BPSC 67वीं की पीटी परीक्षा में परसेंटाइल सिस्टम नहीं होगा लागू, आयोग ने लिया फैसला
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
BPSC 67वीं की पीटी परीक्षा अब पुराने पैटर्न पर ही होगी. दो दिन के बदले परीक्षा एक दिन में ही ली जायेगी. छात्रों के भारी विरोध के बाद गुरुवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उच्चस्तरीय बैठक की. बैठक के बाद सरकार की ओर जारी बयान में कहा गया है कि परीक्षा पुराने पैटर्न पर ही होगी. बैठक में निर्णय लिया गया है कि बिहार लोक सेवा आयोग की प्रारंभिक परीक्षा पूर्व की तरह ही एक दिन एवं एक पाली में ही ली जायेगी. अब इस मामले को लेकर आयोग के चेयरमैन अतुल प्रसाद ने कहा कि सरकार ने आयोग को पीटी परीक्षा के लिए अतिरिक्त केन्द्रों की व्यवस्था का आश्वासन दिया है. ऐसे में हमें एक दिन में परीक्षा लेने में कोई दिक्कत नहीं है.
सिंगल फेज परीक्षा लेने में आयोग को कोई दिक्कत नहीं
BPSC के चेयरमैन अतुल प्रसाद ने कहा कि बिहार सरकार ने आयोग को पीटी परीक्षा के लिए अतिरिक्त केन्द्रों की व्यवस्था का आश्वासन दिया है. हमें पहले पर्याप्त परीक्षा केन्द्र नहीं मिल रहे थे. इस वजह से दो पालियों में परीक्षा लेने का निर्णय लिया गया था. अगर पर्याप्त परीक्षा केंद्रों की व्यवस्था हो जाती है तो आयोग को सिंगल फेज परीक्षा लेने में किसी तरह की कोई दिक्क्त नहीं होगी. अतुल प्रसाद ने आगे कहा कि अब पीटी की परीक्षा एक ही दिन 21 सितंबर को होगी.
परसेंटाइल सिस्टम नहीं होगा लागू
अतुल प्रसाद ने परसेंटाइल सिस्टम को लेकर भी स्थिति स्पष्ट किया. उन्होंने कहा कि अब पीटी की परीक्षा एक ही दिन-एक ही पाली में 21 सितंबर को होगी. ऐसे में रसेंटाइल की जरूरत ही नहीं होगी. यानी परीक्षा पहले की तरह और परसेंटाइल सिस्टम भी लागू नहीं रहेगा.
यूपीएससी के अभ्यर्थियों को भी होगा फायदा
बीपीएससी के चेयरमैन ने आगे कहा कि परीक्षा को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी अवगत कराया गया है. अब परीक्षा एक दिन, एक पाली में बिना परसेंटाइल सिस्टम के पूर्व की तरह होगी. आयोग 21 सितंबर को पहले की तरह ही परीक्षा लेगी. यूपीएससी की परीक्षा 18 और 19 सितंबर को है. ऐसे में यूपीएससी के अभ्यार्थियों को भी फायदा होगा.
नीतीश कुमार को दी गयी पूरी जानकारी
अभ्यर्थियों की समस्या को लेकर मुख्यमंत्री आवास में हुई हाई लेवल मीटिंग में मुख्य सचिव आमिर सुबहानी, बीपीएससी अध्यक्ष और सचिव समेत अन्य वरीय अधिकारी शामिल हुए. जारी विज्ञप्ति के अनुसार बैठक में बिहार लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष ने पूरी स्थिति से मुख्यमंत्री को अवगत कराया. बिहार लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री को बताया कि उन्होंने सभी जिलाधिकारी और क्षेत्रीय अधिकारियों के साथ विमर्श किया है. सभी से विमर्श के बाद इस संदर्भ में निर्णय लिया गया है कि बिहार लोक सेवा आयोग की प्रारंभिक परीक्षा पूर्व की तरह ही एक दिन एवं एक पाली में ही ली जायेगी. हालांकि पीटी परीक्षा में परसेंटाइल सिस्टम को लेकर कोई चर्चा नहीं हुई है.
गांधी मैदान से निकाला पैदल मार्च
बीपीएससी के पीटी परीक्षा में परसेंटाइल सिस्टम लागू करने और 2 दिन परीक्षा आयोजित करने को लेकर छात्र लगातार विरोध कर रहे थे. छात्रों ने बुधवार को इसको लेकर जमकर हंगामा मचाया था. बीपीएसपी अभ्यर्थी परीक्षा के पैटर्न में हुए बदलाव को लेकर सैकड़ों अभ्यर्थियों ने गांधी मैदान से बिहार आयोग तक पैदल मार्च निकाला था. लेकिन मार्च जैसे ही बिहार म्यूजियम पहुंचा कि अभ्यर्थियों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने हल्का बल प्रयोग किया और लाठी चार्ज कर अभ्यर्थियों को हटाया. इस लाठी चार्ज में कई महिला और पुरुष अभ्यर्थी घायल हो गये.
जख्मी अभ्यर्थी पहुंचे थे राबड़ी आवास
पुलिस के लाठीचार्ज में घायल अभ्यर्थी अपनी मांगों को लेकर 10 सर्कुलर रोड स्थित राबड़ी आवास भी पहुंचे थे. वे वहां उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से मामले में हस्तक्षेप करने के लिए फरियाद लेकर पहुंचे थे. हालांकि, उनकी मुलाकात तेजस्वी यादव से नहीं हो पायी थी. इसके बाद शाम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने खुद संज्ञान लेकर इस मामले की समीक्षा करने के लिए उच्चस्तरीय बैठक बुलायी. बैठक में पीटी परीक्षा को एक ही दिन एक पाली में लेने का फैसला लिया गया.