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बिहार सरकार के शिक्षा विभाग को सायद नियोजित शिक्षकों के प्रशिक्षण दिलाने वाले संस्थानों की जानकारी नहीं : शिक्षक संघ

बिहार सरकार के शिक्षा विभाग को सायद नियोजित शिक्षकों के प्रशिक्षण दिलाने वाले संस्थानों की जानकारी नहीं : शिक्षक संघ

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# प्रधानाध्यापक बहाली को लेकर शिक्षक संघ बिहार ने सरकार को दिया चेतावनी

श्रीनारद मीडिया, मनोज तिवारी, छपरा (बिहार):

शिक्षक संघ बिहार के प्रदेश अध्यक्ष केशव कुमार एवं प्रदेश कोषाध्यक्ष राकेश कुमार सिंह ने संयुक्त बयान जारी करते हुए कहा कि बिहार सरकार प्रधानाध्यापक की बहाली में नियोजित शिक्षकों के साथ छल कर रही है। इस बहाली प्रक्रिया में लाखों शिक्षक जो डी पी ई से प्रशिक्षण प्राप्त किए हैं वें असमंजस की स्थिति में पड़े हुए हैं क्योंकि इस नियमावली के अनुसार डी पी ई प्रशिक्षण का कोई चर्चा ही नहीं है।

सरकार ने प्रधानाध्यापक बहाली में जो योग्यता निर्धारित की है जिसमें डीएलएड पास शिक्षकों का 8 वर्ष का अनुभव आवश्यक है जो किसी शिक्षकों के पास नहीं है।
सरकार की मंशा प्रधानाध्यापक की बहाली सिर्फ दिखावे के लिए है जो बिहार के पुर्व से बहाल नियोजित शिक्षकों के योग्यता के अनुसार प्रमोशन न करके शोषण एवं मानसिक प्रताड़ित करना चाहती है।

सरकार एवं विभाग की मंशा इसी से लगाया जा सकता है कि 2012 नियमावली के अन्तर्गत स्नातक पास शिक्षकों को स्नातक ग्रेड पे प्रमोशन देने की बात थी लेकिन आज तक प्रमोशन न देते हुए सीधे स्नातक ग्रेड में बहाली करते हुए शिक्षकों में रोष उत्पन्न कर दी। इसी प्रकार समान काम के बदले समान वेतन, स्थानान्तरण, माइक्रोपेंशन, पूर्णवेतनमान आदि मांगों को सरकार ने छल करते हुए शिक्षकों का शौषण किया है।

प्रदेश कोषाध्यक्ष राकेश कुमार सिंह ने कहा कि सरकार प्रधानाध्यापक की बहाली न करके शिक्षकों को उलझाए रखना चाहती है जिसका प्रतिकूल असर शिक्षा पर पड़ेगा।
शिक्षक संघ बिहार के प्रदेश अध्यक्ष केशव कुमार ने सरकार को ज्ञापन देकर कहा है कि अगर तीन दिनों के अंदर सरकार योग्य शिक्षकों को प्रधानाध्यापक की बहाली में डीपीई की मान्यता नहीं देती है तो शिक्षक संघ बिहार द्वारा पूरे प्रदेश में आन्दोलन किया जाएगा साथ ही संघ इस न्यायोचित मांगों को लेकर माननीय उच्च न्यायालय पटना का दरवाजा खटखटायागा जिसकी सारी जिम्मेदारी बिहार सरकार एवं विभाग की होगी।

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