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बसतपुर गांव के हनुमत महायज्ञ में संगीतमय प्रवचन व रामलीला में बह रही भक्ति रस की धारा

बसतपुर गांव के हनुमत महायज्ञ में संगीतमय प्रवचन व रामलीला में बह रही भक्ति रस की धारा
श्रीनारद मीडिया‚ सागर कुमार‚ रसूलपुर‚ सारण (बिहार)

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सारण जिले एकमा प्रखंड की एकसार पंचायत के बसतपुर गांव में आयोजित हनुमत् महायज्ञ में रात दिन भक्ति रस की धारा प्रवाहमान है।यज्ञ स्थल मेले में तब्दील है।आस पास के एक दर्जन से ऊपर के गांवों के ग्रामीण यहां आयोजित प्रवचन व रामलीला को देख सुन भाव विभोर हो रहे हैं।वृंदावन से पधारीं किरण शास्त्री की संगीतमय प्रवचन में श्रद्धालु गण भक्तिरस में गोते लगा रहे हैं।तुलसीदास कृत रामचरित मानस से हनुमान और राम के प्रथम मुलाकात के प्रसंग में शास्त्री ने कहा कि भक्ति की शक्ति अपार होती है।

कहा कि भक्त माया में पड़ कर भगवान को भूल जाते हैं पर भगवान आपने भक्त को कभी नहीं भूलते।उन्होंने रामचरित मानस से इतर पौराणिक कथाओं के माध्यम से भक्ति साधना की रहस्य को रेखांकित करते हुए भगवान शिव और विष्णु से जुड़े प्रसंग को सुनाया और कहा कि शिव -भक्ति की बदौलत भगवान विष्णु को कमलनयन नाय पड़ा।

क्यों कि एक कमल के फूल के बदले भगवान विष्णु ने अपनी एक आंख निकाल कर भगवान शिव को अर्पित कर दिया था।संगीतमय प्रवचन में राजू प्रभाकर ,ईश्वर जी, अजय बाबा, रंजनराज, संदीप यादव विभिन्न वाद्ययंत्रों का वादन और सह गायन कर रहे हैं।यज्ञ समिति से जुड़े पं. नित्यानंद पांडेय ने बताया कि प्रवचन के बाद दरभंगा से आई श्रद्धालु रामलीला का आनंद श्रद्धालु ग्रामीण उठा रहे हैं।

 

यज्ञ स्थल पर नागेंद्र का कालात्मक जिलेबी बना आकर्षण का केंद्र


एकमा।मेले में तब्दील यज्ञ स्थल परिसर में एक जिलेबी की दुकान आकर्षण का केन्द्र है।इस दुकान के संचालक सिवान जिले के मोरा- मैरी गांव के नागेन्द्र ठाकुर और उसके भाई तरह तरह के आकार के जिलेबी बना कर बेच रहें है जिसे लोग काफी पसंद कर रहे हैं।कभी पते के आकार का तो कभी दिल के आकार का तो कभी इमीरिती आकार का जिलेबी बना कर ये युवा कारीगर अपने ग्राहकों को आकर्षित कर रहे हैं।

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