स्वच्छता पखवाड़ा: अस्पताल परिसर की हुई सफाई, 15 अप्रैल तक चलेगा सफाई अभियान
-स्वच्छता पखवाड़ा के तहत चलाया जा रहा है जागरूकता अभियान: डॉ अनिल
-कार्यालय सहित आसपास के क्षेत्रों में विशेष रूप से सफाई करने की आदतों को करें शुमार: एमओआईसी
-स्वास्थ्य रहना है तो स्वच्छता के प्रति सजग रहना जरूरी: सेलिमा खातून
श्रीनारद मीडिया‚ पूर्णिया, (बिहार)
स्वास्थ्य औऱ परिवार कल्याण मंत्रालय के माध्यम से स्वच्छता अभियान को मूर्त रूप देने के लिए स्वच्छ रहेंगे तभी स्वस्थ रहेंगे का नारा दिया गया है। सरकारी कार्यालयों में साफ-सफाई के साथ-साथ पुरानी फाइलों, बेवजह रखे हुए पुराने फर्नीचर सहित कई अन्य सामानों की भी सफ़ाई करने का काम शुरू किया गया है।
लंबित फाइलों के ढेर का यथाशीघ्र निपटान करने का दिशा-निर्देश दिए गए हैं। स्वच्छता पखवाड़ा को लेकर ज़िले के सभी स्वास्थ्य केंद्रों के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों सहित अस्पताल प्रबंधकों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिया गया है। इस पखवाड़ा के तहत अस्पतालों में आने वाले मरीजों एवं उनके परिजनों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करना है। साफ-सफाई से कई प्रकार के बीमारियों से बचाया जा सकता है। जिसको लेकर रेफ़रल अस्पताल रुपौली में सफ़ाई अभियान चलाया गया।
इस अवसर पर जिला स्वास्थ्य समिति की ओर से जिला सलाहकार गुणवत्ता यकीन पदाधिकारी डॉ अनिल कुमार शर्मा, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ मिथिलेश कुमार, एमओ डॉ नीरज कुमार, अस्पताल प्रबंधक सेलिमा खातून, बीएचएम रंजीत कुमार, केयर इंडिया के बीएम, यूनिसेफ़ की ओर से मोअम्मर हाशमी, नंदन झा, तनुज कौशिक, जीएनएम रीता कुमारी, प्रणिता कुमारी, खुशबू कुमारी, रौली कुमारी, एएनएम मंजू कुमारी, संगीता कुमारी, बबिता कुमारी, विशाखा कुमारी सहित कई अन्य स्वास्थ्य कर्मी उपस्थित थे।
-स्वच्छता पखवाड़ा के तहत चलाया जा रहा है जागरूकता अभियान: डॉ अनिल
जिला स्वास्थ्य समिति के जिला सलाहकार गुणवत्ता यकीन पदाधिकारी डॉ अनिल कुमार शर्मा ने बताया कि राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक संजय कुमार सिंह ने राज्य के सभी स्वास्थ्य संस्थानों एवं कार्यालयों में 01 से 15 अप्रैल तक स्वच्छता पखवाड़ा मनाये जाने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिया है। इसमें स्वच्छता के मुद्दों और प्रथाओं पर ध्यान केंद्रित करना ही इसका मुख्य उद्देश्य है। इसके साथ ही स्वच्छता के प्रति प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण को भी लोगों को समझाते हुए जागरूक करना है। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय भारत सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देश के आलोक में ज़िले के सभी स्वास्थ्य केंद्रों द्वारा अपने-अपने कार्यालयों एवं अस्पतालों में स्वच्छता पखवाड़ा के तहत तरह-तरह के जागरूकता अभियान चलाये जा रहे हैं।
-कार्यालय सहित आसपास के क्षेत्रों में विशेष रूप से सफाई करने की आदतों को करें शुमार: एमओआईसी
रेफ़रल अस्पताल के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ मिथिलेश कुमार ने बताया स्थानीय अस्पताल के अधिकारियों एवं कर्मचारियों से कार्यालय एवं अपने आस-पास के क्षेत्रों में विशेष रूप से सफाई रखने के लिए आह्वान किया गया है। दो सप्ताह तक चलने वाले इस स्वच्छता पखवाड़ा के तहत मरीज़ों को भी जागरूक करना है। स्थानीय अधिकारियों और कर्मचारियों से अपील करते हुए कहा कि अपने-अपने कार्यालयों में बेवजह या फालतू कागज को नहीं रखना है। नियमित रूप से कार्यालयों में सफाई करने की आदत डालें। अधिकारी और कर्मचारी स्वच्छता को अपनाते हुए इसमें ज्यादा से ज्यादा लोगों को जोड़ने का भी प्रयास करें। आगे उन्होंने यह भी कहा कि स्वच्छता केवल एक समय की गतिविधि नहीं है, बल्कि प्रतिदिन करने वाला कार्य है। स्वच्छता के लिए हमारी सोच का बहुत ज्यादा महत्व होता है।
-स्वस्थ्य रहना है तो स्वच्छता के प्रति सजग रहना जरूरी: सेलिमा खातून
अस्पताल प्रबंधक सेलिमा खातून ने बताया कि वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण काल के समय से ही लोगों में स्वच्छता के प्रति जागरूकता बढ़ी हुई है। लेकिन इसके बावजूद अभी औऱ सजग रहने की आवश्यकता है। जब कोरोना संक्रमण काल का दौर चल रहा था तो लोग मास्क, सामाजिक दूरी का पालन किया करते थे। इसके साथ ही नियमित रूप से हाथों की सफाई भी करते थे।अपने कार्यालयों सहित आसपास के इलाकों में साफ-सफाई के प्रति लापरवाही नहीं बरते। हालांकि इसे नियमित तौर पर करना चाहिए। गंदगी रहने के कारण संक्रमण फैलने का डर रहता है। जिस कारण कई तरह की बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए स्वस्थ्य रहने के लिए लोगों को साफ-सफाई का ध्यान रखना चाहिए। घर के आसपास गंदगी नहीं होने देना चाहिए। नियमित तौर पर लोगों को सफाई पर ध्यान देना चाहिए।
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