अतिक्रमण हटाने के दौरान हुई मारपीट में घायल युवक की मौत के बाद समउर-मिरगंज सड़क जाम, हंगामा
कटेया थाना क्षेत्र के मोतीपुर गांव में 28 जून को हुई थी मारपीट
हंगामे के कारण चार घंटे तक बाधित रहा आवागमन
थानाध्यक्ष, सीओ व बीडीओं द्वारा कार्रवाई का आश्वासन दिए जाने के बाद शांत हुआ मामला
श्री नारद मीडिया अरविन्द रजक पंचदेवरी : कटेया थाना क्षेत्र के मोतीपुर गांव में गत 28 जून को अतिक्रमण हटवाने के दौरान दो पक्षों में हुई मारपीट में घायल युवक की मौत के बाद ग्रामीणों का आक्रोश फूट पड़ा। आक्रोशित ग्रामीणों ने शव को समउर – मीरगंज मुख्य मार्ग पर शव को रख सड़क जाम कर ग्रामीण व परिजन प्रदर्शन करने लगे। हंगामे के कारण अफरा तफरी का माहौल कायम हो गया। चार घंटे घंटे तक समउर – मीरगंज मुख्य मार्ग जाम रहा तथा आवागमन भी बाधित रहा। परिजन व ग्रामीण आरोपितों की शीघ्र गिरफ्तारी की मांग पर अड़े हुए थे। मौके पर पहुंचे थानाध्यक्ष मिथिलेश कुमार पांडेय, सीओ आदित्य शंकर व बीडीओ मनीष कुमार श्रीवास्तव द्वारा शीघ्र कार्रवाई का आश्वासन दिए जाने के बाद मामला शांत हुआ। इसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल गोपालगंज भेजा गया। बताया जाता है कि मोतीपुर में सामुदायिक भवन के निर्माण के लिए सरकारी जमीन का चयन किया गया था। आरोप था कि इस जमीन पर उसी गांव के चार लोगों द्वारा अतिक्रमण कर लिया गया है। लोक शिकायत पदाधिकारी के आदेश पर सीओ आदित्य शंकर के नेतृत्व में पुलिस व पदाधिकारियों की टीम 28 जून को दिन के करीब तीन बजे अतिक्रमण हटवाने पहुंचे। इस दौरान प्रशासन व अतिक्रमणकारियों के बीच में झड़प हो गई। जिसमें दोनों पक्षों से सात लोग घायल हो गए थे। ग्रामीणों के आक्रोश प्रदेश का पुलिस को वहां से वापस जाना पड़ा था। इसी बीच दोनों पक्षों में मारपीट हो गई थी। मृतक के परिजनों का आरोप है कि अतिक्रमण हटने के बाद अतिक्रमणकारियों को संदेह हुआ कि इन्हीं लोगों द्वारा शिकायत कर अतिक्रमण हटवाया गया है। इसे लेकर अतिक्रमणकारियों के पक्ष से आधा दर्जन से अधिक लोग लाठी-डंडे लेकर पहुंचे और हमला कर दिए। जिसमें राधेश्याम चौहान, सहोदर चौहान, रूबी चौहान, ललन चौहान समेत पांच लोग घायल हो गए थे। इस मामले में कटेया थाने में महेश चौहान, विशाल राय, गोलू राय, रंजीत राय, पप्पू शर्मा, राजाराम शर्मा, अजीत चौहान समेत आठ लोगों पर नामजद तथा 25 अज्ञात लोगों पर प्राथमिकी भी दर्ज कराई गई है। इधर गंभीर रूप से घायल सहोदर चौहान को इलाज के लिए सदर अस्पताल गोपालगंज में भर्ती कराया गया। जहां से डॉक्टरों ने गोरखपुर रेफर कर दिया था। गोरखपुर में उनका इलाज चल रहा था। इसी दौरान सोमवार की रात उनकी मौत हो गई। मौत के बाद आक्रोशित ग्रामीणों व परिजनों ने मंगलवार की सुबह समउर – मीरगंज मुख्य मार्ग पर आकर सड़क जाम कर दिया तथा हंगामा करने लगे। जिसके कारण चार घंटे तक आवागमन बाधित रहा। मृतक के परिजन आरोपितों की शीघ्र गिरफ्तारी करने तथा डीएम और एसपी को मौके पर बुलाने की मांग कर रहे थे। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे पंचदेवरी पिकेट प्रभारी रियाज हुसैन व एसआई संजय कुमार को भी ग्रामीणों के आक्रोश का सामना करना पड़ा। स्थिति बिगड़ते देख थानाध्यक्ष मिथिलेश कुमार पांडेय, सीओ आदित्य शंकर व बीडीओ मनीष कुमार श्रीवास्तव मौके पर पहुंच गए। इन पदाधिकारियों के काफी समझाने वह आरोपितों पर शीघ्र कार्रवाई करने का आश्वासन दिए जाने के बाद सड़क से जाम हटाया गया। इसके बाद पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेजा।
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प्रशासन ने भी दर्ज काराई है प्राथमिकी
पंचदेवरी सीओ आदित्य शंकर ने अतिक्रमण के दौरान ग्रामीणों के द्वारा हुए हमले को लेकर कटेया थाने में अरविंद राय, आदित्य राय, सोनू राय, विशाल राय, रंजीत कुमार, बुटाई शर्मा, राजाराम शर्मा, पप्पू शर्मा, महेश चौहान, निशा कुमारी, नितेश चौहान, मीरा देवी, शिवजी शर्मा, गोलू राय सहित 50 से अधिक अज्ञात ग्रामीणों के विरुद्ध सरकारी काम में बाधा डालने, अतिक्रमण हटाने गए पुलिस पदाधिकारी और कर्मचारियों से दुर्व्यवहार कर हमला करने की प्राथमिकी दर्ज कराई है।
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विधानसभा में उठाई थी आवाज
पंचदेवरी प्रखंड के मोतीपुर गांव स्थित हुए अतिक्रमण को लेकर स्थानीय विधायक अमरेंद्र कुमार पांडेय उर्फ पप्पू पांडेय ने विधानसभा में भी आवाज उठाई थी। उस जमीन पर सामुदायिक भवन बनाने के लिए विधायक ने प्रस्ताव दिए थे। जमीन खाली नहीं होने के कारण भवन का निर्माण नहीं हो सका हैै। जिसको लेकर विधायक ने विधानसभा में आवाज भी उठाई थी। जिसके बाद लोक शिकायत अधिकारी के आदेश के आलोक में स्थानीय सीओ द्वारा अतिक्रमण हटाया गया। जहां दोनों पक्षों के बीच जमकर विवाद हो गया। और मारपीट में दोनों पक्षों से कई लोग बुरी तरह से जख्मी हो गए थे।