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लालू यादव इलाज के लिए दिल्ली हुए रवाना.

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श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव बेहतर इलाज के लिए एयर एंबुलेंस से दिल्ली एम्स के लिए रवाना हो गए हैं. उनके साथ एयर एम्बुलेंस से उनकी बेटी मिसा भारती और तेजप्रताप भी जा रहे हैं. वहीं उनके परिवार के अन्य लोग पहले ही दिल्ली पहुंच चुके हैं. कुछ दिनों पहले सीढ़ियों से गिरने के बाद से लालू की तबीयत खराब हो गई थी. जिसके बाद से पटना के पारस अस्पताल में उनका इलाज हो रहा था. अब बेहतर इलाज के लिए उन्हें दिल्ली लेकर जाया जा रहा है.

परिवार पहले हो गया रवाना

पटना के पारस अस्पताल में भर्ती लालू प्रसाद को दिल्ली ले जाने की तैयारी करने सुबह करीब नौ बजे बेटे तेजस्वी यादव अस्पताल पहुंचे थे. जिसके बाद करीब 12 बजे पत्नी राबड़ी देवी भी पारस अस्पताल पहुंच गयी थी. जिसके बाद करीब चार बजे लालू प्रसाद यादव का परिवार दिल्ली के लिए रवाना हो गया. जिसमें राबड़ी देवी, तेजस्वी यादव और राजश्री शामिल थी.

आवश्यकता पड़ेगी तो सिंगापुर ले जाएंगे

दिल्ली रवाना होने से पहले पारस अस्पताल के बाहर तेजस्वी यादव ने संवाददाताओं से कहा कि लोगों की दुआ काम आ रही है. लालू प्रसाद की तबीयत पहले से बेहतर हुई है. दिल्ली में इलाज होगा. वहां उनके स्वास्थ्य संबंधी सभी चीजों की जांच करायी जायेगी. तेजस्वी ने कहा कि यदि लालू यादव को किडनी ट्रांसप्लांट के लिए सिंगापुर ले जाने की आवश्यकता पड़ेगी, तो वहां ले जाया जायेगा.

पटना में नीतीश ने की मुलाकात

इससे पहले पटना में लालू यादव से मिलने के लिए कई नेता भी पहुंचे इनमें सीएम नीतीश कुमार कई नेता शामिल थे. पारस अस्पताल पहुंचे सीएम नीतीश कुमार ने लालू से मुलाकात के बाद मीडिया से बात की. उन्होंने सवालों का जवाब देते हुए बताया कि राजद सुप्रीमो के सेहत में पहले से सुधार हुआ है. दिल्ली ले जाने के फैसले को उन्होंने अच्छा बताया. कहा कि वहां सारी जांच और अच्छे तरीके से हो जाएगी.

स्वास्थ्य मंत्री ने दिल्ली जाने की तैयारी का लिया जायजा

बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय भी लालू प्रसाद को दिल्ली ले जाने की तैयारी का जायजा लेने पारस अस्पताल पहुंचे. यहां उन्होंने प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव से लालू की सेहत के बारे में जानकारी ली. साथ ही दिल्ली ले जाने में किसी प्रकार की असुविधा के बारे में पूछा. उन्होंने सरकार की ओर से हर संभव मदद की बात कही.

नेताओं ने स्वस्थ का लिया फीडबैक

तेजस्वी यादव ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ,सोनिया गांधी और राहुल गांधी आदि नेताओं के बारे में कहा कि सभी लोग चाहते हैं कि लालू प्रसाद जल्दी ठीक हों. मुख्यमंत्री रोजाना उनके स्वास्थ्य का फीडबैक ले रहे थे.

कई बीमारियों से ग्रसित हैं लालू

रिम्स प्रशासन के अधिकारियों का एक रिपोर्ट में बताया गया था कि लालू यादव को 16 प्रकार की बीमारी हैं. रिपोर्ट के अनुसार लालू यादव डाइबिटीज, ब्लड प्रेशर, हृदय रोग, प्रोस्टेट का बढ़ना, यूरिक एसिड का बढ़ना, किडनी की बीमारी, किडनी में स्टोन, थैलीसीमिया (रक्त से संबंधित बीमारी), ब्रेन से सम्बंधित बीमारी, दाहिने कंधे की हड्डी में दिक्कत, पैर की हड्डी की समस्या, आंख में दिक्कत, POST AVR (हृदय से सम्बंधित) बीमारियों से ग्रसित हैं. लालू प्रसाद यादव को अब कई और बीमारियों ने जकड़ लिया है.

सीढ़ियों से गिर कर अस्पताल में हुए भर्ती

लालू प्रसाद पिछले दिनों पटना के आवास में सीढ़ियों से गिर गये थे. इस दौरान उनके कमर और कंधे में चोट आयी थी, जिसके बाद उन्हें पारस अस्पताल में भर्ती कराया गया था. फिलहाल लालू यादव को आईसीयू में रखा गया है. लालू प्रसाद यादव के जल्द ठीक होने को लेकर दुआओं का दौर जारी है. लोग अपने चहेते नेता के बेहतर स्वास्थ्य के लिए प्रार्थना कर रहे हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को देर शाम नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव से फोन पर बातचीत की.

बिहार के गोपालगंज के फुलवारिया गांव में एक सधारण से परिवार जन्मे लालू प्रसाद यादव भारतीय राजनीति के महारथियों में शुमार हैं. लालू प्रसाद का जन्म दूध बेचने वाले कुंदन राय के घर 11 जून को हुआ था. अत्यन्त गरीबी में उनका बचपन गुजरा. लालू अपनी मां मरिछिया देवी के साथ घर-घर जाकर दूध भी बांटा करते थे. इससे जो समय बचता उसमें वो पढ़ाई करने गांव के स्कूल में जाया करते थे. फिर स्कूल की शिक्षा गांव में ही पूरा करने के बाद लालू प्रसाद यादव अपनी आगे शिक्षा पूरा करने के लिए पटना चले आए.

शिक्षा ग्रहण करने पटना गए लालू

लालू प्रसाद वर्ष 1966 में पढ़ने के लिए अपने बड़े भैया के पास पटना आ गए. लालू के बड़े भैया बिहार वेटरनरी कॉलेज में चपरासी की नौकरी करते थे. वे अब उनके पास ही रहकर अपनी आगे की पढ़ाई करने लगे. बीए की पढ़ाई के लिए लालू प्रसाद ने पटना के बीएन कॉलेज में एडमिशन ले लिया. कॉलेज में पढ़ाई के दौरान ही लालू की दिलचस्पी छात्र राजनीति में बढ़ने लगी. फिर क्या था गांव में घर-घर जाकर दूध बांटने वाले लालू प्रसाद अब हजारों लोगों के सामने खड़ा होकर भाषण देना शुरु कर दिया.

साल बीतने के साथ ही लालू पटना यूनिवर्सिटी की स्टूडेंट यूनियन के अध्यक्ष बन गए. घर वालों को लालू प्रसाद का यह व्यवहार पसंद नहीं था. वे लालू की राजनीति में बढ़ती सक्रियता से खिन्न हो कर उनकी शादी करवा दी. लालू प्रसाद की 1 जून 1973 को राबड़ी देवी (Rabri Devi) से शादी हो जाती है. शादी की रस्मों-रिवाज के चलते राबड़ी गौना के लिए वापस घर चली जाती है और लालू भी पटना लौट आते हैं.

लालू ने जब राबड़ी से कहा ‘मुझे माफ करना…

शादी के कुछ दिनों के बाद लालू प्रसाद अपनी पत्नी राबड़ी देवी से मिलने पहुंचते हैं. लालू राबड़ी से कहते हैं, ‘मुझे माफ करना, मैं तुम्हें अभी ज्यादा वक्त नहीं दे पाऊंगा. मैंने आंदोलन में हिस्सा लिया हूं. मैं अगर वहां नहीं पहुंचा तो लोग मुझे डरपोक और भगोड़ा कहेंगे, मुझे जाना होगा. तुम अपना और परिवार का ध्यान रखना.’ राबड़ी देवी भी उनको अपना समर्थन देती और लालू प्रसाद जेपी आंदोलन में शामिल होने के लिए वहां से पटना आ जाते हैं.

ऐसे तय किया सीएम की कुर्सी का सफर

आपातकाल के बाद लोकसभा चुनाव हुआ, लालू प्रसाद छपरा से चुनाव जीत जाते हैं. 29 साल की उम्र में संसद पहुंचने वाले वे भारत के सबसे युवा सांसद बनते हैं. लालू प्रसाद ने फिर कभी मुड़कर नहीं देखा. उनका बिहार की राजनीति और पार्टी में उनका कद बढ़ता चला गया. इसी का परिणाम था कि वो बिहार के सीएम भी बन गए. सीएम बनने के बाद वे फिल्म ‘नायक’ की कहानी दोहराते हैं.

शराब के ठेकों पर खुद छापा मारते तो न्याय के लिए आवाज उठाते दिखे. उनके इस अंदाज को बिहार ही नहीं देश के लोगों ने पसंद किया और बिहार से निकल कर वे देश की राजनीति के केंद्र बन गए. इधर, लालू प्रसाद की पत्नी राबड़ी देवी का अखबारों में घर में पोछा लगाते आम जनता की तरह अन्य कामकाज करने का फोटो भी छपता. इसके बाद लालू लोगों के हीरो बन गए हैं.

 

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