बिहार में फर्जी दारोगा गिरफ्तार, सायरन वाली स्कॉर्पियो से करता था अवैध वसूली, बेराजगार नौजवानों से करोड़ों रुपये ठगे
फर्जी दारोगा बनकर एक युवक ने सिपाही और दारोगा भर्ती के नामपर मुंगेर व अन्य जिलों के भोले-भाले युवकों को अपना निशाना बना कर करोड़ों रुपये की ठगी कर ली। आरोपी युवक मुंगेर जिले के लड़ैयाटांड थाना क्षेत्र के गोविंदपुर निवासी सुरेंद्र पासवान का पुत्र राहुल कुमार (30 वर्ष) है।
मंगलवार को सदर डीएसपी ने प्रेस कांफ्रेंस में इसका खुलासा किया। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। आरोपी के पास से पुलिस ने स्कॉर्पियो, (पुलिस लोगो, सायरन, माइकिंग हेतु हूटर लगा हुआ), फाइबर वाला पुलिस का डंडा, हरे रंग का पुलिस का हंटर बूट और सैमसंग कंपनी का स्क्रीन टच मोबाइल जब्त किया गया है।
एसपी के निर्देश पर लड़ैयाटांड थानाध्यक्ष नीरज कुमार गोविंदपुर स्थित उसके घर पर पहुंचे। वहां एक आलीशान भवन का निर्माण कार्य चल रहा था। जहां पर पुलिस का लोगो लगा स्कॉर्पियों वाहन हुटर सहित लगा हुआ था। जब पुलिस ने राहुल को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने खुद को 2017 बैच का दारोगा बताया।
कहा कि वह बेगूसराय जिला बल में दारोगा के पद पर तैनात है। जिसके बाद थानाध्यक्ष ने उससे बैचमेट एवं बुनियादी ट्रेनिंग से संबंधित सवाल पूछे। तो वह उसका जबाव नहीं दे पाया। जिसके बाद यह स्पष्ट हो गया कि वह दारोगा नहीं है। जिसके बाद थानाध्यक्ष ने 2017 बैच के बेगूसराय में तैनात नवनियुक्त दारोगा से मोबाइल पर संपर्क किया। तो पता चला कि राहुल कुमार नाम का कोई भी व्यक्ति बेगूसराय में दारोगा पद पर तैनात नहीं है।
पुलिस अधीक्षक जगुनाथरेड्डी जलारेड्डी ने बताया कि गुमनाम पत्र के आधार पर जांच में राहुल फर्जी दारोगा पाया गया। वह ठगी करता था। उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। उन्होंने बताया कि पुलिस सभी बिंदुओं पर जांच कर रही है। शीघ्र ही पता चल जायेगा कि वह गिरोह संचालित कर रहा था, अथवा उसके इस गोरखधंधे में किसी पुलिसकर्मी का तो सहयोग प्राप्त नहीं है।
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