खून की कमी करेगा दूर करने में सारे फलों का बाप है, यह फल 

 खून की कमी करेगा दूर करने में सारे फलों का बाप है, यह फल

श्रीनारद मीडिया, सेंट्रल डेस्‍क-

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नियमित रूप से फलों के सेवन से सेहत को अनगिनत फायदे होते हैं। फलों में वो सभी पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो शरीर के बेहतर कामकाज के लिए जरूरी हैं। बेशक आम को फलों का राजा कहा जाता है लेकिन एक फल ऐसा भी है जिसे फलों की रानी कहा जाता है। हम जिस फल की बात कर रहे हैं वो है अंगूर। विटामिन सी से भरपूर अंगूर आपके समग्र स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है।

छोटे-छोटे अंगूर के हर दाने में 1600 से अधिक यौगिक होते हैं, जो आपको स्वस्थ रखने में मदद कर सकते हैं। अगर बात करें अंगूर के पोषक तत्वों की तो एक कप अंगूर से आपको 104 किलो कैलोरी, 122 ग्राम पानी, 27.3 ग्राम कार्बोहाइड्रेट, 2 ग्राम प्रोटीन और 0 कोलेस्ट्रॉल मिलता है। यह फाइटोन्यूट्रिएंट्स का खजाना है।

आयुर्वेद में एक बात फेमस है ‘द्राक्ष फलोत्तम’, जिसका अर्थ है – सभी फलों में से अंगूर सबसे अच्छे हैं। डॉक्टर के अनुसार, बाजार में कई तरह के अंगूर मिलते हैं और सभी का स्वास्थ्य पर अलग-अलग तरीके से प्रभाव पड़ता है। स्वाद के आधार पर अंगूर मीठे और खट्टे-मीठे दोनों तरह के होते हैं। मीठी किस्म वात और पित्त दोष को संतुलित करती है। खट्टे अंगूर कफ और पित्त दोष को बढ़ाते हैं।

अंगूर के सामान्य औषधीय गुण

  • गुण (गुण) – स्निग्धा (अशुद्ध, तैलीय) गुरु (भारी)
  • रस (स्वाद) – मधुरा (मीठा), कषाय (कसैला)
  • विपाका- मधुरा
  • वीर्य – शीतला
  • त्रिदोष पर प्रभाव – वात और पित्त को संतुलित करता है

अंगूर खाने के फायदे

  • रेचक (आसान मल त्याग में मदद करता है)
  • शरीर पर ठंडा प्रभाव पड़ता है
  • आंखों के लिए बहुत अच्छा (चक्षुष्य)
  • पौष्टिक (ब्रम्हण)
  • मूत्र प्रवाह को बढ़ावा देता है
  • कामोद्दीपक
  • स्वाद को बढ़ावा देता है
  • आयरन से भरपूर होता है
आयुर्वेद की अधिकांश तैयारियों में सूखे अंगूरों का अधिक उपयोग किया जाता है। सूखे अंगूर/किशमिश अत्यधिक प्यास, बुखार, सांस की समस्या, उल्टी, गठिया, लीवरोग, अत्यधिक जलन, सूखापन, दुर्बलता के उपचार में उपयोगी होते हैं।

आयुर्वेद में सूखे अंगूर/किशमिश के फायदे

किशमिश मन को शांत करती है। अत्यधिक शराब के सेवन के कारण होने वाले हैंगओवर के इलाज में और शरीर पर शराब के प्रभाव को कम करने के लिए किशमिश खाने की सलाह दी जाती है। रोजाना 10-12 किशमिश पानी में भिगोकर खाने से अम्लता से छुटकारा पाने में मदद मिल सकती है।

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