मधु मक्खी पालन बेरोजगारी दूर करने का कारगर उपाय … बीडीओ
पांच दिवसीय प्रशिक्षण कृषि विज्ञान केन्द्र में हुआ शुरू ।
श्रीनारद मीडिया, एम सावर्ण, भगवानपुर हाट, सीवान (बिहार):
बेरोजगार युवक युवतियों को कृषि के क्षेत्र में कुशल प्रशिक्षण दे रोजगार से जोड़ आत्म निर्भर बनाने के
उद्देश्य से भगवानपुर प्रखंड मुख्यालय स्थित कृषि विज्ञान केन्द्र में मंगलवार को मधु मक्खी पालन का पांच दिवसीय
दिवसीय प्रशिक्षण का शुरुआत किया गया । इस अवसर
पर मुख्य अतिथि बी डी ओ डॉ कुंदन ने संबोधन में कहा कि
कृषि के क्षेत्र में रोजगार की आपार संभावनाएं है । जरूरत है उसे आत्मसार करने
की । उन्होंने कहा कि कृषि विज्ञान केन्द्र जिले के किसानों को कृषि के क्षेत्र में प्रशिक्षण देकर
रोजगार सृजित करने को प्रेरित करने का सराहनीय कार्य कर रहा है । उन्होंने कहा कि मधु मक्खी पालन कर युवा अपने को रोजगार से जोड़ अपने जीवन शैली को बदल सकते है । इस अवसर पर के वी के
के अध्यक्ष सह वरिष्ठ बैज्ञानिक डॉ अनुराधा रंजन कुमारी ने कहा कि कृषि विज्ञान केन्द्र जिले
के सभी प्रखंड के बेरोजगार युवकों युवतियों को प्रशिक्षित कर रोजगार से जोड़ने का मुहिम चला रखा है ।
उन्होंने मधु मक्खी पालन पर बल देते हुए कहा कि यह एक ऐसा रोजगार है ।जिससे कई लोगो
को काम मिल सकता है । उन्होंने कहा कि मधु मक्खी पालन कर युवा अपना जीविका चला
सकते है । इस अवसर पर उन्होंने मधु मक्खी पालन का तकनीकी शिक्षा भी प्रशिक्षुओं को दी । रानी मधु मक्खी के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि मधु मक्खियों के समूह की ग्रुप लीडर होती है । उन्होंने कहा कि आम , लीची , अमरूद , सरसो , सूर्य मुखी आदि के फूलों से पराग सेचन की क्रिया से मधु मक्खियां मधु तैयार करती है । इस अवसर पर
कृषि अभियंता कृष्ण बहादुर
क्षेत्री, बैज्ञानिक डॉ नंदिशा , डॉ जोना डा खो , डॉ हर्ष बी आर , सुश्री सरिता कुमारी प्रशिक्षु कृषकों में अशोक सिंह , रजनीश सिंह , सिपाही सिंह , पसापत देवी , मीणा कुंवर , राहुल कुमार राय , उर्मिला देवी , सविता देवी आदि उपस्थित थे ।
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