चमकी बुखार से निपटने के लिए अस्पताल प्रशासन सजग
श्रीनारद मीडिया‚ एम सावर्ण‚ भगवानपुर हाट‚ सीवान (बिहार)
ए ई एस जे ई ( चमकी बुखार) का सर्वाधिक असर बच्चो में पाए जाते है । यह बात प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अनिल कुमार ने कही । उन्होंने कहा कि चमकी बुखार का असर रात्रि में लगभग 3 से 4 बजे के समय असर ऐसे बच्चों पर पर ज्यादा होता है जो रात्रि में खाली पेट सोते है ।
उन्होंने कहा कि इस बीमारी का लक्षण तेज बुखार आना तथा कलवंशन का होना होता है । उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग के निर्देश पर इस बीमारी से निपटने के लिए जिला स्वास्थ्य विभाग द्वारा शुक्रवार को आयोजित प्रशिक्षण में प्रशिक्षित हुए चिकित्सा पदाधिकारी डॉ कुमार प्रमोद ने सी एच सी में इस बीमारी से निपटने के लिए विशेष रूप से प्रशिक्षित है ।
उन्होंने बताया कि इससे बचने के लिए धूप से भी बच्चो को बचाने की सलाह दी । डॉ कुमार ने कहा कि इस तरह का लक्षण अगर
किसी के पाई जाती है तो तत्काल अस्पताल से संपर्क करें ।
जरूरत पड़ने पर एंबुलेंस सेवा भी उपलब्ध है । उन्होंने कहा कि चमकी बुखार से निपटने के जिला जिला स्वास्थ्य विभाग के मांग पर सभी आवश्यक दवाओं को उपलब्ध कराने के लिए सूची भेज दी गई है ।
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