संगीतकार बप्पी लहरी के निधन से शोक में डूबा बॉलीवुड.
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
संगीत जगत से एक बार फिर बुरी खबर सामने आ रही है। भारत की स्वर कोकिला लता मंगेशकर के बाद अब फेमस सिंगर व म्यूजिक डायरेक्टर बप्पी लहरी का निधन हो गया है। आज मुंबई के एक अस्पताल में उन्होंने आखिरी सांस ली। 69 साल के बप्पी लहरी के निधन की खबर ने हर किसी को तोड़कर रख दिया है। उनके निधन की खबर से बॉलीवुड और म्यूजिक इंडडस्ट्री में शोक की लहर है। वहीं इस खबर के सामने अपने के बाद सोशल मीडिया पर हर कोई उन्हें श्रद्धांजलि दे रहा है।
बॉलीवुड को डिस्को म्यूजिक देने वाले बप्पी लहरी (Bappi Lahiri Passed Away) ने म्यूजिक के गाने आज भी हर किसी के जुबान पर है। खबरों की मानें तो बप्पी लहरी की कल रात घर पर ज्यादा तबियत बिगड़ने के बाद ही उन्हें जुहू के एक अस्पताल में ले जाया गया, जहां 69 साल के बप्पी लहरी ने अंतिम सांसे लीं। बप्पी लहरी ने अपने करियर में हर कई सुपर डुपर हिट गानें दिए हैं। उन्हें 1970-80 के दशक की शुरुआत की कई फिल्मों जैसे ‘चलते चलते’, ‘डिस्को डांसर’ और ‘शराबी’ में लोकप्रिय गाने देने के लिए जाना जाता है। वहीं साल 2020 में फिल्म ‘बागी 3’ में उनका आखिरी बॉलीवुड गाना ‘बंकस’ था।
बप्पी लहिरी ने महज 19 साल की उम्र में अपने करियर की शुरुआत की थी। मुंबई आने के बाद उन्हें पहला ब्रेक बंगाली फिल्म ‘दादू’ 1972 में मिल गया था। इसके बाद उन्होंने 1973 में फिल्म ‘शिकारी’ के लिए म्यूजिक कंपोज किया था। यही नहीं 1980 और 90 के दशक में उन्होंने कई जबरदस्त साउंड ट्रैक्स बनाए, इसमें ‘वारदात’, ‘डिस्को डांसर’, ‘नमक हलाल’, ‘डांस डांस’, ‘कमांडो’, ‘गैंग लीडर’, ‘शराबी’ जैसी फिल्में शामिल रहीं।
मुंबई के क्रिटिकेयर अस्पताल में 80 और 90 के दशक में भारत में डिस्को संगीत को लोकप्रिय बनाने वाले संगीतकार और गायक बप्पी लाहरी का निधन हो गया है। वह 69 वर्ष के थे। झारखंड में तीन वर्ष पहले बप्पी लहरी की आवाज गूंजी थी। हजारीबाग में हुए एक संगीत समारोह में बप्पी ने समा बांध दिया था। 22 मई 2018 में अंतिम बार बप्पी लहरी ने अपने आवाज के जादू से सभी को खूब झुमाया। उनके तम्मा – तम्मा जैसे गाने सुनने के लिए झारखंड के हर जिले से लोग हजारीबाग पहुंचे थे।
22 मई 2028 को सुबह से ही संगीत प्रेमी कर रहे थे इंतेजार
कोरोना के ठीक पहले बप्पी लहरी के गानों को सुनने के लिए सुबह से ही संगीत पूरे हुए हजारीबाग की ओर रुख कर रहे थे। इस कारण पुलिस शहर में ट्रैफिक जाम जैसी स्थिति हुई हो गई थी। शाम को जब संगीत कलाकार बप्पी लहरी का शो हुआ तो हजारों की संख्या में उनका स्वागत करने के लिए उनके प्रशंसक बेकरार थे।
21 मई 2018 को बप्पी लहरी रांची एरपोर्ट पर।
उन्होंने 90 के दशक के कई हिट गाने गाकर संगीत प्रेमियों का मन बहलाया और उन्होंने वादा भी दिया कि वह अगले बार फिर झारखंड में अपना शो तो करेंगे लेकिन कोरोना के बाद यह संभव नहीं हो पाया।
एक महीने के लिए अस्पताल में थे भर्ती
आज बताया जा रहा है कि बप्पी लहरी को एक महीने के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था और सोमवार को उन्हें छुट्टी दे दी गई थी। लेकिन मंगलवार को उनकी तबीयत बिगड़ गई और उनके परिवार ने एक डॉक्टर को उनके घर बुलाया। उन्हें फिर अस्पताल लाया गया। उन्हें कई स्वास्थ्य समस्याएं थीं। उनकी मृत्यु हो गई।
बप्पी लहरी जैसे महान कलाकार की भरपाई कोई नहीं कर सकता
सोशल मीडिया पर पर उनकी उनके निधन को लेकर कई कलाकार श्रद्धांजलि दे रहा है। टि्वटर में भी झारखंड के कलाकारों ने उन्हें श्रद्धांजलि दिया है। कलाकारों ने लिखा है कि लता मंगेशकर के बाद बप्पी लहरी जैसे महान कलाकार की भरपाई कोई नहीं कर सकता है।