खनन विभाग ने दिया जब्त बालू उठाव का आदेश
थानाध्यक्ष ने बंद कराया
उठाया बिक्री काउंटर से स्टाफ
सभी जब्त बालू जबरदस्ती उठवाया
नीलामी अनुज्ञप्तिधारी ने खनन विभाग में भेजा त्राहिमाम सन्देश
श्रीनारद मीडिया, मृत्युंजय तिवारी, छपरा(बिहार):
छपरा जिले में खनन विभाग के अनुज्ञप्तिधारी पुलिसप्रसासन के कारगुजारी से परेशान एवं आर्थिक नुकसान उठाने को मजबूर हो गए है। हर वक्त कहि न कही से ऐसी खबरे आती रहती है जहां बालू नीलामी अनुज्ञप्तिधारी को पुलिस परेशान करती रहती है।ताजा मामला जिले के दिघवारा थाना के आमी शक्ति शांति विद्यालय के समीप अवस्थित जब्ती बालू स्थल एवं उसके बिक्री काउंटर पर पुलिस की मनमानी से जुड़ा हुआ है।
इस बाबत प्राप्त सूचना अनुसार जिले के कई जगह अवैध लाल बालू की जब्ती खनन विभाग के द्वारा किया गया था।जिसकी नीलामी के उपरांत नीलामी अनुज्ञप्ति धारी द्वारा सभी शर्तो को पूरा करते हुए जब्त बालू उठाव एवं बिक्री का आदेश खनन विभाग ने निर्गत किया।उसी नीलामी में एक जब्ती स्थल दिघवारा थानाक्षेत्र के शक्ति शांति स्कूल के समीप आमी में भी है।उस स्थल पर लगभग 24 हजार घनफीट बालू की जब्ती हुई थी।जिसकी नीलामी लाखो रुपये में हुई थी।
इस नीलामी के उपरांत जब्ती नीलामी अनुज्ञप्ति धारी को खनन विभाग ने आगामी 5 जुलाई तक बिक्री एवं बालू उठाव साथ ही बिक्री हेतु काउंटर लगाने का आदेश दिया ।
इस बाबत अनुज्ञप्ति धारी प्रमोद कुमार सिह ने जिला खनिज विकास अधिकारी को आवेदन देकर उचित करवाई करने की मांग किया है।
अपने दिए आवेदन में उसने दिघवारा थानाध्यक्ष पर मनमानी एवं जब्त बालू जबरदस्ती उठवा देने चलान काउंटर पर से स्टाफ को पकड़ने पैसा जब्त कर लेने का आरोप लगाया है।
प्रमोद कुमार सिह द्वारा लिखे गए आवेदन के मुताबिक दिघवारा थाना क्षेत्र के आमी शक्ति शांति हाई स्कूल के समीप जब्त बालू के उठाव हेतु खनन विभाग के आदेश के बाद दिनांक 24 /6/22 को बालू का उठाव कार्य प्रारंभ किया गया।लगभग साढ़े 4 सौ घन फिट बालू की बिक्री किया गया था।वही इसी दरम्यान दिघवारा थानाध्यक्ष बालू उठाव स्थल पर पहुच कर पहले बालू चलान काउंटर से दो स्टाफ को पकड़ लिया साथ ही बालू जब्ती स्थल पर जाकर अवैध बालू व्यपारियो से मिलीभगत कर बल पूर्वक सभी जब्त बालू उठवा लिया। वही इसके कारण लाखो रुपये की क्षति हुआ है।
पुलिस की इस कार्यशैली के कारण नीलामी लेकर बालू उठाव करने एवं बिक्री करने वालो में काफी आक्रोश है । उनका कहना है। की थाना की पुलिस जब इस तरह सही तरीके से बालू का उठाव करने वालो को परेशान करेगी तब वे सब सरकारी नीलामी का कार्य छोड़ देंगे।
बहरहाल पुलिस की इस मनमानी के कारण खनन विभाग को करोड़ो के राजस्व की क्षति होने का अनुमान है ।
अब देखना है कि आखिर कब तक खनन विभाग एवं जिला प्रसासन सरकारी राजस्व की क्षति को बर्दाश्त करती है और पुलिस को इस मनमानी की खुली छूट बंद करवाती है।
सूत्रों से मिली खबर के मुताबिक पुलिस के इस कार्यशैली के पीछे कहि न कही पुलिस के द्वारा जब्ती नीलामी अनुज्ञप्ति धारी से वशूलि का दबाव बनवाना है।
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