इको टूरिज्म के नक्शे पर जल्द आएगा सीवान!

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सीवान के वेटलैंड्स सुरैला चौर के टूरिस्ट स्पॉट बनने से होगा लाभ ही लाभ

पर्यटकों के आने से बढ़ेगा रोजगार, सीवान की अर्थव्यवस्था को होगा लाभ

बिहार के 11 जिलों के 100 हेक्टेयर से बड़े वेटलैंड को पर्यटक स्थल के रूप में विकसित करने जा रही है बिहार सरकार

✍️गणेश दत्त पाठक, पर्यावरणविद्

श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

बिहार में वेटलैंड अच्छी मात्रा में उपलब्ध हैं, जो चौर के रूप में जाने जाते हैं। ये वेटलैंड जल संरक्षण और प्रबंधन के लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण हैं। इन चौर से ही भू जल रिचार्ज होता है और नदियों , कुओं, तालाब आदि को भी पुनर्जीवन प्राप्त होता है। अब बिहार सरकार इन्हें पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने जा रही है ताकि इनके पर्यावरणीय महत्व को बरकरार रखते हुए इसके पर्यटन स्थल के रूप में विकसित कर वेटलैंड्स के बारे में जनजागरूकता का भी प्रयास किया जा सके। बिहार के 11 जिलों में उपस्थित चौरों को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की जानकारी मीडिया स्रोतों से मिल रही है। जिसमें सिवान का सुरैला चौर भी शामिल है।

गौरतलब है कि सीवान का सुरैला चौर, जो पचरुखी प्रखंड में स्थित है, तकरीबन 175 हेक्टेयर में विस्तृत है। इस वेटलैंड्स यानी चौर को पर्यटकों के लिए आकर्षक बनाया जाएगा। संभावना है कि यहां वाटर स्पोर्ट्स और नौकायन आदि का विकास कर इको टूरिज्म के बेहतर स्थल के रूप में विकसित किया जायेगा। अभी जिला स्तर पर डीएम के नेतृत्व में बनी समिति चौर के बेहतर प्रबंधन के लिए पहल करेगी। इस समिति में जिले के डीएफओ सहित अन्य जिला स्तरीय अधिकारी शामिल होंगे।

क्या होता है वेटलैंड?

आर्द्रभूमि यानी वेटलैंड का अर्थ है ऐसी प्राकृतिक अथवा कृत्रिम, स्थायी अथवा अस्थायी, पूर्णकालीन आर्द्र अथवा अल्पकालीन, स्थिर जल अथवा अस्थिर जल, निकाय, अथवा समुद्री जल, जहाँ भाटा-जल की गहराई छः मीटर से अधिक ना हो । स्वाम्प, मार्श, मैंग्रोव, बोग, पीट्लैंड, फैंन, यहाँ तक की डेल्टा, धान के खेत, मत्स्य पालन जलाशय आदि भी वेटलैंड के अन्तर्गत आते हैं।

✌️क्यों आवश्यक हैं वेटलैंड्स?

वेटलैंड्स विश्व के सबसे उपजाऊ पारिस्थितिकी तन्त्र (ईकोसिस्टम्स) में से एक हैं। इनके प्रमुख उपयोग/ लाभ इस प्रकार हैं:

अनेक दुर्लभ और लुप्तप्राय प्रजातियों के लिए आश्रय प्रदान कर जैव विविधता का संरक्षण

कार्बन पृथक्करण (कार्बन सेक्वेस्ट्रेशन)

बाढ़ नियंत्रण

भूजैवरसायन चक्र (बायोजिओकेमिकल साइकिल) का नियंत्रण

जलवायु परिवर्तन (क्लाइमेट चेंज) के प्रतिकूल प्रभाव को कम करना

आजीविका के अवसर प्रदान करना (मत्स्य पालन, शहद उत्पादन, आदि)

?सीवान के सुरैला वेटलैंड्स के टूरिस्ट स्पॉट में विकसित होने पर ये होंगे लाभ:-

देश के इको टूरिज्म के नक्शे पर आएगा सीवान

भविष्य में इको टूरिज्म की प्रवृति के बढ़ने से सीवान को होगा लाभ

सीवान की अर्थव्यवस्था को मिलेगी मदद

रोजगार के अवसर होंगे उत्पन्न

सीवान के लोगों के लिए एक मनोरंजन स्थल का होगा विकास

वेटलैंड के महत्व के बारे में जानेंगे लोग

वाटर स्पोर्ट्स और नौकायन का मौका मिलेगा सीवान में

पर्यटकों के आने से बहुत से अन्य आर्थिक लाभ भी होंगे।

?परंतु ये रखनी होगी सावधानी:-

आनेवाले पर्यटकों द्वारा प्लास्टिक आदि के उत्सर्जन पर सख्ती रखनी होगी।

सौंदर्यीकरण के दौरान वेटलैंड्स का ख्याल रखना होगा।

वाटर स्पोर्ट्स और नौकायन आदि व्यवस्थाएं अगर सृजित हो तो सुरक्षा मानकों का ध्यान रखना होगा।

नववर्ष आदि अन्य अवसरों पर जो भीड़ उमड़ जाती है उसके खास प्रबंधन का ध्यान रखना होगा।

सुरैया चौर का इको टूरिज्म स्पॉट के रूप में विकास सीवान के विकास के संदर्भ में एक सुअवसर साबित हो सकता है। आवश्यकता बहुस्तरीय प्रयासों में सामंजस्य और समन्वय की है। लेकिन अगर सीवान में अगर वाटरस्पोर्ट्स और नौकायन की सुविधा मिल सके तो यह सीवानवासियों के लिए एक सौगात ही होगी।

नोट: चित्र प्रतीकात्मक है। साभार गूगल।।

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