पुरानी पेंशन बहाली को लेकर शिक्षक कर्मचारियों का राष्ट्रव्यापी हडताल 28 एवं 29 मार्च को
सूबे बिहार के शिक्षक कर्मचारी संगठनों ने किया हडताल को सफल बनाने का आह्वान
श्रीनारद मीडिया, मनोज तिवारी, छपरा (बिहार):
अखिल भारतीय राज्य सरकारी कर्मचारी महासंघ के राष्ट्रीय आह्वान पर नई पेंशन नीति के खिलाफ पुरानी पेंशन बहाली को लेकर शिक्षक कर्मचारियों का दो दिवसीय हडताल 28एवं 29मार्च 2022 को होगा.
जिसमें बिहार के तमाम शिक्षक कर्मचारी संगठन शामिल होंगे. इस आशय की जानकारी देते हुए अखिल भारतीय राज्य सरकारी कर्मचारी महासंघ की संबद्ध इकाई बिहार राजकीयकृत प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष उदय शंकर गुड्डू एवं प्रदेश महासचिव तसौवर हुसैन ने संयुक्त रूप से कहा कि हर तरफ देश के अंदर नई पेंशन नीति के खिलाफ आवाज गूंज रही है।
नई पेंशन नीति शिक्षक कर्मचारियों के लिए धोखा व छलावा है जिसे सूबे के कर्मचारी अपने भविष्य को सुरक्षित रखने के लिए सरकार से आर-पार की लडाई मे है।साथ ही उन्होंने कहा कि नई पेंशन योजना इतनी ही अच्छी एवं बेहतर है तो केंद्र एवं राज्य की सरकारें अपने विधायक एवं सांसदों पर भी लागू करे।लोकतंत्र में सरकार की दोहरी नीति नहीं चलेगी.
शिक्षक कर्मचारी पुरानी पेंशन लेकर ही रहेंगे।2004के बाद के बहाल हुए शिक्षक, लिपिक ,पंचायत सचिव, स्वास्थ्यकर्मी आदि तमाम कर्मचारीगण पुरानी पेंशन के लिए एकजुट हो रहे है।वहीं इस अवसर पर द्वय शिक्षक नेता ने कहा कि सरकारी सेवाओं से जुडे कर्मचारी जब भविष्य के प्रति सुरक्षित महसूस करेंगे तभी वे सेवाकाल मे सुशासन के लिए अपना महती योगदान देने मे सक्षम होंगे।नई पेंशन योजना पूरी तरह से शेयर बाजार पर आधारित है जिसमें हमेशा जोखिम ही है.
दूसरी ओर पुरानी पेंशन कर्मचारियों के हित में है।इसके साथ ही बताया कि बिहार राजकीयकृत प्राथमिक शिक्षक संघ ने उन तमाम राज्यों के मुख्यमंत्रियों का धन्यवाद प्रेषित किया है जो पुरानी पेंशन योजना को लागू कर चुके हैं।
यह भी पढ़े
भगवान से बड़ा भगवान का नाम होता है : शशिप्रभा
27 वर्षीय युवक टीबी जैसी बीमारी को मात देकर बना चैंपियन
जिले के स्वास्थ्य केंद्रों में हुआ प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान का आयोजन
बीजेपी नेताओं ने चार राज्यों में जीत पर मनाया जश्न
मशरक सरपंच संघ प्रतिनिधि ने बिहार सरकार पंचायती राज मंत्री को मांगों का सौंपा ज्ञापन