नकाबपोश अपराधियों ने दवा व्यवसायी के घर की लूटपाट.

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कागज चेकिंग के नाम पर रुपये लेकर हुआ फरार

श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

बिहार में सुपौल के करजाईन थाने से करीब सात सौ मीटर की दूरी पर स्थित दवा दुकानदार हीरालाल दास के घर में मंगलवार की देर रात करीब 10 से 15 की संख्या में पहुंचे नकाबपोश अपराधियों ने लूटपाट की. विरोध करने पर गृहस्वामी हीरालाल दास को मारपीट कर गंभीर रूप से घायल कर दिया. जिसे उपचार के लिए दरभंगा भेजा गया है. आस-पास के लोगों तथा परिजनों से मिली जानकारी के अनुसार दवा दुकानदार हीरालाल दास के घर के पीछे से होकर 10-15 की संख्या में लाठी-डंडे व चाकू लेकर पहुंचे नकाबपोश अपराधी घर के अंदर पहुंचते ही अगल-बगल के सभी कमरों के दरवाजे को बाहर से कुंडी लगाकर बंद कर दिया.

इसके बाद मेन दरवाजे को तोड़कर अंदर जाने का प्रयास करने लगे. लूटपाट का विरोध करने पर अपराधियों ने हीरालाल दास को लाठी-डंडे एवं रॉड से बुरी तरह पिटाई कर दी. जिससे उसका सिर फट गया. इसके बाद घर के अंदर घुसकर घर में रखे गोदरेज को तोड़कर गहने-जेवर एवं अन्य सामान निकाल लिए. साथ ही हीरालाल दास की पत्नी, बेटी एवं बहू के पहने हुए सारे जेवरात भी उतरवा लिए. तक़रीबन 10 से 15 लाख का सोना-चांदी एवं अन्य सामान लूट कर सभी अपराधी फरार हो गये.

सूचना पर पहुंची पुलिस

इधर, देर रात में शोरगुल सुनकर आसपास के लोगों ने छत से बाहर निकलकर शोर मचाना शुरू कर दिया. इस घटना की जानकारी पुलिस को दी गयी. लोगों का शोरगुल सुनकर लूटपाट में सफल अपराधी पीछे के दरवाजे से भाग निकले. सूचना मिलते ही पहुंची पुलिस ने अपराधियों का पीछा भी किया. लेकिन अपराधी भाग निकलने में सफल रहे. घटना की सूचना मिलते ही वीरपुर एसडीपीओ पंकज कुमार मिश्र मौके पर पहुंचकर छानबीन की.

जांच के लिये पहुंची डॉग स्क्वायड टीम

जानकारी के बाद घटना के उद‍्भेदन के लिए एसएसबी 45वीं बटालियन के डॉग स्क्वायड की टीम को भी मौके पर बुलाया गया. डॉग स्क्वायड की टीम घटनास्थल पर पहुंचकर मौके पर अपराधियों के छूट गए लुंगी, गैस कटर एवं मास्क की गंध के आधार पर तहकीकात शुरू किया. लेकिन कोई खास सफलता नहीं मिल सकी. बताया गया कि लोगों की अधिक भीड़ एकत्रित होने के कारण स्वान दस्ता की टीम मामले की उद्भेदन में सफल नहीं रहा.

कहते हैं अधिकारी

एसडीपीओ पंकज कुमार मिश्रा ने कहा कि मामले की छानबीन पुलिस कर रही है. घटना की सूचना मिलते ही करजाईन थाना सहित अन्य थाने की पुलिस भी घटनास्थल पर पहुंची. अपराधियों का पीछा भी किया गया. घटनास्थल से करीब 10 किलोमीटर दूर अपराधियों का मोबाइल मिला है. अन्य सामान भी घटना स्थल से बरामद हुआ है. फोरेंसिक एवं टेक्निकल टीम को भी बुलाया जा रहा है. सभी बिन्दुओ पर जांच की जा रही है. जल्द ही मामले का उद्भेदन कर लिया जाएगा.

कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की मांग

इधर घटना के बाद स्थानीय लोग सहित व्यापारियों ने करजाईन बाजार में बढ़ती अपराधिक घटनाओं पर चिंता जताते हुए पुलिस के वरीय अधिकारियों से बाजार की सुरक्षा व्यवस्था कड़ी करने की मांग की है. जदयू नेता शशि प्रसाद सिंह, नूर आलम, राघोपुर डीलर संघ के अध्यक्ष नागेंद्र यादव, बीरेंद्र दास, ललन गुरुमैता, करजाईन व्यापार मंडल के अध्यक्ष गोपाल कृष्ण शारदा ने कहा कि घटना के बाद से लोग भयभीत हैं. इसलिए बाजार की सुरक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाया जाए.

फर्जी पुलिस अधिकारी बन वैशाली के मछली व्यवसायी से 35 हजार रुपये की ठगी करने का मामला सामने आया है. मामला आलमगंज थाना क्षेत्र के बिस्कोमान गोलंबर के पास का है. इस संबंध में व्यवसायी ने आलमगंज थाने में लिखित आवेदन भी दिया है. दरअसल वैशाली जिले के वैशाली थाना क्षेत्र के रहने वाले मछली व्यवसायी गजेंद्र राय के साथ यह घटना घटी है.

गजेंद्र राय हर दिन वैशाली से अपनी मछली लाकर बाजार समिति में बेचते हैं. तीन अप्रैल को भी वह बाजार समिति अपनी मछली लेकर आये और चार अप्रैल को मछली बेचकर कैश के साथ वह पीक अप वैन से वैशाली लौट रहे थे. इसी दौरान फर्जी पुलिस अधिकारी बन पहले गाड़ी का कागज चेक करने के नाम पर मारपीट की. इसके बाद 35 हजार रुपये की ठगी कर फरार हो गया.

पहले बहादुर पर आरओबी के पास रोकने का किया प्रयास

मिली जानकारी के अनुसार व्यवसायी गजेंद्र राय अपने दो साथियों के साथ मछली बेचकर आठ बजे के करीब वैशाली के लिए रवाना हुए. पिकअप वैन से बहादुर आरओबी से नीचे उतरने लगे तो एक व्यक्ति हाथ देकर गाड़ी को रोकने के लिए कह रहा था, लेकिन व्यवसायी ने गाड़ी नहीं रोका. इसके बाद जैसे ही धनुकी मोड़ से गांधी सेतु बैरिकेडिंग के पास पहुंचा कि वही शख्स आगे से आकर गाड़ी को रोक दिया और गाली-गलौज करते हुए गाड़ी में घुस गया. कहने लगा कि मैं पुलिस अधिकारी हूं.

गाड़ी रोकने के लिए हाथ दिया तो तुमने गाड़ी क्यों नहीं रोकी. यह कहते हुए गाड़ी में रखे डंडे से मुझे दो डंडा मारा और गाड़ी का कागज चेक करने लगा. इसके बाद वह बोला कि नीचे चलो साहेब बुलाये हैं. सारा पैसा लेकर मेरे साथ चलो. इसके बाद व्यवसायी को ऑटो से लेकर फर्जी पुलिस बिस्कोमान गोलंबर लेकर चला गया.

पिटाई के डर से दे दिया पैसा, कहा इंतजार करो…

व्यवसायी ने आवेदन में लिखा है कि उस शख्स ने पिटाई के बाद उठक-बैठक करवाया. इसके बाद और मारने लगा. इस डर से मैंने अपना सारा कैश 35 हजार रुपये उसे दे दिया. पैसा लेने के बाद उसने कहा कि मैं साहेब से मिलकर आ रहा हूं. आगे से कोई पुलिसकर्मी गाड़ी रोके तो रुक जाना और यहीं रहो, मैं आ रहा हूं. लेकिन इसके बाद पैसा लेकर शख्स फरार हो गया.

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