द कश्मीर फाइल्स रूह कंपाने वाली फिल्म–केशव प्रसाद मौर्य,पूर्व डिप्टी सीएम.
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
उत्तर प्रदेश के पूर्व उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने लखनऊ में फिल्म द कश्मीर फाइल्स देखी। फिल्म देखने के बाद हाल से बाहर निकले केशव प्रसाद मौर्य बेहद ही भावुक थे, उन्होंने कहा कि फिल्म रूह को कंपा देने वाली है। मेरा मानना है कि सभी को इस फिल्म को जरूर देखना चाहिए।
केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि मैं तो इस फिल्म को देखकर सन्न रहा गया हूं। एक-एक चित्रण अभी भी आंख के सामने हैं। उन्होंने कहा कि कश्मीर फाइल्स फिल्म तो रूह कंपा देने वाली फिल्म है। इस फिल्म ने कश्मीरी पंडितों का दर्द तथा भारत मां का दर्द बयां कर दिया है। अब तो कश्मीरी पंडितों के वापस कश्मीर में सकुशल बसने पर ही दर्द शांत होगा। उन्होंने कहा कि मेरी तो सबसे अपील है कि इस फिल्म को अवश्य देखें।
इस फिल्म के निर्देशक विवेक अग्निहोत्री व उनकी टीम को मेरी बधाई। इस फिल्म में 1990 की कश्मीरी पंडित की कहानी को दिखाया गया है, कश्मीरी पंडितों का इतिहास आज के युवाओं को देखना बेहद जरूरी है। इस फिल्म को देखने के बाद कश्मीरी पंडितों का दर्द, उनका संघर्ष तथा उनकी वेदना आखिरकार देश के आमजनों तक पहुंच ही गई है। फिल्म कश्मीर फाइल्स हर भारतीय तक पहुंचे यह जिम्मेदारी सिर्फ निर्माता तथा निर्देशक की ही नहीं, बल्कि हमारी भी है।
गौरतलब है कि मात्र 14 करोड़ रुपये में बनी द कश्मीर फाइल्स ने बिना किसी बड़े स्टार कास्ट के हंगामा मचा रखा है। कोई फिल्म की तारीफ कर रहा है, तो कोई टैक्स फ्री करने की मांग कर रहा है। भाजपा शासित हरियाणा के साथ ही मध्य प्रदेश ने फिल्म को टैक्स फ्री कर दिया है। उधर मध्य प्रदेश के गृहमंत्री ने सभी पुलिसकर्मियों को फिल्म देखने के लिए एक दिन छुट्टी देने का ऐलान कर दिया है।
बिना बैनर, पोस्टर और बंपर प्रमोशन के फिल्म की जिस तरह बॉक्स ऑफिस कलेक्शन की रफ्तार है, उससे तो इस फिल्म को 100 करोड़ क्लब में शामिल होने से कोई ताकत रोक नहीं सकती। पहली बार किसी फिल्म को हिट कराने के लिए जनता मैदान में उतर चुकी है।
- यह भी पढ़े…….
- 29 विधायक वर्ष 2022 में फिर चुनाव जीतने में कामयाब हुए हैं।
- कश्मीरी पंडितों पर कांग्रेस के फैक्ट्स पर सोशल मीडिया पर भड़के यूजर्स.
- प्रखंड स्तरीय प्रतियोगिता का हुआ अयोजन
- मृत शिक्षक के परिवार को शिक्षक संघ ने दिया एक लाख अडतीस हजार आठ सौ पचास रुपये की सहयोग राशि