सीवान में छह दिवसीय मेहंदी प्रशिक्षण कार्यशाला का हुआ समापन
श्रीनारद मीडिया‚ सीवान (बिहार)
सीवान जिला मुख्यालय के रजिस्ट्री कचहरी शास्त्री नगर रोड स्थित आराध्या चित्रकला संस्थान में विगत 6 दिनों से आराध्या पीपल्स फाउंडेशन के द्वारा मेहंदी रचना का आयोजन किया गया था जहां प्रशिक्षक के रूप में युवा चित्रकार रजनीश कुमार छात्राओं- महिलाओं को मेहंदी के कला की बारीकियों को खिलाए, जहां संस्थान के सीनियर छात्रों द्वारा भी सभी प्रतिभागियों को प्रशिक्षित किया गया, मेहंदी एक पारंपरिक कला है जो सदियों से चलती हुई आ रही है, यह कला खासकर पर्व, त्यौहार, शुभ मुहूर्त और खुशियों के मौके पर लगाई जाती है जिसे काफी शुभ माना जाता है, आजकल मेहंदी रचना आम लोगों में खूब प्रचलित है।
कुमार का कहना है की व्यवसायिक दृष्टिकोण से व आत्मनिर्भरता की ओर कदम बढ़ाते हुवे सभी इस कला को बखूबी तरीके से सीखे और रोजगार का अवसर भी बनाए।
आपको बता दें कि मेहंदी सीखने के बाद रचना करने वाले कलाकार मेहंदी रचना कर अच्छे खासे पैसे कमा सकते हैं, खुशी के मौके पर इन कलाकारों की काफी डिमांड होती है एक- एक रचना का शुल्क 1000 से लेकर 5000 तक आसानी से मिल जाती है जो आर्थिक रूप से कलाकारों के सहोगी है।
इस कार्यक्रम में भाग लेने वाले प्रतिभागी स्वेता, मनीषा, सिंधु, अर्चना, अनन्या, जोत्सना, गणेश गुड़िया, रोशनी, पूनम, मैत्री, अन्नू, डॉली, सोनी, अनुराधा, सालेया, शोभा, पलक, अदिति, श्रुति, अंबिका, अनामिका, सरिता, प्रगति, प्रज्ञा, आलिया, महजबीन, वर्तिका, श्रेया, पूजा, उपासना, रूबी, प्रियंका, खुशी, इंदु, कशिश, सीमा, सानवी, कुसुम, शिवानी, जैनाब, श्रेया मुस्कान, निधि, रिचा, संजना, श्यामली, नेहा, अक्षरा, खुशी, किरण, सलोनी, रचना, सलोनी अग्रवाल, मोहिनी, प्रीति, मुस्कान, गरिमा, वैष्णवी, अमीषा, लक्ष्मी, विशाखा, शाहद, सोनाक्षी, प्रीति आदि उपस्थित रही।
इस खास मौके पे सुनील अरोरा, गौरव, राज, राजकपूर, कुंज आदि लोग मौजूद थे।
छह दिवसीय चल रहे मेहंदी प्रशिक्षण कार्यशाला का हुआ समापन
जिला मुख्यालय से नजदीकी रजिस्ट्री कचहरी शास्त्री नगर रोड स्थित आराध्या चित्रकला संस्थान में विगत 6 दिनों से आराध्या पीपल्स फाउंडेशन के द्वारा मेहंदी रचना का आयोजन किया गया था जहां प्रशिक्षक के रूप में युवा चित्रकार रजनीश कुमार छात्राओं- महिलाओं को मेहंदी के कला की बारीकियों को खिलाए, जहां संस्थान के सीनियर छात्रों द्वारा भी सभी प्रतिभागियों को प्रशिक्षित किया गया, मेहंदी एक पारंपरिक कला है जो सदियों से चलती हुई आ रही है, यह कला खासकर पर्व, त्यौहार, शुभ मुहूर्त और खुशियों के मौके पर लगाई जाती है जिसे काफी शुभ माना जाता है, आजकल मेहंदी रचना आम लोगों में खूब प्रचलित है।
कुमार का कहना है की व्यवसायिक दृष्टिकोण से व आत्मनिर्भरता की ओर कदम बढ़ाते हुवे सभी इस कला को बखूबी तरीके से सीखे और रोजगार का अवसर भी बनाए।
आपको बता दें कि मेहंदी सीखने के बाद रचना करने वाले कलाकार मेहंदी रचना कर अच्छे खासे पैसे कमा सकते हैं, खुशी के मौके पर इन कलाकारों की काफी डिमांड होती है एक- एक रचना का शुल्क 1000 से लेकर 5000 तक आसानी से मिल जाती है जो आर्थिक रूप से कलाकारों के सहोगी है।
इस कार्यक्रम में भाग लेने वाले प्रतिभागी स्वेता, मनीषा, सिंधु, अर्चना, अनन्या, जोत्सना, गणेश गुड़िया, रोशनी, पूनम, मैत्री, अन्नू, डॉली, सोनी, अनुराधा, सालेया, शोभा, पलक, अदिति, श्रुति, अंबिका, अनामिका, सरिता, प्रगति, प्रज्ञा, आलिया, महजबीन, वर्तिका, श्रेया, पूजा, उपासना, रूबी, प्रियंका, खुशी, इंदु, कशिश, सीमा, सानवी, कुसुम, शिवानी, जैनाब, श्रेया मुस्कान, निधि, रिचा, संजना, श्यामली, नेहा, अक्षरा, खुशी, किरण, सलोनी, रचना, सलोनी अग्रवाल, मोहिनी, प्रीति, मुस्कान, गरिमा, वैष्णवी, अमीषा, लक्ष्मी, विशाखा, शाहद, सोनाक्षी, प्रीति आदि उपस्थित रही।
इस खास मौके पे सुनील अरोरा, गौरव, राज, राजकपूर, कुंज आदि लोग मौजूद थे।
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