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सरकारी स्कूल के बच्चे कंप्यूटर एजुकेशन में फेल, बीइंग हेल्पर गांवों में निकाल रहा है कम्प्यूटर शिक्षा अनिवार्य यात्रा

सरकारी स्कूल के बच्चे कंप्यूटर एजुकेशन में फेल, बीइंग हेल्पर गांवों में निकाल रहा है कम्प्यूटर शिक्षा अनिवार्य यात्रा

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श्रीनारद मीडिया‚विक्की बाबा‚ मशरक‚ सारण (बिहार)

बिहार के सरकारी स्कूलों में पढ़ाई करने वाले बच्चों काे कंप्यूटर का ज्ञान नहीं है। वह काफी देरी से कंप्यूटर की बेसिक जानकारी सीख पा रहे हैं। वहीं प्राइवेट स्कूलों के बच्चों को बेसिक ज्ञान शुरुआती क्लास में ही दे दिया जा रहा है।

सरकार मॉडर्न एजुकेशन को बढ़ावा देने का दावा कर रही है, लेकिन संसाधन नहीं होने से छात्र तो छात्र गुरुजी भी कंप्यूटर फ्रेंडली नहीं हो पाए हैं। इसको लेकर संस्था बीइंग हेल्पर के यूथ बिहार में कंप्यूटर शिक्षा को अनिवार्य कराने के लिए यात्रा निकाल रहे हैं जो यात्रा मशरक प्रखंड में विभिन्न पंचायतों में पहुंच हर किसी को जागरुक किया जा रहा है और लोगों को तैयार कर उनसे पत्र पर सहमति ली जा रही हैǃ

वह पत्र मुख्यमंत्री को भेजकर सरकारी स्कूलों में 6 से 10 क्लास के बच्चों के लिए बिहार बोर्ड के सरकारी स्कूलों में कंप्यूटर शिक्षा को अनिवार्य करने की मांग की जा रही है। टीम में बीइंग हेल्पर के डायरेक्टर शुभम कुमार ने बताया कि बिहार में क्लास 6 से ऊपर पढ़ाई करने वाले स्टूडेंट्स में कंप्यूटर की जानकारी को लेकर बिहार की बीइंग हेल्पर संस्था ने सर्वे कराया था। एक हजार से अधिक स्कूलों में कराए गए सर्वे में यह जानकारी निकलकर सामने आई थी कि सरकारी स्कूलों के स्टूडेंट्स कंप्यूटर की शिक्षा में काफी कमजोर हैं। प्राइवेट स्कूलों की अपेक्षा सरकारी स्कूलों के स्टूडेंट्स मॉडर्न एजुकेशन में काफी पीछे रह जा रहे हैं।

 

इसके पीछे बड़ा कारण संसाधन की कमी और अधिकतर टीचरों का कंप्यूटर फ्रेंडली भी नहीं होना है। संस्था का कहना है कि सरकारी स्कूलों में अधिकतर बच्चे गरीब परिवार के होते हैं, जिनके घर में भी कंप्यूटर नहीं होता है। ऐसे में वह काफी देर से कंप्यूटर की जानकारी पाते हैं। इसको लेकर कंप्यूटर की शिक्षा को अनिवार्य कराने को लेकर बड़ी लड़ाई लड़ने की तैयारी के तहत मिशन डिजिटल एजुकेशन के तहत बिहार यात्र निकाली गई हैं।

 

जो प्रखंडों में जाकर लोगों को कंप्यूटर शिक्षा की जानकारी दे रहीं हैं। इसके बाद साथ ही हर प्रखंड की हर पंचायत प्रतिनिधि से सरकार को मांग पत्र भिजवाया जा रहा हैं। इसमें कंप्यूटर शिक्षा को 6 से ऊपर के क्लास में अनिवार्य शिक्षा के रूप में शामिल कराने की मांग की जा रही है।

 

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