Breaking

भ्रष्टाचार को लेकर सीएम योगी ने सोनभद्र के बाद अब औरैया के जिलाधिकारी सस्पेंड.

भ्रष्टाचार को लेकर सीएम योगी ने सोनभद्र के बाद अब औरैया के जिलाधिकारी सस्पेंड.

०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
previous arrow
next arrow
०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
previous arrow
next arrow

श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

भ्रष्टाचार में लिप्त होने के साथ उसके खिलाफ आंख बंद करना तथा सरकारी कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बर्दाश्त नहीं है। मुख्यमंत्री के रूप में अपनी दूसरी पारी शुरू करने वाले योगी आदित्यनाथ ने बीते बुधवार को सोनभद्र के जिलाधिकारी टीके शिबू तथा गाजियाबाद के एसएसपी पवन कुमार को निलंबित किया था। सोमवार को उनके निर्देश पर 2013 बैच के आइएएस अफसर औरैया के डीएम सुनील कुमार वर्मा को निलंबित कर दिया गया है।

औरैया के जिलाधिकारी सुनील कुमार वर्मा को भ्रष्टाचार और जनता की शिकायतें न सुनने के कारण निलंबित किया गया है। अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल ने बताया है कि जिलाधिकारी के खिलाफ विजिलेंस जांच का निर्देश भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिया है।

सुनील कुमार वर्मा के खिलाफ कई मामले मिलने के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर शासन ने सोमवार को बड़ी कार्रवाई की है। औरैया के डीएम सुनील कुमार को निलंबित करने के साथ ही उनकी संपत्तियों की विजिलेंस जांच कराने का भी निर्देश दिया गया है। उनके खिलाफ भ्रष्टाचार से जुड़ी कई शिकायतें सीएम कार्यालय को मिली थीं।

उनके खिलाफ भ्रष्टाचार तथा काम में लापरवाही की भी शिकायत मिली हैं। औरैया के डीएम 2013 बैच के आइएएस अफसर सुनील कुमार वर्मा को सस्पेंड करने के बाद उनके खिलाफ जांच के आदेश भी दिए गए हैं। रायबरेली के निवासी सुनील कुमार वर्मा की विजिलेंस जांच होगी।

प्रतापगढ़ में मामूली सी बात पर नायक नाजिर की पिटाई के बाद मौत के मामले में एसडीएम ज्ञानेन्द्र विक्रम सिंह यादव का मामला संज्ञान में आते ही सीएम योगी आदित्यनाथ ने बड़ी कार्रवाई की है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रतापगढ़ की लालगंज तहसील के नायब नाजिर सुनील कुमार शर्मा की हत्या के आरोपित एसडीएम ज्ञानेन्द्र विक्रम सिंह यादव को निलंबित करने का निर्देश दिया, जिसके बाद शासन ने कार्रवाई की है।

नायब नाजिर सुनील कुमार शर्मा की हत्या के मामले में आरोपित ज्ञानेन्द्र विक्रम सिंह यादव फरार चल रहे हैं। आज ही उनके निलंबन की कार्रवाई की पुष्टि जिलाधिकारी प्रतापगढ़ ने की है। उधर फरार चल रहे एसडीएम की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीमें लखनऊ व सुल्तानपुर भी गई हैं। प्रतापगढ़ के लालगंज के एसडीएम ज्ञानेन्द्र विक्रम सिंह यादव ने बीते बुधवार रात तीन अन्य लोगों के साथ नायब नाजिर सुनील कुमार शर्मा (55) की डंडे से पिटाई की थी।

इलाज के दौरान शनिवार की रात जिला अस्पताल में सुनील की मौत हो गई थी। इसके बाद कर्मचारियों ने जमकर हंगामा किया था। इसके बाद आरोपित एसडीएम ज्ञानेन्द्र विक्रम सिंह यादव सहित चार लोगों के खिलाफ धारा 302 में रिपोर्ट दर्ज की गई थी। कर्मचारी नेताओं ने आरोपित एसडीएम की गिरफ्तारी, मृतक के परिवार को 50 लाख रुपये मुआवजा एवं बेटे को सरकारी नौकरी देने की मांग की है।

इस मामले में कलेक्ट्रेट कर्मचारी संघ ने घटना के विरोध में सोमवार को प्रदेश भर में कलेक्ट्रेट/ तहसीलों में तालाबंदी कर मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजने की भी घोषणा की है। इसकी तालाबंदी की घोषणा से पहले ही सीएम योगी आदित्यनाथ ने आरोपित ज्ञानेन्द्र विक्रम सिंह यादव को निलंबित कर दिया है। लालगंज एसडीएम आवास पर शनिवार से ही ताला बंद है। नायब नाजिर की मौत के बाद से एसडीएम फरार हैं। ट्रामा सेंटर लालगंज में इलाज करा रहे नायब नाजिर को देखने एसडीएम लालगंज ज्ञानेंद्र विक्रम सिंह शुक्रवार की रात व शनिवार को तो गए, लेकिन दोपहर के बाद से उनका पता नहीं है।

सुनील कुमार शर्मा के बेटे की तहरीर में कहा गया कि 30 मार्च की रात एसडीएम ज्ञानेन्द्र विक्रम सिंह यादव ने लाल गंज के तहसील कर्मचारी सुनील कुमार शर्मा की डण्डे से पिटाई की थी। गंभीर रूप से घायल सुनील कुमार शर्मा की मृत्यु शनिवार रात में इलाज के दौरान जिला अस्पताल में हो गई थी। जिला अस्पताल में तहसील कर्मचारियों ने हंगामा किया था। जिलाधिकारी ने बताया है कि एस डीएम लालगंज को हटाकर वहां पर दूसरे एसडीएम की नियुक्ति की गई है और मामले की जांच की जा रही है।

Leave a Reply

error: Content is protected !!