कालाजार प्रभावित 6 प्रखंडों में चल रहा है छिड़काव, पदाधिकारी कर रहें अनुश्रवण
• प्रतिदिन शाम में बैठक कर हो रही है समीक्षा
• कालाजार उन्मूलन की ओर अग्रसर है सीवान जिला
• कालाजार के प्रति फैलाया जा रहा है जन-जागरूकता अभियान
श्रीनारद मीडिया‚ सीवान (बिहार)
कालाजार उन्मूलन को लेकर स्वास्थ्य विभाग प्रतिबद्ध है। सीवान जिले को कालाजार मुक्त बनाने के लिए विभाग के द्वारा विभिन्न स्तर पर प्रयास किया जा रहा है। इसको लेकर अभियान भी चलाया जा रहा है। जिले के कालाजार प्रभावित 6 प्रखंडों में घर-घर जाकर सिथेटिक पैराथैराइड का छिड़काव किया जा रहा है।
इस दौरान छिड़काव कर्मी संदिग्ध कालाजार मरीजों की खोज की जा रही है। अभियान को सफल बनाने के लिए जिला एवं प्रखंड स्तर पर पदाधिकारियों और सहयोगी संस्थाओं के अनुश्रवण किया जा रहा है। डीएमओ डॉ. एमआर रंजन, भीबीडीसीओ राजेश कुमार, भीबीडीसी मुकेश कुमार उपाध्याय, पीसीआई के आरएमसी जुलेखा फातमा के द्वारा अनुश्रवण किया जा रहा है। लगातार क्षेत्र भ्रमण कर कार्यों की समीक्षा की जा रही है। इसके साथ हीं सिविल सर्जन की अध्यक्षता मे प्रतिदिन शाम में बैठक आयोजित कर छिड़काव कार्य की समीक्षा हो रही है।
बैनर पोस्टर के माध्यम से किया जा रहा है जागरूक:
पीसीआई के आरएमसी जुलेखा फातमा ने बताया कि कालाजार से बचाव के उपाय, लक्षण तथा उपचार के बारे में जन-जागरूकता फैलाया जा रहा है। आशा कार्यकर्ता, जीविका दीदी और जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक आयोजित कर जागरूक किया जा रहा है। इसके साथ शहर के कई प्रमुख स्थानों पर होर्डिंग लगाया गया है। ताकि अधिक से अधिक लोगों को जागरूक किया जा सके। पोस्टर का वितरण किया जा रहा है।
आशा कार्यकर्ता छिड़काव से पहले दे रही सूचना:
सिंथेटिक पैराथाराइड का घोल प्रति 7.5 लीटर पानी में 125 ग्राम सिंथेटिक पैराथाराइड पाउडर मिलाकर तैयार की जाएगी। दवा छिड़काव से दो दिन पहले आशा गांव के लोगों को सूचना देगी। इसके लिए प्रोत्साहन राशि के रूप में आशा को 200 रुपए अश्विन पोर्टल के माध्यम से भुगतान किए जाएंगे। एनवीबीडीसीपी भारत सरकार द्वारा इस चक्र के छिड़काव में छिड़काव के मापदंड में बदलाव करते हुए छह फीट छिड़काव के स्थान पर घरों के कमरे, गौशाला, रसोई घर की पूरी दीवार पर दवा का छिड़काव करने का निर्देश दिया गया है। छत अथवा सीलिंग में छिड़काव नहीं किया जाएगा।
यह भी पढ़े
60 फीट लंबा पुल ही चुरा ले गए चोर,कैसे?
बाल हृदय योजना से पांच बच्चों के जीवन में आयेगी खुशहाली, -अहमदाबाद में होगा दिल में छेद का ऑपरेशन
चमकी बुखार से निपटने के लिए सदर अस्पताल में 10 बेड का पीकू वार्ड तैयार
भारतीय जड़ों से जुडऩे की चाहत, नाजी और साम्यवादी शासनों में इन्हें मिली थी भयंकर प्रताड़ना.
चीन से रिश्ता रखने पर कंगाल हो गये दक्षिण एशिया के ये तीन देश,कैसे?