बैठक में सिंचाई योजनाओं को लेकर हुई समीक्षा बैठक
श्रीनारद मीडिया, सीवान(बिहार):
सीवान जिले के बड़हरिया प्रखंड कार्यालय स्थित ई- किसान भवन में प्रभारी प्रखंड कृषि पदाधिकारी राकेश कुमार सिंह और प्रभारी प्रखंड तकनीकी प्रबंधक सतीश सिंह की उपस्थिति में कृषि विभाग के सभी एटीएम, सभी कृषि समन्यवक और सभी किसान सलाहकार के साथ समीक्षा बैठक की गयी।
इसमें नहर की शाखाओं में पानी की स्थिति, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का सोशल ऑडिट, उर्वरक की निगरानी, 80 वर्ष से ऊपर का सोशल ऑडिट आदि के सम्बन्ध में विशेष चर्चा की गयी। इसमें पंचायत के कृषि समन्यवकों और किसान सलाहकारों से वस्तुस्थिति की जानकारी एकत्रित करने का निर्देश दिया गया।
उनसे जानकारी मांगी गयी कि किस पंचायत में नहर है या नही हैं? नहर की शाखाओं में पानी है या नहीं है? नहर पक्की है या कच्ची है?किन-किन पंचायतों में सरकारी ट्यूबवेल है?
वहीं प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के कितने लाभुक किसानों का सोशल ऑडिट कितना हुआ है? किस पंचायत में सोशल ऑडिट का बकी है।
बैठक में निर्देश दिया गया कि गुरुवार तक सोशल ऑडिट की तमाम रिपोर्ट कार्यालय में जमा करेंगे।खरीफ वर्ष में सूक्ष्म पोषक तत्व मे जिंक, खरपतवारनाशी और सल्फर का लक्ष्य के अनुसार उठाव कराना सुनिश्चित करने का आह्वान किया गया।
बैठक में प्रभारी प्रखंड कृषि पदाधिकारी राकेश कुमार सिंह, प्रभारी प्रखंड तकनीकी प्रबंधक सतीश सिंह, सहायक तकनीकी प्रबंधक रविशंकर सिन्हा और दीप शिखा, कृषि समन्यवक रामजन्म गुप्ता, मनोज कुमार मिश्र, नौशाद अहमद, चंदन कुमार, कामतानाथ सिंह, रामजी शुक्ल, रविप्रकाश पाठक, बृजेश पाठक, उमेश कुमार सिंह, किसान सलाहकार नन्दलाल प्रसाद, कुमार रामू, प्रदीप कुमार,अशोक कुमार, अनिल कुमार,दिलीप कुमार,राजीव केशरी, संजीव कुमार श्रीवास्तव , रमेश कुमार गिरी,बच्चालाल प्रसाद, राकेश कुमार गिरी सहित अन्य कृषिकर्मी उपस्थित थे।
यह भी पढ़े
पटना उच्च न्यायालय ने सीवान रेडक्रॉस की यथास्थिति बनाए रखने का प्रशासन को दिया आदेश
सीवान के हरिहांस में पेड़ से लटका मिला युवक का शव
अनियंत्रित पिकअप वैन ने साइकिल सवार को मारा टक्कर, अस्पताल जाते दम तोड़ा
मौसम विभाग की मानें तो अभी नहीं मिलेगी राहत,क्यों?
महिलाओं की बिंदी स्वास्थ्य के लिए है काफी फायदेमंद,कैसे?
नई संसद के नए ‘मुकुट’ पर इतना विलाप क्यों?
क्यों मनाई जाती है गुरु पूर्णिमा?
क्या पायलट लाइसेंस प्राप्त करने में ट्रांसजेंडर लोगों पर कोई प्रतिबंध नहीं है?
भारत में प्रजनन दर चिंता का विषय है,क्यों?