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गोरखनाथ मंदिर कांड: अरबी भाषा के कोड में बात करता था मुर्तजा, ISIS की युवती के संपर्क में था

 

गोरखनाथ मंदिर कांड: अरबी भाषा के कोड में बात करता था मुर्तजा, ISIS की युवती के संपर्क में था

श्रीनारद मीडिया, सेंट्रल डेस्‍क:

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उतर प्रदेश के गोरखनाथ मंदिर में तैनात सिपाहियों   पर हमले का आरोपी अहमद मुर्तजा अब्बासी आईएसआईएस कैंप की एक युवती के संपर्क में था। वह युवती से ई-मेल के माध्यम से संपर्क में आया था। पूछताछ में यह भी पता चला है कि मुर्तजा ने युवती के बताए अकाउंट में कई बार रुपये भेजे थे।

सूत्रों के अनुसार मुर्तजा आईएसआईएस में जाने की तैयारी कर रहा था। जानकारी के मुताबिक, एटीएस की पूछताछ में मुर्तजा ने बताया कि आईएसआईएस कैंप से एक युवती ने उसे ई-मेल किया था। युवती ने अपनी फोटो उसे भेजा और भारत आने पर मिलने का वादा किया। मुर्तजा ने युवती की मांग पर उसे 40 हजार रुपये भेजे थे। यह तथ्य सामने आने के बाद जांच एजेंसियों के कान खड़े हो गए हैं।

एजेंसियां मुर्तजा की पूरी कुंडली खंगालने में जुट गई हैं। सूत्रों के मुताबिक, पूछताछ में मुर्तजा ने बताया कि वर्ष 2017 में इंटरनेट पर कंप्यूटर प्रोग्रामिंग सीखने लगा। यहीं उसको ऐसे विचार आने लगे कि वह जन्नत में है, लेकिन अल्लाह उससे खफा है।

मुर्तजा को थी हाइपोमेनिया बीमारी
मुर्तजा को लगा कि वह होमो सेक्सुअल है। जब ये बातें घरवालों को पता चलीं, तो उन्होंने उसका इलाज कराना शुरू कराया। डॉक्टरों ने इसे हाइपोमेनिया बीमारी बताया।

कंप्यूटर कोडिंग सीखने के दौरान आया सीरिया के संपर्क में
जनवरी 2020 से मुर्तजा हाईटेक कंप्यूटर कोडिंग सीखने लगा। इसी दौरान एक बार फिर सीरिया के आतंकी संगठनों के संपर्क में आया। उनसे प्रभावित होकर नेपाली खातों से आठ लाख रुपये भेज दिए।
पुलिस हिरासत में आरोपी मुर्तजा
मुर्तजा को लगने लगा था कि मुस्लिमों को पूरी दुनिया परेशान कर रही है। कट्टरपंथी विचारधारा के चलते वह जिहादी मानसिकता का हो गया। इस बीच नेपाल सीमा पर स्थित संदिग्ध मदरसों में जाकर तकरीरें सुनने लगा।
संपत्तियों का ब्योरा भी जुटाएगा एटीएस
मुर्तजा ने कई खातों में रुपये भेजे हैं। यह जानकारी सामने आने के बाद एटीएस अब उसकी संपत्ति का ब्योरा भी जुटा रहा है। यह देखा जाएगा कि उसकी कमाई कितनी थी और उसने कितने रुपये दूसरे लोगों को भेजे हैं। यह भी देखा जाएगा कि उसके खाते में रुपये कहां से आए। अगर आए हैं तो इस्तेमाल कहां किया गया।
अहमद मुर्तजा अब्बासी अरबी भाषा के कोड में बात किया करता था। एटीएस को मुर्तजा के घर से जिहादी लिटरेचर मिला है। इसमें एक अरबी किताब भी है। शुरुआती जांच में माना जा रहा था कि धर्म के प्रति निष्ठा की वजह से मुर्तजा इसे पढ़ता था।
मुर्तजा के साथ एटीएस उस किताब को भी लखनऊ मुख्यालय लेकर गई। बारीकी से जांच करने पर किताब में कई शब्दों को रेखांकित किया पाया गया है।
मुर्तजा की किताब के आतंकी कोड
उड़ान : देश में या देश के बाहर फोन पर बात करते समय फ्लाइट को अरबी में रिहलत तयारान बोला जाता था। इसका मतलब उड़ान होता है। मुर्तजा ने किताब में इस शब्द को मार्कर से हाईलाइट किया था।
संघर्ष : मुर्तजा का ब्रेनवॉश करने के लिए अरबी के अलजिहाद शब्द का प्रयोग होता था।
आकाश : मुर्तजा को फिदायीन बनाने के लिए उसे जन्नत के बारे में जानकारी दी जाती थी।
अब्दुल्ला : मुर्तजा को जिहाद के रास्ते पर ले जाने वाले बातचीत में उसका नाम न लेकर इस शब्द का इस्तेमाल करते थे।
मेहमान : मुर्तजा से मिलने के लिए जब भी कोई बाहरी आता था तो उसे पहले इसकी जानकारी दी जाती थी।
बख्शीश: मुर्तजा के साथ जब भी फंडिंग से संबंधित कोई बातचीत होती थी तो इसका प्रयोग होता था।
खटमल : मुर्तजा से बातचीत में पुलिस या सुरक्षा एजेंसियों को खटमल बोला जाता था।

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