Breaking

जिलेवासियों की सुरक्षा के लिए टीकाकरण के लक्ष्य को पूरा करना अतिआवश्यक -सिविल सर्जन

जिलेवासियों की सुरक्षा के लिए टीकाकरण के लक्ष्य को पूरा करना अतिआवश्यक -सिविल सर्जन

०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
previous arrow
next arrow
०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
previous arrow
next arrow

-डीएम के दिशा-निर्देश में तेजी से चल रहा है टीकाकरण कार्य:
-12 से 14 वर्ष वाले टीकाकरण में भवानीपुर सबसे आगे: डीआईओ
-कोरोना का पहला टीका लेने पहुंची बच्ची ने जिलेवासियों से की अपील

श्रीनारद मीडिया‚ पूर्णिया,  (बिहार)


कोविड-19 संक्रमण के मामले अब धीरे-धीरे समाप्ति की ओर हैं। हालांकि अभी भी स्थानीय जिलेवासियों की सुरक्षा के लिए अधिक से अधिक टीकाकरण कर शत प्रतिशत लक्ष्य को पूरा करना है। जिसके लिए लगातार प्रयास भी किया जा रहा है। सिविल सर्जन डॉ एसके वर्मा ने बताया कि जिलाधिकारी राहुल कुमार के दिशा-निर्देश के आलोक में 12 से 14 एवं 15 से 17 आयुवर्ष के युवाओं को टीकाकृत करने के उद्देश्य से समय-समय पर टीकाकरण अभियान संचालित किया जाता है। ताकि शत प्रतिशत का लक्ष्य पूरा किया जा सके। निर्धारित आयु वर्ग के युवाओं को टीकाकृत करने को लेकर स्वास्थ्य एवं शिक्षा विभाग को अलग-अलग जिम्मेदारियां सौंपी गयी हैं। इसके साथ ही 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को भी दोनों डोज का टीका दिया जा रहा है। वहीं स्वास्थ्य कर्मियों एवं फ्रंटलाइन वर्करों को प्रीकॉशन डोज भी लगायी जा रही है।

-12 से 14 वर्ष वाले टीकाकरण में भवानीपुर सबसे आगे: डीआईओ
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ विनय मोहन ने बताया कि विगत 16 मार्च से 12 से 14 आयुवर्ष के बच्चों को टीकाकृत करने के उद्देश्य से टीकाकरण कार्य शुरू किया गया है। ताकि कोरोना को जड़ से मिटाया जा सके। ज़िले के सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर टीकाकरण कार्य नियत समय से चल रहा है। इसके लिए सभी टीकाकरण केंद्रों पर स्वास्थ्य विभाग के कर्मियों द्वारा अमौर में 701, बैसा में 458, बायसी में 558, बनमनखी में 264, बड़हरा कोठी 218, भवानीपुर में 1023, डगरुआ में 634, धमदाहा में 61, जलालगढ़ में 318, कसबा में 463, कृत्या नगर में 316, पूर्णिया पूर्व में 711, रुपौली में 538 एवं श्रीनगर में 184 बच्चों को टीकाकृत किया जा चुका है। आगे उन्होंने बताया कि युवाओं के लिए जबसे टीकाकरण की शुरुआत की गई है तभी से बढ़ चढ़ कर युवाओं के द्वारा भागीदारी सुनिश्चित की जा रही है। हालांकि अब जिले में संक्रमण का प्रसार काफ़ी तेजी के साथ कम हुआ है। इसके बावजूद लोगों को खास तौर पर सतर्क रहने की जरूरत है। सबसे ज़्यादा अभिभावकों को अपने बच्चों के सुरक्षित भविष्य के लिए टीकाकरण को प्राथमिकता देने की जरूरत है। ताकि हम अपने नौनिहालों को संक्रमण से सुरक्षा प्रदान कर सकें।

-कोरोना का पहला टीका लेने पहुंची बच्ची ने जिलेवासियों से की अपील:
शहर के ज़िला स्कूल स्थित डॉक्टर्स फ़ॉर यू टीकाकरण केंद्र पर कोरोना संक्रमण से सुरक्षित एवं बचाव के लिए टीकाकरण कराने के लिए अपनी मम्मी के साथ पहुंची अनिशा दास ने बताया कि मुझे बहुत दिनों से इंतजार था कि सभी उम्र के लोगों की सुरक्षा के लिए सरकार द्वारा टीका देने का कार्य शुरू कर दिया गया था लेकिन हम जैसे कम उम्र के बच्चों को टीका उपलब्ध नहीं हुआ था। जिस कारण बेसब्री से इंतज़ार था लेकिन वह घड़ी आ गई तो अपनी मम्मी के साथ टीकाकरण केंद्र पहुंच कर कोरोना की पहली डोज़ ली हूं। अब आप सभी से अपील है कि आप भी अपने बच्चों को नजदीकी टीकाकरण केंद्र पर भेज कर सुरक्षा कवच के रूप में टीकाकरण कराएं ताकि कोरोना से लड़ने के लिए शारीरिक मजबूती मिल सके। इसके बाद ही कोरोना को जड़ से मिटाने में हमलोग कारगर साबित हो सकते हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि कोरोना की दोनों डोज़ लेना अनिवार्य है।

यह भी पढ़े

शिव से बड़ा नाम पूरे ब्रम्हांड में दूसरा नहीं है ः ममता पाठक

प्रेमी संग फरार होने वाली महिला मुखिया को पुलिस ने किया बरामद

छपरा कोर्ट परिसर से चोरी हुई मोटरसाइकिल की प्राथमिकी दर्ज

आईएसी में बेहतर अंक लाने वाले छात्र रंजीत ने आईएएस बनने का है सपना

90 दिवसीय व्यूटीशियन प्रशिक्षण कार्यक्रम का हुआ समापन

Leave a Reply

error: Content is protected !!