उफनती नदी में गिरी कार,9 लोगों की मौत.
गुफा के पास बादल फटा, 2 श्रद्धालुओं की मौत
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
उत्तराखंड के रामनगर में एक दर्दनाक हादसा हुआ. जहां पर्यटकों से भरी एक कार ढेला नदी के तेज बहाव में बह गई. घटना की सूचना मिलते ही एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची और बचाव कार्य शुरू किया. जानकारी के अनुसार कार में सवार 10 लोगों में से 9 के शव बरामद किए जा चुके हैं. वहीं एक बच्ची को सकुशल बचा लिया गया है.
जानकारी के अनुसार एक इनोवा कार में सवार दस पर्यटक सुबह 5:45 के आसपास रामनगर स्थित रिसॉर्ट लौट रहे थे. तभी भारी बारिश के चलते ढेला नदी के रास्ते में कार तेज बहाव की चपेट में आई. रामनगर के कोतवाल अरूण कुमार सैनी ने बताया कि चार पर्यटकों के शव बरामद हो चुके हैं, जबकि पांच अन्य अभी कार में ही फंसे हैं. उन्होंने बताया कि कार सवार 22 वर्षीय महिला नाजिया को सुरक्षित जिंदा बाहर निकाल लिया गया है. उसे रामनगर अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती कराया गया है. अधिकारी ने बताया कि अन्य शवों को निकालने के प्रयास जारी हैं.
जम्मू-कश्मीर के अमरनाथ यात्रा मार्ग में बादल फटने की खबर है. बताया जा रहा है शुक्रवार की शाम 5:30 बजे के आसपास बादल फटा. इसमें कई श्रद्धालुओं के हताहत होने की आशंका है. मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया है कि दो शव बरामद किये गये हैं. पहलगाम के ज्वाइंट पुलिस कंट्रोल रूम (Joint Police Control Room Pahalgam) ने कहा है कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF), राज्य आपदा मोचन बल (SDRF) और अन्य एजेंसियां राहत एवं बचाव कार्य में जुट गयी हैं.
अमरनाथ गुफा के ऊपरी हिस्से से नीचे आया पानी
बताया गया है कि भारी बारिश की वजह से गुफा के ऊपरी हिस्से से पानी नीचे की ओर आया. अमरनाथ गुफा (Amarnath Cave) के आसपास चल रहे लंगर प्रभावित हुए हैं. घायल लोगों को अस्पताल पहुंचाने के लिए चॉपर को भेजा गया है. बुधवार (6 जुलाई) को अधिकारियों ने कहा था कि मौसम ठीक होने पर 8 जुलाई से फिर से यात्रा शुरू की जायेगी. बारिश अब थम चुकी है.
इससे पहले, बालताल और पहलगाम दोनों मार्ग में खराब मौसम की वजह से श्रद्धालुओं की आवाजाही रोक दी गयी थी. जम्मू से कश्मीर घाटी की ओर श्रद्धालुओं की यात्रा भी रोक दी गयी थी. इससे पहले, रामबन जिले (Ramban District) कई जगहों पर हुई भारी बारिश के बाद भू-स्खलन (Land Slide) की घटनाएं हुईं. इसके बाद जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग को बंद कर दिया गया.
अधिकारियों ने बताया कि राजमार्ग पर सैकड़ों वाहन फंसे हैं, जिनमें अमरनाथ यात्रा पर जा रहे श्रद्धालुओं के वाहन भी शामिल हैं. अधिकारियों ने बताया कि कश्मीर को हर मौसम में देश के बाकी हिस्सों से जोड़ने वाला 270 किलोमीटर लंबा राजमार्ग रामबन जिले में 6 जगहों पर पत्थर गिरने, भू-स्खलन और मिट्टी धंसने के कारण अवरुद्ध हो गया है.
रामबन के पुलिस उपाधीक्षक (मुख्यालय) प्रदीप सेन ने कहा कि रामबन सेक्टर में देर रात तीन बजे से सुबह चार बजे तक भारी बारिश हुई. सेन चंदरकूट में यात्रा अधिकारी भी हैं. उन्होंने कहा कि मेहार, कैफेटेरिया मोड, चंबा, अनोखीफॉल, केलामोड और पंटियाल में राजमार्ग बंद कर दिया गया है. उन्होंने बताया कि राजमार्ग को साफ करने का काम शुरू हो गया है और यातायात को बहाल करने में कम से कम दो से तीन घंटे का वक्त लगेगा.
रास्ता साफ होने के बाद श्रद्धालुओं का जत्था होगा रवाना
हालांकि जब तक मलबा साफ नहीं हो जाता, तब तक दोनों ओर से किसी भी नए वाहन को अनुमति नहीं दी जाएगी. उन्होंने बताया कि शुक्रवार की सुबह जम्मू से रवाना हुए अमरनाथ यात्रियों का ताजा जत्था रामबन में यात्री निवास शिविरों में पहुंचा. रामबन जम्मू शहर से 121 किलोमीटर दूर है. उन्होंने कहा, “वे एक-एक घंटे में कश्मीर में पहलगाम और बालटाल आधार शिविरों के लिए रवाना होंगे.” इसी बीच पुंछ जिले के मंडी क्षेत्र में भूस्खलन से 55 वर्षीय एक व्यक्ति की मौत हो गई. मृतक की पहचान अब्दुल करीम के रूप में हुई है. बता दें कि जम्मू में पिछले 12 घंटों में 7.2 एमएम, बटोत में 15.2 एमएम, गुलमर्ग में 12.6 एमएम बारिश दर्ज की गई.