रामनगर में विद्या-प्रेम संस्कृति न्यास के तत्वावधान में सम्मान समारोह एवं संगोष्ठी का सफ़ल आयोजन
श्रीनारद मीडिया / सुनील मिश्रा वाराणसी यूपी
वाराणसी 29 जून 2022 / रामनगर पैतृक निवास ( स्वर्गीय श्री प्रेम किशोर पांडेय, भूतपूर्व चेयरमैन, शास्त्री जी की गली, रामनगर नगर पालिका) पर आयोजित सम्मान समारोह एवं संगोष्ठी का आयोजन किया गया । आयोजन की अध्यक्षता वरिष्ठ लेखिका डॉ मुक्ता ने किया। मुख्य अतिथि के रूप में डॉ. रत्नाकर पांडेय ने कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई। डॉ.जयप्रकाश मिश्रा ने विशेष सानिध्य के रूप में अपने आशीर्वाद को सब पर बनाए रखा। विशिष्ट अतिथि के रूप में डॉ अशोक ज्योति की उपस्थिति ने कार्यक्रम की शोभा को और बढ़ा दिया। सभी गणमान्य अतिथियों ने एक पवित्र उद्देश्य हेतु समर्पित संस्था के प्रयासों की सराहना की।
विद्या-प्रेम संस्कृति न्यास के द्वारा साहित्यिक,सामाजिक एवं सांस्कृतिक सरोकारों के लिए 2020-21 का प्रथम ‘प्रेम-रत्न सम्मान’ डॉ .राजाराम शुक्ल (आचार्य वैदिक दर्शन विभाग काशी हिंदू विश्वविद्यालय) दिया गया। स्वर्गीय श्री प्रेम किशोर पांडेय की धर्मपत्नी श्रीमती विद्या पाण्डेय ने विद्या प्रेम संस्कृति न्यास के द्वारा प्रेम रत्न सम्मान दिए जाने पर हार्दिक बधाई दी। सभी अतिथियों का सम्मान करते हुए उनका आभार प्रकट किया और डॉ कल्पना पाण्डेय ‘नवग्रह’ के पवित्र उद्देश्य की सराहना की।
सभी आमंत्रित अतिथियों ने स्वर्गीय श्री प्रेम किशोर पांडेय के व्यक्तित्व और कृतित्व पर चर्चा करते हुए उन्हें बहुत दयालु,अनेक भाषाओं का मर्मज्ञ, कुशल राजनीतिज्ञ, प्रभावी वक्ता, साहित्यिक गहराइयों की परख रखने वाला, कविता, ग़ज़ल में मानवीय संवेदना से भरपूर और सहृदयी जैसे अनेक उपाधियों से सुशोभित करते हुए वर्तमान समय में उनके व्यक्तित्व की जीवंतता और महत्त्व की आवश्यकता पर ज़ोर दिया। उनके जीवन के अनेक संस्मरणों की चर्चा करते हुए उनसे संबंधित अनेक पहलुओं को साझा करते हुए कहा कि एक ही व्यक्तित्व में सारे गुणों का होना नामुमकिन है पर रामनगर की धरती पर आज भी एक ऐसे युगपुरुष को अवतार के रूप में सभी उन्हें अपने दिल में बसा कर रखते हैं।कार्यक्रम का संचालन उनकी पुत्री डॉ. कल्पना पाण्डेय ‘नवग्रह’ने किया।
वक्तव्य देने वाले अतिथियों में डॉ.रंजना दुबे, डॉ.सैयद नादिर, श्री राजेश्वरलाल श्रीवास्तव,श्री त्रिलोकी प्रसाद ,शबनम ख़ातून श्री प्रेम किशोर पांडेय के साहित्यिक, राजनीतिक एवं सांस्कृतिक जीवन पर प्रकाश डालते हुए अनेक ऐसे पहलुओं को छुआ जो आने वाली पीढ़ी के लिए एक प्रेरणा स्रोत है। श्री नुरुल शेख ने मंत्रमुग्ध कर देने वाली अपनी वाणी से बहुत ही सुंदर गीत के माध्यम से श्री प्रेम किशोर पांडेय जी को शब्द श्रद्धांजलि दी।
कार्यक्रम में श्री ज्योति प्रकाश और मनीष राज जी की भी उपस्थिति रही। श्री गोपाल जी की स्वरचित रचना सेअपनी भावांजलि समर्पित की। कार्यक्रम की शानदार सफलता के लिए डॉ कल्पना पाण्डेय ‘नवग्रह’ने दिल से सभी गणमान्य अतिथियों के प्रति आभार व्यक्त किया।