Siswan: बाबा महेंद्रनाथ धाम पर 3 मई को मनाई जाएगी परशुराम जयंती
श्रीनारद मीडिया, प्रकाश चन्द्र द्विवेदी, सिसवन, सीवान (बिहार)
सीवान जिले के सिसवन प्रखंड क्षेत्र के ऐतिहासिक बाबा महेंद्रनाथ धाम पर 3 मई को धूमधाम के साथ परशुराम जयंती को मनाये जाने को लेकर तैयारी जोरो पर है। इस संबंध में सिसवन प्रखंड क्षेत्र के कचनार गांव निवासी अजीत उपाध्याय द्वारा बताया गया कि जयंती के अवसर पर सैकड़ों की संख्या में लोगों के पहुंचने की उम्मीद है। गौरतलब हो कि सिसवन प्रखंड के ऐतिहासिक बाबा महेंद्रनाथ धाम के विवाह भवन में जयंती कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। जिसको लेकर लोगों में काफी उत्साह देखा जा रहा है तथा सभी लोग जोर-शोर से तैयारियों में लगे हुए हैं।
परशुराम जयंती महत्व
पौराणिक कथाओं के अनुसार भगवान परशुराम भगवान विष्णु के छठें अवतार थे। इन्होंनें ब्राह्मणों और ऋषियों पर होने वाले अत्याचारों का अंत करने के लिए ऋषि जमदग्नि और माता रेणुका के यहां जन्म लिया था। मान्यता है कि परशुराम जयंती पर व्रत और पूजन करने से पुत्र प्राप्ति होती है। इसके साथ ही इस दिन पूजा आराधना से प्राप्त पुण्य कभी समाप्त नहीं होता है। भगवान परशुराम के साथ विष्णु जी की कृपा भी प्राप्त होती है।
परशुराम जयंती पूजा विधि-
- तृतीया तिथि पर सूर्योदय से पहले पवित्र नदी में स्नान करना शुभ माना जाता है।
- यदि नदी पर नहीं जा सकते हैं तो घर पर ही स्नान करने के बाद साफ-सुथरे वस्त्र धारण करें।
- इसके बाद धूप दीप जलाएं और व्रत का संकल्प करें।
- परशुराम भगवान विष्णु के अवतार हैं इसलिए विष्णु जी को चंदन, तुलसी के पत्ते, कुमकुम, अगरबत्ती, फूल और मिठाई अर्पित करके विधिवत उनकी पूजा करें।
- चाहें तो किसी मंदिर में जाकर भगवान परशुराम के दर्शन और पूजा अर्चना करें।
- इस दिन व्रतधारियों को किसी भी प्रकार के अनाज या दाल का सेवन नहीं करना चाहिए।
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