राष्ट्रीय सेवा योजना कार्यक्रम में स्वच्छता अभियान चलाने के साथ ही साफ-सफाई पर दिया गया जोर
सामाजिक कुरीतियों के प्रति ग्रामीणों को जागरूक करने पर दिया गया बल
श्रीनारद मीडिया, पंकज मिश्रा, अमनौर, सारण (बिहार):
राष्ट्रीय सेवा योजना के सात दिवसीय शिविर की शुरुआत सोमवार को एच आर कॉलेज अमनौर में सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के साथ प्रारम्भ हुई।जिसका विधिवत उद्घाटन कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जेपी विश्व विद्यालय छपरा के माननीय कुलपति प्रो फारुख अल्ली, अर्थशास्त्र विभागध्यक्ष डॉ सुरेंद्र गुप्ता,एनएसएस समन्वयक प्रो हरिश्चंद्र,प्राचार्य डॉ बिजय कुमार ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया।
इसके पूर्व कुलपति ने महाविधालय के कुल देवता हरि लाल साह व राम नाथ साह के आदम कद पर माल्यार्पण कर नमन किया।कार्यक्रम पदाधिकारी परवेज अहमद व प्राचार्य बिजय कुमार ने आये अतिथियो को अंग वस्त्र व माला पहनाकर उनका स्वागत किया तथा सात दिवसीय कार्य कर्म का ब्लूप्रिंट रखा।
डॉ रणजीत कुमार स्नेही द्वारा लिखा गया पुस्तक हिंदी दलित साहित्य और बौद्ध धर्म,व संवाद अभी जारी काब्य संग्रह पुस्तिका का कुलपति ने बिमोचन किया।छात्रों को सम्बोधित करते हुए कुलपति प्रो फारुख अल्ली ने कहा समाज में चल रही कुरीतियों के खिलाफ स्वयंसेवकों को अभियान चलाकर ग्रामीणों को जागरूक करने पर जोर दिया।
इन्होंने कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना एक महत्वपूर्ण योजना है।इसके जरिये युवा विधार्थियों में ब्यक्तित्व एवं चरित्र का बिकाश होता है,इन्होंने बर्तमान के शिक्षा स्वस्थ्य,लोकतंत्र,समाज में फैली कुरीतियों ,दहेज प्रथा पर बखान किया।इन्होंने कहा कि लोग स्वयं को नही बदलते दूसरे को बदलने की कोशिश करते है।
जिससे समाज की कुरीतियों से लोग आज भी घिरे हुए है।दहेज प्रथा अधिनियम 1965 में लागू हुआ ,इसके बावजूद लोगो मे कोई सुधार नही आया,लोग आज भी दहेज लोभी है।इन्होंने छात्राओं को मदर टेरेसा के जीवन से प्रेरणा लेने की बात कही।इन्होंने कहा कि आप अपने माता पिता,आस पड़ोस,गांव नगर,बीमार लाचार की सेवा कीजिये ना यही तो राष्ट्र सेवा है।सेवा करने से लोगो की दुआ मिलती है,इन्होंने सभी छात्रों से कहा कि समाज मे अच्छा करिएगा वाह मिलेगा,किसी से आह मत लीजिए,लोकतांत्रिक ब्यस्था पर कहा कि जिसको डांटा चलानी है उनका हर प्रकार डिग्रियां देखी जाती है,कई परीक्षाओं से गुजरना पड़ता है।
वही जिनको देश चलना है उनके लिए कोई योग्यता निर्धारित नही है।कर्नाटक राज्य की बात करते हुए कहा वहां एक भी लोग बे वजह घूमते नही दिखाई पड़ेंगे,बच्चे स्कूल होते है अभिभावक कामो में जो घर रहते है बच्चों के साथ घरों में रहते है यहाँ तो लोग बेवजह चौक चौराहे पर घूमते नजर आएंगे।इससे राज्य का बिकाश या अपनो में बदलाव आ नही सकती है।कार्यक्रम का मंच संचालन प्रो डॉ रणजीत कुमार स्नेही ने किया।इस मौके पर प्रो कपिलदेव नारायण सिंह समेत सैकड़ो छात्र छात्राओं शिक्षक कर्मी उपस्थित थे।
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