छपरा के पटाखा फैक्टरी में विस्फोट, छह की मौत, कई लोग घायल
पटाखा फैक्टरी से घंटों मशक्कत के बाद निकाला गया शव
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
बिहार के सारण जिले के खैरा थाना क्षेत्र के खोदाइबाग गांव से बड़ी खबर सामने आ रही है. खोदाइबाग गांव में ओल्हनपुर पुल के पास एक निजी मकान में चल रहे अवैध पटाखा फैक्टरी में हुए विस्फोट में छह लोगों की मौत हो गयी. वहीं इस घटना में आधा दर्जन लोग घायल हो गये हैं. घायलों में तीन की स्थिति गंभीर है. जिन्हें इलाज के लिए पटना रेफर कर दिया गया है. प्राप्त जानकारी के अनुसार खोदाइबाग के रेयाउदीन मियां व उनके भाई घर में कई साल से पटाखा बनाने का काम करते थे. रविवार को सुबह 10 बजे के करीब घर की रसोई में महिलाएं खाना बना रही थीं. इसी समय पटाखे में आग लग गयी. जिसके बाद आग की लपटों से सिलिंडर में भी विस्फोट हो गया.
सारण के खैरा थाना क्षेत्र के खोदाइबाग गांव की है घटना
पटाखे में आग लगने के महज एक मिनट के अंदर ही हुए भयावह विस्फोट के कारण घर के सदस्य बाहर नहीं आ सके. जिसके कारण वह सभी दुर्घटना का शिकार हो गये. विस्फोट के बाद करीब 20 मिनट तक घटनास्थल तक जाने से आसपास के लोग कतरा रहे थे. इसके बाद स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचित किया. जिसके बाद खैरा व नगरा थाना की पुलिस तथा दमकल कर्मी मौके पर पहुंचे. विस्फोट की इस घटना में करीब एक कट्ठे में बना पक्के का एक मंजिला मकान पूरी तरह ध्वस्त हो गया. पुलिस व दमकल कर्मियों ने कड़ी मशक्कत के बाद मलबे में दबे शव को निकाला. वहीं घायलों को इलाज के लिए छपरा सदर अस्पताल भेजा गया.
दो दशक में विस्फोट की पांचवी घटना
खोदाइबाग व आसपास के गांवों में विस्फोट की यह कोई पहली घटना नहीं है. इसके पहले भी वर्ष 2002, 2009, 2012 व 2019 में खैरा, नगरा व खोदाइबाग के आसपास के इलाकों में विस्फोट की घटनाएं हुई थी. जनवरी 2019 में खैरा थाना क्षेत्र के तेतारपुर गांव में बम ब्लास्ट की घटना हुई थी. जिसमें गांव के ही दो बच्चे बुरी तरह जख्मी हुए थे. यह विस्फोट एक खुले मैदान में हुआ था. जहां बच्चे खेलने के दौरान दुर्घटना का शिकार हुए थे. इस विस्फोट के बाद भी फॉरेंसिक की टीम ने कई स्तर पर जांच की थी. लेकिन उनके हाथ कुछ भी नहीं लगा था.
फॉरेंसिक की रिपोर्ट पर होगा विस्फोट के कारणों का खुलासा
विस्फोट की इस घटना के बाद प्रशासन के निर्देश पर मुजफ्फरपुर से फॉरेंसिंग की टीम को घटनास्थल पर बुलाया गया. पुलिस के अनुसार विस्फोट की घटना पटाखे में आग लगने तथा घर में रखे सिलिंडर में विस्फोट होने के बाद हुई है. हालांकि घर में अवैध रूप से हो रहे पटाखा निर्माण को लेकर कई तरह की चर्चा की जा रही है. घटना के बाद शाम चार बजे फारेंसिंक की टीम घटना स्थल पर पहुंची. जहां करीब एक घंटे तक टीम ने पूरी स्थिति का मुआयना किया. इस दौरान टीम ने मलबे से कई पटाखे व पटाखा बनाने वाली सामग्रियों को भी बरामद किया. रिपोर्ट आने के बाद यह खुलासा हो सकेगा कि आखिर इतनी भयावह विस्फोट किन कारणों से हुई है. आखिर पुलिस अभी कुछ भी स्पष्ट रूप से नहीं कहा है.
मृतकों में सात व आठ साल के दो मासूम भी शामिल
विस्फोट की इस घटना का शिकार एक ही परिवार के नौ लोग हुए है. जिसमें से छह की मौत की सूचना है. जबकि तीन गंभीर रूप से घायल है. मृतकों में परिवार के सदस्य मीता बेगम, शहजाद हुसैन, साबिर अली, मोलाजीम अली व शबाना शामिल है. जिसमें शहजाद हुसैन की उम्र आठ वर्ष, जबकि साबिर अली की उम्र सात साल बतायी जाती है. वहीं घायलों में शामिल इमाम हुसैन, कायनात व जासमीन जिन्हें पटना रेफर किया गया. उनकी उम्र भी तीन से पांच वर्ष के बीच ही बतायी गयी है. वहीं इस घटना में पड़ोस के अशरफ व तनुजा खातून के भी घायल होने की सूचना है.
मृतकों की सूची
- – मीता बेगम (60 वर्ष)
- – शहजाद हुसैन (8 वर्ष)
- – साबीर अली (7 वर्ष)
- – मोलाजीम अली (45 वर्ष)
- – साबाना (40 वर्ष)
- घायलों की सूची
- – इमाम हुसैन (5 वर्ष)
- – जासमीन (4 वर्ष)
- – अशरफ (5 वर्ष)
- – कायनात (3 वर्ष)
- – तनुजा खातून (37 वर्ष)
घटना क्रम एक नजर में
- – सुबह 10 बजे घर में हुआ विस्फोट
- – 10.20 में पुलिस को मिली सूचना
- – 10.30 मौके पर पहुंची पुलिस
- -10.35 से आग पर काबू पाने में जुटे दमकल कर्मी
- – 11.00 बजे पहुंचे एसपी, एसडीपीओ व एसडीओ
- – 11.10 से मलबे से शव को निकालना हुआ शुरू
- – शाम 5 बजे तक चलता रहा राहत एवं बचाव कार्य
- – शाम 4 बजे पहुंची फॉरेसिंक की टीम
क्या कहते हैं डीएम
सारण जिले के डीएम राजेश मीणा ने बताया कि घटना की जांच फॉरेसिंक टीम द्वारा करायी जा रही है. जांच रिपोर्ट आने के बाद ही विस्फोट के कारणों का पता चल सकेगा. प्रथम दृष्टया पटाखे में आग लगने व सिलिंडर फटने की बात सामने आयी है. वहीं पीड़ितों को नियमानुसार मुआवजा देने की प्रक्रिया भी शुरू की जायेगी.