कैसे हो गया डाक्टर का पकड़ौआ विवाह?
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
बिहार के बेगूसराय में पकड़ौआ विवाह का एक मामला सामने आया है। यहां एक डाक्टर अपने घर से इलाज करने के लिए निकला और अचानक गायब हो गया। घरवालों ने काफी ढूंढा तो पता चला कि डाक्टर का अपहरण कर उसकी जबर्दस्ती शादी करा दी गई है। तेघड़ा थाना क्षेत्र की पिढौली वार्ड संख्या नौ निवासी सुबोध कुमार झा के पुत्र सत्यम कुमार ग्रामीण पशु चिकित्सक के तौर पर सेवा देते हैं। 13 जून की दोपहर तक वे अविवाहित थे, लेकिन अब उनकी शादी का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। सत्यम के पिता ने इस संबंध में पुलिस को आवेदन देकर अपने बेटे को लौटाने की गुहार लगाई है। बिहार में लड़के की मर्जी के बिना उसका अपहरण कर जबर्दस्ती शादी कराने को पकड़ौआ विवाह कहते हैं।
पुलिस को दिए आवेदन में कहा गया है कि उनके पुत्र ग्रामीण पशु चिकित्सक हैं और वह 13 जून की दोपहर घर से निकले थे। देर तक घर नहीं लौटने पर जब खोजबीन की गई तो, तेघड़ा वार्ड एक स्थित हसनपुर निवासी विजय कुमार सिंह की पुत्री से जबरन शादी किए जाने की जानकारी हुई। विवाह के नीयत से पुत्र का अपहरण की शिकायत पर तेघड़ा पुलिस ने हसनपुर स्थित विजय कुमार सिंह के घर दबिश दी और लड़का, लड़की के नहीं मिलने पर पुलिस ने उनके भाई राजकुमार सिंह उर्फ फोनी को हिरासत में लिया है।
प्रेम-प्रंसग का हो सकता है मामला
स्थानीय ग्रामीण इसे प्रेम-प्रसंग का मामला मान रहे हैं। ग्रामीणों की मानें तो गाय का इलाज करने के क्रम में विजय सिंह की लड़की मौसम को ग्रामीण पशु चिकित्सक से प्यार हो गया। मौसम इंटर की छात्रा है और स्वजनों ने उसके विवाह की पूरी तैयारी की थी। शादी के एक दिन पूर्व सत्यानारायण भगवान की पूजा का आयोजन किया गया था। ग्रामीणों को शादी किए जाने की जानकारी दी गई, लेकिन दूल्हा के संबंध में कुछ नहीं बताया गया था। घर पर शादी का मड़वा, पंडाल और जेनरेटर की भी व्यवस्था की गई थी।
शादी का वीडियो किया वायरल
इसी बीच लड़की पक्ष के द्वारा शादी का एक वीडियो भी वायरल किया गया, इसमें ग्रामीण पशु चिकित्सक को शादी करते हुए दिखाया गया है। इस वीडियो में सत्यम के साथ एक लड़की बैठी हुई है और पंडित मंत्र पढ़ा रहे हैं। आस-पास लोगों की भीड़ थी और शादी की रस्में निभाई जा रही थीं। इससे जाहिर होता है यह अपहरण का मामला नहीं है। लड़की वालों ने सुबह में सत्यम की मां के मोबाइल पर वीडियो भेजा, इसमें शादी का वीडियो था।तेघड़ा थानाध्यक्ष संजय कुमार ने बताया कि पुलिस प्रेम-प्रसंग मानकर मामले की जांच कर रही है। यह शादी गढ़पुरा थाना क्षेत्र के मोरतर गांव में हुई है, जहां लड़की की मौसी का घर है। वहीं, यह शादी कराई गई है। स्वजनों ने अपहरण का आरोप लगाया है। वहीं, लड़का और लड़की को शादी के बाद घरवालों ने वहां से हटा दिया है। लड़का और लड़की के सामने आने के बाद मामला स्पष्ट हो पाएगा।
पकड़ौआ विवाह, बिहार के लोगों के लिए यह चीज नई नहीं है, भले बाहर के लोग इसे सुनकर चौंक जाएं। लालू यादव और राबड़ी देवी के मुख्यमंत्री रहते ऐसे विवाह खूब जोर पकड़ा था। बीते 10-15 सालों में ऐसे मामले थमे हैं, लेकिन एक दो केस तो आते ही रहते हैं। ऐसे विवाह मूलत: दहेज से बचने के लिए किए जाते हैं। दहेज की बाधा से बचने के लिए लड़की वाले अपनी पसंद के लड़के का अपहरण कर लेते हैं। इस बार बेगूसराय के ग्रामीण पशु चिकित्सक का मामला सामने आया है। हालांकि, इस मामले में लड़की वालों का साफ कहना है कि डाक्टर ने खुद अपनी मर्जी से शादी की है।
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