यह भी पढ़े…..
- जिले का स्वर्ण जयंती वर्ष समारोह मनाने की पहल.
- ग्रामीणों ने विद्यालय में अनियमितता की शिकायत
- युवा साहित्यकार आनन्द प्रकाश की रचना बुक ऑफ़ रिकॉर्ड में शामिल
- 75 करोड़ सूर्य नमस्कार संकल्प कार्यक्रम का हुआ भव्य समापन