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नेताओं ने महामाया बाबू की पुण्यतिथि पर दी श्रद्धांजलि

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श्रीनारद मीडिया, सीवान(बिहार):*

बिहार के पहले गैर कांग्रेसी मुख्यमंत्री महामाया बाबू की 35 वीं पुण्यतिथि उनके पैतृक निवास स्थान महाराजगंज संसदीय क्षेत्र के उनके पैतृक गांव पटेरी गांव में मनाई गई। पुण्यतिथि श्रद्बांजलि सभा में मुख्य अतिथि महाराजगंज सांसद जनार्दन सिंह सीग्रीवाल तथा विशिष्ट अतिथि बिहार भाजपा के उपाध्यक्ष पूर्व सीवान के सांसद ओमप्रकाश यादव सहित अन्य गणमान्य मौजूद थे। इस मौके पर नेताओं और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने उनके चित्र पर ने माल्यार्पण कर अपनी श्रद्बा सुमन अर्पित की। महामाया बाबू के विचारों पर प्रकाश डालते हुए।

महाराजगंज भाजपा सांसद सीग्रीवाल ने कहा कि महामाया बाबू बिहार के पहले गैर कांग्रेसी मुख्यमंत्री 1967 में बने थे।वे काफी मिलनसार व्यक्तित्व के थे। उन्होंने अपना सम्पूर्ण जीवन समाज कु सेवा में लगा दिया था। गरीबों दुखियों की सेवा उनकी दिनाचर्या में शुमार थी।वे दीन दुखियों के प्रति बड़े आदर का भाव रखते थे। समाज के लिए सहज उपलब्ध रहते थे। एक मधुर भाषी व्यक्ति थे।

श्री सिग्रीवाल ने कहा कि उनके विचारों को आत्मसात करते हुए उनके बताए मार्ग पर चलने का संकल्प हमें लेना चाहिए।वहीं पूर्व सांसद सह भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष ओमप्रकाश यादव ने कहा ने कि महामाया बाबू सोशलिस्ट विचार के थे।और बिहार की राजनीति में उनकी एक अलग पहचान थी।उन्होंने गैर कांग्रेसी मुख्यमंत्री के रूप में बिहार के विकास को नयी गति प्रदान की। आज ऐसे महापुरूष समाज में बहुत काम ल़ोग मिलते हैं।आज उनकी पुण्यतिथि के अवसर पर उनके चित्र पर नमन करने का अवसर पर है।

उनके पैतृक गांव पटेरी में आने का सौभागय प्राप्त हुआ और उनके व्यक्तित्व और कृतृत्व को अपने जीवन में प्रत्येक व्यक्ति को अपनाने का प्रयास करना चाहिए। उन्होंने कहा कि उनकी प्रतिमा उनके पैतृक गांव पढेरी में स्थापित होनी चाहिए।वहीं सामाजिक कार्यकर्ता मदन यादव ने सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल जी से उनकी मूर्ति लगाने और उनके नाम पर एक गेट उनके पैतृक गांव में स्थापित करने की मांग की। साथ ही, उनके पैतृक गांव के अतिरिक्त स्वास्थ्य केन्द्र को विस्तारित करने तथा उनके पैतृक घर की मरम्मति कराने की मांग उठाई।

भाजपा नेता दिलीप कुमार सिंह ने उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर अपनी श्रद्बांजलि देते हुए कहा कि महामाया बाबू की राजनीति का एक अलग अंदाज था।उनके पास अपने घोर विरोधियों को भी अपने भाषण से प्रभावित करने की अद्भुत कला थी। भाषण की यह महारत सभी नेताओं से उन्हें एक अलग पहचान देती थी।चुनाव में सभा सम्बोधन करते समय जब युवाओं से आह्वान करते हुए जब वे कहते थे कि ये मेरे जिगर के टूकड़े तो नौजवान किसान मजदूर प्रफुल्लित हो जाते थे।महामाया बाबू के व्यक्तित्व हमारे लिए प्ररेणादायी है।

किसी भी महापुरूषों का जन्मदिन या पुण्यतिथि मनाने का मतलब उस व्यक्ति के आचरणों को अपने जीवन में उतारने का एक प्ररेणास्त्रोत होता है। उन्होंने महामाया बाबू के पैतृक गांव पटेरी में उनकी प्रतिमा लगाने की मांग सांसद श्री सिग्रीवाल से की।वहीं पिछली बार तिरंगा पदयात्रा सांसद जनार्दन सिंह सीग्रीवाल जी के नेतृत्व में निकाला गया था।

जो महाराजगंज शहीद फूलेना सिंह स्मारक 12 किलो मीटर पैदल चलते हुए माननीय सांसद जी ने महामाया बाबू के पैतृक गांव को सम्मानित करने का काम किया।वहीं उनके पैतृक निवास के पास पोखरे में सुंदर घाट निर्माण कराकर उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि दी है।और आज फिर से एक बार उनकी पुण्यतिथि पर आज उनके पैतृक गांव पहुंचकर उनके चित्रों पर माल्यार्पण करते हुए अपनी श्रद्बांजलि अर्पित की।

महामाया बाबू के पैतृक गांव के विकास हेतु हम संकल्पित है।इस अवसर पर स्वतंत्रता सेनानी मुंशी सिंह,अधिवक्ता रवीन्द्र सिंह,रमेश उपाध्याय ,रंजित प्रसाद भाजपा मंडल अध्यक्ष बसंतपुर ,बबन तिवारी,प्रमोद तिवारी मंडल अध्यक्ष शशी भूषण सिंह मदन यादव,अजय पटेल मुखिया शेषनाथ सिंह, भाजपा जिला परिषद रघुवंशी प्रसाद महाराजगंज पूर्वी मंडल अध्यक्ष राहुल सिंह, शक्तिशरण प्रसाद, पप्पू कुशवाहा,नीरज सिंह आदि मौजूद थे।
मंच कीअध्यक्षता राजेन्द्र प्रसाद ने की।वहीं मंच का संचालन सीवान भाजपा जिला मंत्री सह सांसद प्रतिनिधि अवधेश पांडेय ने किया ।वही धन्यवाद ज्ञयापन पढेरी पंचायत के सरपंच राजेन्द्र प्रसाद ने किया।

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