एक शिक्षक दिवस ऐसा भी जहाँ मिलती है बेसहारों के चेहरे पर मुस्कान
सोसाइटी हेल्पर ग्रुप ट्रस्ट टीम अनमोल ने अनोखे अंदाज में मनाया शिक्षक दिवस
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
कहावत है कि जिसका कोई नही होता उसका खुदा होता है। लेकिन वो किस रूप में और कहां है ये कोई नही जानता। मगर ये भी हकीकत है कि वो किसी न किसी को गरीब बेसहारा और दीन दुखियों का सहारा बनाकर उनकी तकलीफों को दूर करने जरूर भेजता है। चाहे कोई समाजसेवी संस्था हो या कोई दानी हो किसी न किसी के जरिये बेसहारों के चेहरे में मुस्कान बिखर ही जाती है. कुछ ऐसा ही सीवान शहर में भी देखने को मिल रहा है,जहाँ फुट-पाथ,रैनबसेरा और सीवान रेलवे स्टेशन पर ट्रस्ट द्वारा जिन बच्चों को पढ़ाया जाता है.
समय-समय पर पढ़ाई संबंधित सामग्री दी जाती है ताकि वे गलत आदतों से हटकर शिक्षा ग्रहण कर सही मार्ग पर चल सकें क्योंकि बच्चे देश और समाज के भविष्य होते है।
ट्रस्ट के नगर संयोजक अनुज ने बताया कि ट्रस्ट के सभी सदस्यों ने शिक्षक दिवस उन छोटे छोटे बच्चों के साथ केक काटकर ओर पढ़ने वाली सामग्री बांटकर मनाई. न जाति-वर्ग की बेड़ियां और न धर्म का बंधन। मजहब सिर्फ ईमान व इंसानियत। गैरों के दर्द को अपना बनाना, दूसरों के चेहरे पर मुस्कान बिखेरना हमारा कम हैं.शहर में कई ऐसे गरीब और बेसहारा बच्चे घूम रहे हैं, जिनको लोग देखते तो हैं लेकिन देखकर भी अनदेखा कर देते हैं। ऐसे में किसी न किसी को इंसानियत के तौर पर कर्तब्य निभाना जरूरी है.
जो बच्चे आज के समय गलत आदतों के शिकार हो रहे है उन्हें सही मार्ग नही मिल पा रहा है, हम सभी हर समय इन बच्चों के बारे में सोचते है हमेशा यही प्रयास रहता है कैसे इन बच्चों को सही मार्ग पे लाया जाए।
मौके पर ट्रस्ट के संस्थापक सह अध्यक्ष अनमोल, अभिमन्यु ,मुकेश ,अनुज ,करण ,सोनू पटेल,केशव ,मुरारी,रवि,दीपक,सुमित के साथ कई अन्य सदस्य मौजूद रहे।
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