सारण जिला श्रमजीवी पत्रकार यूनियन का जिला सम्मेलन आयोजित
श्रीनारद मीडिया‚ विक्की बाबा‚ मशरक⁄मढ़ौरा छपरा (बिहार)
सरण जिला श्रमजीवी पत्रकार यूनियन का जिला सम्मेलन मढौरा के ब्याहुत भवन में संपन्न हो गया। सम्मेलन का उद्घाटन सारण के एसपी संतोष कुमार ने किया। इस मौके पर वर्तमान परिवेश में पत्रकारिता की चुनौतियां विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें वक्ताओं ने अपने विचार रखे।
मुख्य वक्ता के रूप में संबोधित करते हुए एसपी संतोष कुमार ने कहा कि वर्तमान समय में पत्रकारिता की चुनौतियों के साथ-साथ जिम्मेदारियां भी बढ़ गई है। उन्होंने कहा कि खबरों को सनसनी बनाने के चक्कर में खबरों से संवेदनशीलता गायब हो गई है जिस पर सोचने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि खबरों की रफ्तार काफी तेज हो गई है क्योंकि सोशल मीडिया में खबरें तेजी से प्रसारित हो रही है लेकिन इन खबरों की विश्वसनीयता पर अभी भी सवाल खड़े हो रहे हैं वहीं पारंपरिक मीडिया जिसमें प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया है उन्होंने हर मौके जिम्मेदारियों का परिचय दिया है। और आम लोगों तक सही सूचनाएं प्रदान कराई है।
उन्होंने कहा कि यह विश्वसनीयता ही मीडिया की ताकत है। नए पत्रकारों के लिए एसपी ने कहा कि जो लोग पत्रकारिता को कैरियर बना रहे हैं उन्हें पत्रकारिता के मानदंडों का ख्याल रखना होगा। कभी भी खबर एकपक्षीय नहीं प्रकाशित और प्रसारित की जाए किस का ख्याल रखकर पत्रकारिता के मूल्यों को बचाया जा सकता है।
समारोह में बोलते हुए सारण के एडीएम डॉ गगन कुमार ने कहा कि आज के समय में पत्रकारिता करना काफी चुनौतीपूर्ण कार्य है। अब जरूरत है कि खबरों के लिए किसी के मौत का इंतजार करने के बजाय उसे बचाने की कोशिश करने की है। उन्होंने कहा कि संवेदनशील पत्रकारिता ही पत्रकारिता की गिरती साख को बचा सकती है।
इस मौके पर मढ़ौरा एसडीओ योगेंद्र कुमार ने कहा कि पत्रकारों का धर्म समाज और व्यवस्था की समस्या को केवल उजागर करना ही नही है बल्कि उसके निदान का उपाय भी बताना है। उन्होंने ने कहा कि जिसपर आरोप है उस जिम्मेदार व्यक्ति का पक्ष भी खबर में होना चाहिए। इस मौके पर मढ़ौरा सीओ रविशंकर पांडेय ने एक बेहतरीन कविता पाठ कर सबो को अचंभित कर दिया।
इस मौके पर वरिष्ठ पत्रकार उमेश कुमार पाठक ने उद्देश्यों से भटके पत्रकारिता के सबन्ध में काफी सारगर्भित बातें कही और नए पत्रकारों के लिए एक वेहतर सन्देश दिया। समारोह की अध्यक्षता करते हुए संतोष कुमार गुप्ता ने कहां की वर्तमान समय में पत्रकारों के समक्ष सोशल मीडिया में वायरल हो रहे है फेक न्यूज़ बड़ी समस्या है। अलक उन्होंने कहा कि फेक न्यूज़ के कारण ही तेजी से उभर रहे सोशल मीडिया के साख गिर रही है। इसका जीवंत उदाहरण सोशल नेटवर्किंग साइट की लोकप्रियता का कम होना है। पत्रकार राजीव रंजन ने कहा कि पत्रकारों को अपने लेखनी पर स्वयं निगरानी करने की जरूरत है क्योंकि कई बार अनजाने में किसी की मानहानि हो जाती है। खबर के तथ्यों को समझे बगैर अफवाहों पर खबर लिखना पत्रकारिता के साख को गिराने के बराबर है।
इस मौके पर वरिष्ठ पत्रकार शिवानुग्रह नारायण सिंह ने कहा कि सोशल मीडिया में जिस तरह से खबरों को परोसा जा रहा है वह कहीं से पत्रकारिता नहीं कही जा सकती ।कई बार सोशल मीडिया में अभद्र बातों को भी खबर बनाया जाता है। उन्होंने कहा कि पत्रकारिता का इतिहास आजादी के समय से है और इसके स्वर्णिम इतिहास को सहेजने की जरूरत है। हमें लोकतंत्र का चौथा खंभा कहा जाता है और हमें यह जिम्मेदारी भी समझ नहीं पड़ेगी कि हमें समाज को क्या परोसना है। इसके पूर्व अतिथियों का स्वागत और विषय प्रवेश श्रमजीवी पत्रकार यूनियन के महासचिव सच्चिदानंद ओझा ने किया। इस सम्मेलन सह संगोष्ठी में जिले के सभी प्रखंडो के सैकड़ों पत्रकार शामिल थे।
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